हरिद्वार: छात्रा द्वारा दुष्कर्म का आरोप लगाए जाने के बाद परमार्थ आश्रम के परमाध्यक्ष स्वामी चिन्मयानंद सलाखों के पीछे हैं. पुलिस ने निष्पक्ष जांच करते हुए आरोप लगाने वाली छात्रा के खिलाफ भी कार्रवाई की है. अब इस मामले में हरिद्वार स्थित परमार्थ आश्रम में साधु-संतों ने बैठक की. जिसमें मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की गई.
बैठक में मौजूद स्वामी शंकारानंद ने कहा कि स्वामी चिन्मयानंद के मामले में जो कुछ हो रहा है इसके पीछे एक बड़ा षड्यंत्र है. साधु-संतों की छवि खराब करने के लिए यह पूरा षड्यंत्र रचा गया है. इस मामले का खुलासा इस समय क्यों हुआ और पहले इस मामले का खुलासा क्यों नहीं हुआ, यह भी बड़ा सवाल है. साथ ही कहा कि निष्पक्ष जांच के बाद सब सच्चाई सामने आ जाएगी.
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इस दौरान स्वामी शंकारानंद ने कहा कि स्वामी चिन्मयानंद को जेल में उचित सुविधाएं दी जाए. उनके स्वास्थ्य व डायबिटीज को देखते हुए उन्हें सभी सुविधा दी जानी जरूरी है. सरकार को उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखने की जरूरत है.
वहीं, स्वामी शंकारानंद से जब शत्रु का नाम पूछा गया तो वह नाम बताने से बचते नजर आए. उन्होंने कहा कि जांच के दौरान सभी नाम सामने आ जाएंगे.
इस मामले में स्वामी सर्वेश्वरानंद ने कहा कि बैठक का उद्देश्य है कि अभी तक एक पक्ष का ही बात सामने आई है. स्वामी चिन्मयानंद के पक्ष की बात भी लोगों के सामने आनी चाहिए. स्वामी चिन्मयानंद देश के प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी जुड़े हैं.