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राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट: हरिद्वार के संत स्वामी परमानंद को बड़ी जिम्मेदारी, आंदोलन में रही थी मुख्य भूमिका

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Published : Feb 5, 2020, 10:35 PM IST

Updated : Feb 5, 2020, 11:11 PM IST

स्वामी परमानंद को राम मंदिर निर्माण के लिए बनाए गए ट्रस्ट में शामिल किया गया है. केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद हरिद्वार के संत समाज में जश्न का माहौल है.

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राम मंदिर ट्रस्ट में शामिल किये गये स्वामी परमानंद

हरिद्वार: अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए सुप्रीम कोर्ट के निर्देश अनुसार केंद्र सरकार ने बुधवार को ट्रस्ट का गठन कर दिया. इस ट्रस्ट में राम जन्मभूमि आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने वाले प्रमुख संत युगपुरुष स्वामी परमानंद को भी शामिल किया गया है. युगपुरुष स्वामी परमानंद की गिनती देश के बड़े संतो और विद्वानों में की जाती है. स्वामी जी के कई शिष्य भी वेद-वेदांत के बड़े जानकार हैं. साध्वी ऋतंभरा भी उनकी शिष्य हैं.

स्वामी परमानंद ने राम जन्मभूमि आंदोलन को नई दिशा और तेवर दिए थे. स्वामी परमानंद बेहद सरल स्वभाव के सहज संत हैं. वेदों के प्रखंड विद्वान परमानंद ने दुनिया के कई देशों में वेदों का प्रचार किया. अमेरिका में साल 2000 में हुए विश्व के आध्यात्मिक नेताओं के विश्व शांति शिखर सम्मेलन में उन्हें संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया गया था.

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विश्व शांति शिखर सम्मेलन के बाद उन्होंने कई देशों में वेदों का प्रचार किया. उनकी शिक्षाओं और वेदांत तकनीक पर आधारित करीब डेढ़ सौ पुस्तकें अब तक लिखी जा चुकी हैं. स्वामी परमानंद के कद को देखते हुए केंद्र सरकार ने उन्हें राम मंदिर निर्माण के लिए बनाए गए ट्रस्ट में शामिल किया है.

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स्वामी परमानंद को राम मंदिर ट्रस्ट में शामिल किये जाने से संत समाज में काफी उत्साह है. हरिद्वार में राम मंदिर निर्माण को लेकर जितनी भी बड़ी बैठके हुईं, उनमें स्वामी परमानंद ने मुखर होकर राम मंदिर निर्माण की पैरवी की थी. उन्हें ट्रस्ट में शामिल किये जाने से धर्मनगरी में खुशी का माहौल है.

हरिद्वार: अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए सुप्रीम कोर्ट के निर्देश अनुसार केंद्र सरकार ने बुधवार को ट्रस्ट का गठन कर दिया. इस ट्रस्ट में राम जन्मभूमि आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने वाले प्रमुख संत युगपुरुष स्वामी परमानंद को भी शामिल किया गया है. युगपुरुष स्वामी परमानंद की गिनती देश के बड़े संतो और विद्वानों में की जाती है. स्वामी जी के कई शिष्य भी वेद-वेदांत के बड़े जानकार हैं. साध्वी ऋतंभरा भी उनकी शिष्य हैं.

स्वामी परमानंद ने राम जन्मभूमि आंदोलन को नई दिशा और तेवर दिए थे. स्वामी परमानंद बेहद सरल स्वभाव के सहज संत हैं. वेदों के प्रखंड विद्वान परमानंद ने दुनिया के कई देशों में वेदों का प्रचार किया. अमेरिका में साल 2000 में हुए विश्व के आध्यात्मिक नेताओं के विश्व शांति शिखर सम्मेलन में उन्हें संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया गया था.

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विश्व शांति शिखर सम्मेलन के बाद उन्होंने कई देशों में वेदों का प्रचार किया. उनकी शिक्षाओं और वेदांत तकनीक पर आधारित करीब डेढ़ सौ पुस्तकें अब तक लिखी जा चुकी हैं. स्वामी परमानंद के कद को देखते हुए केंद्र सरकार ने उन्हें राम मंदिर निर्माण के लिए बनाए गए ट्रस्ट में शामिल किया है.

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स्वामी परमानंद को राम मंदिर ट्रस्ट में शामिल किये जाने से संत समाज में काफी उत्साह है. हरिद्वार में राम मंदिर निर्माण को लेकर जितनी भी बड़ी बैठके हुईं, उनमें स्वामी परमानंद ने मुखर होकर राम मंदिर निर्माण की पैरवी की थी. उन्हें ट्रस्ट में शामिल किये जाने से धर्मनगरी में खुशी का माहौल है.

Intro:फ़ीड लाइव व्यू से भेजी गई है

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अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए सुप्रीम कोर्ट के निर्देश अनुसार केंद्र सरकार ने आज ट्रस्ट के गठन की घोषणा कर दी ट्रस्ट में राम जन्म आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने वाले प्रमुख संत युगपुरुष स्वामी परमानंद को भी शामिल किया गया है युगपुरुष स्वामी परमानंद देश के विद्वान संतों में गिने जाते हैं स्वामी जी के कई शिष्य भी वेद वेदांत के जानकार है विश्व की सबसे तेज तर्रार नेत्री साध्वी ऋतंभरा भी उनके शिष्य है


Body:स्वामी परमानंद ने राम जन्मभूमि आंदोलन को नई दिशा और तेवर दिए थे स्वामी परमानंद बेहद सरल स्वभाव के भेद सहज संत है वेदों के प्रखंड विद्वान परमानंद ने दुनिया के कई देशों में वेदांत का प्रचार किया आध्यात्मिक नेताओं के विश्व शांति शिखर सम्मेलन में उन्हें अमेरिका में उनको सन 2000 में संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया गया था इस सम्मेलन के बाद उन्होंने कई देशों में वेदांत का प्रचार किया और उनकी शिक्षाओं वेदांत तकनीक पर आधारित करीब डेढ़ सौ पुस्तकें अब तक लिखी जा चुकी है अब केंद्र सरकार ने उन्हें राम मंदिर निर्माण के लिए बनाए गए ट्रस्ट में शामिल किया है


Conclusion:स्वामी परमानंद को राम मंदिर ट्रस्ट में शामिल करने के बाद संत समाज में भी काफी उत्साह है क्योंकि राम मंदिर निर्माण में स्वामी परमानंद द्वारा अहम भूमिका निभाई गई और हरिद्वार में राम मंदिर निर्माण को लेकर जितनी भी बड़ी बैठक हुई उसमें मुखर होकर स्वामी परमानंद ने राम मंदिर निर्माण की पैरवी की थी आज केंद्र सरकार द्वारा जैसे ही उनको राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट में शामिल किया गया उनके आश्रम में संत समाज भी काफी खुश नजर आए
Last Updated : Feb 5, 2020, 11:11 PM IST
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