जसपुरः उधमसिंह नगर के जसपुर में बुधवार को किसानों की महापंचायत का आयोजन किया गया. किसान नेता स्व. बाबा महेंद्र सिंह टिकैत की 86वीं जयंती के मौके पर जसपुर में आयोजित किसान महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत के लखीमपुर मामले में व्यस्त होने के कारण उनके बेटे चौधरी चरण सिंह टिकैत ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की. महापंचायत में उधमसिंह नगर समेत उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों के किसान शामिल हुए.
बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए तीन कृषि कानून के खिलाफ देशभर के किसान सड़कों पर आंदोलन करने को मजबूर हैं. साथ ही कृषि कानून के खिलाफ जगह-जगह किसान महापंचायतों का आयोजन किया जा रहा है. इसी क्रम में जसपुर में आयोजित किसान महापंचायत में बाबा स्व. महेंद्र सिंह टिकैत की 86वीं जयंती मनाई गई.
वहीं, किसान महापंचायत में लखीमपुर हादसे में जान गंवाने वाले मृतक किसानों को 2 मिनट मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई. इस मौके पर राकेश टिकैत के बेटे चौधरी चरण सिंह टिकैत ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि लखीमपुर खीरी की घटना बहुत ही निंदनीय है. क्योंकि घर वापस जा रहे निहत्थे किसानों पर पीछे से गाड़ी चढ़ाई गई. इसीलिए यह घटना अप्रिय है. उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस के 2 दिन बाद भी आंदोलन को कुचलने का प्रयास किया गया था.
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उन्होंने कहा कि आज के महापंचायत के बाद आगे संयुक्त किसान मोर्चा का जो भी कार्यक्रम तय होगा, उसमें सभी किसान भाई पूरे जोश के साथ शामिल होंगे. साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि तीनों काले कानून वापस होने के बाद ही आंदोलन खत्म किया जाएगा और दिल्ली की सारी सीमाएं खाली की जाएंगी.
क्या है लखीमपुर खीरी मामला: 3 अक्टूबर रविवार को लखीमपुर खीरी में यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य कई योजनाओं का शिलान्यास करने के बाद जिला मुख्यालय से केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के पैतृक गांव बनवीरपुर के लिए निकले थे. किसान डिप्टी सीएम के विरोध के लिए पहले से लामबंद थे. सुबह से ही किसानों ने हेलीपैड पर कब्जा कर रखा था और विरोध प्रदर्शन कर रहे थे. जानकारी के मुताबिक केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र कुछ कार्यकर्ताओं के साथ दो गाड़ियों में तिकोनियां के बनबीरपुर चौराहे के पास तेज रफ्तार से निकले.
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इस दौरान किसानों ने विरोध करने और काले झंडे दिखाने शुरू कर दिए. आरोप है कि इसी बीच बीजेपी कार्यकर्ताओ की गाड़ियों ने कुछ किसानों को कुचल दिया. कई किसानों के घायल होने की खबर है. इसके बाद गुस्साई भीड़ ने बीजेपी कार्यकर्ताओं की गाड़ियों में आग लगा दी. घटना के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य लखनऊ के लिए वापस लौट गए. इस हादसे में 4 किसान और 4 बीजेपी कार्यकर्ताओं की मौत हो गई थी.