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साध्वी पद्मावती के समर्थन में उतरीं उत्तराखंड महिला मंच की महिलाएं, किया प्रदर्शन - Ganga Bachao Abhiyan

साध्वी पद्मावती को डॉक्टर द्वारा प्रेग्नेंट बताए जाने के खिलाफ उत्तराखंड महिला मंच की महिलाओं ने जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी महिलाओं ने सरकार से डॉक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की.

haridwar
उत्तराखंड महिला मंच की महिलाओं ने किया प्रदर्शन
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Published : Feb 4, 2020, 7:42 PM IST

Updated : Feb 4, 2020, 10:33 PM IST

देहरादून: गंगा रक्षा के लिए आमरण अनशन कर रहीं साध्वी पद्मावती को प्रेग्नेंट बताए जाने के विरोध में मंगलवार को उत्तराखंड महिला मंच की महिलाओं ने जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारी महिलाओं ने एडीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा.

प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना है कि साध्वी पद्मावती गंगा रक्षा के लिए तप कर रही हैं. जिसका सरकार विरोध कर रही है. प्रदर्शनकारी महिलाओं ने चिकित्सक को तत्काल प्रभाव से सेवा से बर्खास्त किए जाने की मांग की. साथ ही गंगा बचाओ अभियान को अपना सम्पूर्ण समर्थन दिया.

साध्वी पद्मावती के समर्थन में उतरीं उत्तराखंड महिला मंच की महिलाएं

उत्तराखंड महिला मंच ने आरोप लगाया कि गंगा की अविरलता के लिए साध्वी 15 दिसम्बर से अपने आश्रम में अनशन पर बैठी थी. जनता संकल्प के साथ जुड़ने लगी थी. जिसे देख शासन-प्रशासन में बेचैनी होने लगी कि कहीं जिम्मेदार लोगों की पोल न खुल जाए.

जिसके चलते भारी पुलिस बल ने साध्वी को जबरदस्ती उठाकर दून अस्पताल में भर्ती कराया. साथ ही साध्वी के स्वास्थ्य की जांच करने वाले चिकित्सक द्वारा साध्वी पर गलत आरोप लगाने की साजिश की गई. चिकित्सक ने साध्वी को दो माह की प्रेग्नेंट बताकर अपने पेशे को कलंकित किया है. जबकि नियमित जांच के दौरान कोई संदिग्धता नहीं पाई गई है. वहीं साध्वी ने पुनः जांच कराई जिसमें उनकी निर्मलता की पुष्टि हुई है.

ये भी पढ़ें:उत्तराखंडः केमिकल डिजास्टर को लेकर मॉक एक्सरसाइज, बचाव और राहत की दी गई जानकारी

उत्तराखंड महिला मंच सयोजक कमला पंत ने बताया कि हम सब महिलाएं अब किसी भी महिला का अपमान नही सहेंगी और जिस तरह से साध्वी पद्मावती को सरकारी डॉक्टरों द्वारा गर्भवती बता कर अपमान किया है, हम घोर निंदा करते हैं. प्रदर्शनकारी महिलाओं ने कहा कि जल्द से जल्द डॉक्टर को हटाया जाए, साथ ही इस मामले की जांच होनी चाहिए. जिससे कोई भी महिला अपमानित न हो. उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि कोई भी विभाग महिला का शोषण न करें. नहीं तो उत्तराखंड महिला मंच ऐसे विभाग के खिलाफ आंदोलन करेगी.

देहरादून: गंगा रक्षा के लिए आमरण अनशन कर रहीं साध्वी पद्मावती को प्रेग्नेंट बताए जाने के विरोध में मंगलवार को उत्तराखंड महिला मंच की महिलाओं ने जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारी महिलाओं ने एडीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा.

प्रदर्शनकारी महिलाओं का कहना है कि साध्वी पद्मावती गंगा रक्षा के लिए तप कर रही हैं. जिसका सरकार विरोध कर रही है. प्रदर्शनकारी महिलाओं ने चिकित्सक को तत्काल प्रभाव से सेवा से बर्खास्त किए जाने की मांग की. साथ ही गंगा बचाओ अभियान को अपना सम्पूर्ण समर्थन दिया.

