हरिद्वार: कोरोना महामारी के बीच महाकुंभ 2021 का आयोजन हरिद्वार में होने जा रहा है. इसकी तैयारियां भी बेहद असाधारण हैं. कुंभ मेले के स्वागत के लिए हरिद्वार अब तैयार है. 12 साल के अंतराल में लगने वाला कुंभ ज्योतिष गणना के आधार पर 11 साल पर आयोजित हो रहा है.
इसी क्रम में विश्व प्रसिद्ध हरकी पैड़ी को कुंभ के लिए भव्य और सुंदर बनाने का कार्य अंतिम चरण में है. महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को हरकी पैड़ी का बदला हुआ स्वरूप देखने को मिलेगा. जिला प्रशासन हरकी पैड़ी को पौराणिक रूप के साथ-साथ भव्य और दिव्य रूप देने में जुटा हुआ है.
रात में चमकेगा हरकी पैड़ी
हरकी पैड़ी पर दो फ्लड लाइट लगाई गई हैं, जिससे रात्रि के समय पूरी हरकी पैड़ी तेज रोशनी उपलब्ध होगी. तेज रोशनी में श्रद्धालु रात में भी गंगा घाट पर आस्था की डुबकी लगा सकेंगे. गंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने बताया कि लोगों की आस्था को देखते हुए 2021 कुंभ के लिए हरकी पैड़ी को पौराणिक रूप के साथ और भव्य और सुंदर बनाने का कार्य चल रहा है.
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स्क्रीन के माध्यम से दिखाई जाएगी गंगा आरती
हरकी पैड़ी पर दो बड़ी स्क्रीन भी लगाई गई हैं. जिन पर दिन में मां गंगा से जुड़ी कथाएं और गंगा आरती दिखाई जाएंगी. इन स्क्रीन के जरिए हरकी पैड़ी पर किसी भी स्थान से श्रद्धालु गंगा आरती आराम से देख सकेंगे. इसके साथ ही पूरे मेला क्षेत्र में स्पीकर्स के माध्यम से श्रद्धालुओं को गंगा आरती सुनाई जाएगी.
आस्था के रंग
हरकी पैड़ी को भगवा एवं पीला रंग के साथ सुंदर बनाने का प्रयास किया जा रहा है. साथ ही सभी पुलों को भी इन्हीं रंगों से रंगा जा रहा है. इसके साथ ही लाइटों के माध्यम से हरकी पैड़ी को सजाया जा रहा है, जिससे दिन के साथ-साथ रात में हरकी पैड़ी जगमग रहेगा.
वहीं, मेलाधिकारी दीपक रावत का कहना है कि हर की पैड़ी को कुंभ के लिए एक अलग ही रूप देने का प्रयास किया जा रहा है. हरकी पैड़ी के पास कांगड़ा घाट का विस्तार किया गया. साथ ही हरकी पैड़ी में फ्लड लाइट, स्पीकर और दो बड़ी स्क्रीन भी लगाई गई हैं. गंगा सभा के दफ्तर को भी नए तरीके से बनाया गया है. ऐसे में हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं को हरकी पौड़ी का एक अलग ही स्वरूप देखने को मिलेगा.