साध्वी पद्मावती के समर्थन में उतरीं उत्तराखंड महिला मंच की महिलाएं

उत्तराखंड महिला मंच ने आरोप लगाया कि गंगा की अविरलता के लिए साध्वी 15 दिसम्बर से अपने आश्रम में अनशन पर बैठी थी. जनता संकल्प के साथ जुड़ने लगी थी. जिसे देख शासन-प्रशासन में बेचैनी होने लगी कि कहीं जिम्मेदार लोगों की पोल न खुल जाए.

जिसके चलते भारी पुलिस बल ने साध्वी को जबरदस्ती उठाकर दून अस्पताल में भर्ती कराया. साथ ही साध्वी के स्वास्थ्य की जांच करने वाले चिकित्सक द्वारा साध्वी पर गलत आरोप लगाने की साजिश की गई. चिकित्सक ने साध्वी को दो माह की प्रेग्नेंट बताकर अपने पेशे को कलंकित किया है. जबकि नियमित जांच के दौरान कोई संदिग्धता नहीं पाई गई है. वहीं साध्वी ने पुनः जांच कराई जिसमें उनकी निर्मलता की पुष्टि हुई है.

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उत्तराखंड महिला मंच सयोजक कमला पंत ने बताया कि हम सब महिलाएं अब किसी भी महिला का अपमान नही सहेंगी और जिस तरह से साध्वी पद्मावती को सरकारी डॉक्टरों द्वारा गर्भवती बता कर अपमान किया है, हम घोर निंदा करते हैं. प्रदर्शनकारी महिलाओं ने कहा कि जल्द से जल्द डॉक्टर को हटाया जाए, साथ ही इस मामले की जांच होनी चाहिए. जिससे कोई भी महिला अपमानित न हो. उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि कोई भी विभाग महिला का शोषण न करें. नहीं तो उत्तराखंड महिला मंच ऐसे विभाग के खिलाफ आंदोलन करेगी.

Intro:गंगा रक्षा के लिए आमरण अनशन कर रही साध्वी पद्मावती को गर्भवती बताए जाने के विरोध में आज उत्तराखंड महिला मंच की महिलाओं ने जिलाधिकारी कार्यालय आकर प्रदर्शन कर एडीएम के जरिये राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा।वही महिलाओं का कहना है कि पद्मावती साध्वी गंगा रक्षा के लिए तप कर रही है जिसको लेकर सरकार इसका विरोध कर रही है वही हम मांग करते है कि चिकित्सक को तत्काल प्रभाव से सेवा से बर्खास्त किया जाए साथ ही गंगा बचाओ अभियान को अपना सम्पूर्ण समर्थन करते है।


Body:उत्तराखंड महिला मंच ने आरोप लगाया कि गंगा की अविरलता के लिए साध्वी 15 दिसम्बर से अपने आश्रम में अनशन पर बैठी थी जनता संकल्प के साथ जुड़ने लगी थी जिसे देख शासन-प्रशासन में बेचैनी होने लगी कि कहीं जिम्मेदार लोगों की पोल ना खुल जाए।जिसके चलते भारी पुलिस बल ने साध्वी को जबरदस्ती उठाया गया।साथ ही साध्वी पद्मावती के स्वास्थ्य की जांच करने वाले चिकित्सक द्वारा साध्वी पर गलत आरोप लगाने की साजिश की गई। चिकित्सक ने साध्वी को 2 माह की गर्भवती बताकर अपने पेशे को कलंकित किया है जबकि नियमित जांच के दौरान कोई संधिगता नहीं पाई गई है।वही साध्वी ने पुनः जांच कार्रवाई जिसमें उनकी निर्मलता की पुष्टि हुई है।


Conclusion:उत्तराखंड महिला मंच सयोंजक कमला पंत ने बताया कि हम सब महिलाएं अब किसी भी महिला का अपमान नही सहगे ओर जिस तरह से साध्वी पद्मावती को सरकारी डॉक्टरों द्वारा गर्भवती बता कर अपमान किया है इसका हम घोर विरोध करते है और हम मांग करते है कि जल्द से जल्द इस तरह के डॉक्टर को हटाया जाए साथ ही इस मामले की जांच होनी चाहिये जिससे कोई भी महिला अपमानित न हो।सरकार को भी हम चेताना चाहते है कि कोई भी विभाग महिला का शोषण न करे नही उत्तराखंड महिला मंच ऐसे विभाग के खिलाफ आंदोलन करेगी।

बाइट-कमला पंत(उत्तराखंड महिला मंच)
Last Updated : Feb 4, 2020, 10:33 PM IST
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