हरिद्वार: 2021 में होने वाले कुंभ को लेकर अखाड़ा परिषद ने शनिवार को जूना अखाड़े में एक बैठक आयोजित की. इस दौरान सभी तेरह अखाड़ों के पदाधिकारी मौजूद रहे. बैठक में कुंभ मेले की तैयारी में धीमी गति से चल रहे काम को लेकर अखाड़ा परिषद ने नाराजगी जताई. साथ ही राम मंदिर और कश्मीर से धारा 370 को लेकर भी अखाड़ा परिषद मुखर नजर आया.
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने बताया कि अखाड़ा परिषद की बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई. और कई प्रस्ताव भी पास किए गए. नरेंद्र गिरी ने कहा कि राम मंदिर के निर्माण का रास्ता जल्द से जल्द ढूंढना है. चाहे कोर्ट के माध्यम से चाहे आम सहमति से पर जल्द से जल्द राम मंदिर का निर्माण होना चाहिए. वहीं, 2021 में लगने वाले कुंभ को लेकर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने कहा कि कुंभ मेले में लाखों की तादाद में श्रद्धालु हरिद्वार आएंगे. इस दौरान श्रद्धालुओं को कोई असुविधा ना हो इसे लेकर सरकार द्वारा हरिद्वार में चारों तरफ रिंग रोड बनाई जाए. और जो भी निर्माणाधीन फ्लाईओवर है उनका निर्माण जल्द से जल्द कराया जाए.
नरेंद्र गिरी कहा कि उत्तराखंड सरकार से मेरी मांग है कि हर अखाड़े और भक्तों के रहने के स्थान बनाने में हर साल 12 करोड़ का खर्च होता है. जिनका स्थाई निर्माण कराया जाएगा तो सरकार का पैसा भी बर्बाद नहीं होगा. 2021 कुम्भ में 15 से 20 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है. उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत ना हो इसलिए मेला क्षेत्र भी बढ़ाया जाए. साथ ही कहा कि इस बैठक में प्रस्ताव पास किया गया है कि कश्मीर से 370 धारा को सरकार जल्द से जल्द हटाए क्योकिं यह जम्मू कश्मीर के लिए कलंक है. और हमें विश्वास है की सरकार इस पर जल्द से जल्द कार्रवाई करेगी.
अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरी गिरी ने कहा कि नागा संन्यासियों का एक इतिहास है. अयोध्या मैं राम मंदिर निर्माण को लेकर लगभग 13 लाख लोग मारे गए हैं. राम मंदिर निर्माण उन शहीदों के लिए सही पुष्पांजलि होगी. साथ ही कहा की राम भारत भूमि और सनातन धर्म को मानने वालों के लिए सांस लेने का नाम राम है. अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण को लेकर कुछ मुस्लिम संगठन ऐसे हैं, जो नहीं चाहते कि राम मंदिर का निर्माण हो वह कट्टरवादी और असामाजिक लोग हैं. जो देश का वातावरण बिगाड़ना चाह रहे है.
राम मंदिर पक्षकार धर्मदास महाराज ने बताया कि हमें पूरा यकीन है कि अब जल्द से जल्द राम मंदिर का निर्माण होगा और मंदिर निर्माण के लिए सुप्रीम कोर्ट को ही आगे आना पड़ेगा. अभी सभी पक्षों और दोनों धर्मों के लोगो की मीटिंग चल रही है. आगामी 19 तारीख के बाद रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में पेश की जाएगी और सुप्रीम कोर्ट इस पर कोई ना कोई निर्णय जरूर लेगा.
उन्होंने कहा कि हिंदू ही नहीं मुसलमान भी मांग कर रहे हैं कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो सबकी सहमति से राम मंदिर बनेगा तो यह बहुत ही अच्छा होगा. और कहा कि कुछ भी हो बनेगा वहां पर राम मंदिर ही और सिर्फ साधु संत के द्वारा ही राम मंदिर का निर्माण होगा. ना कोई संगठन बनाएगा और ना ही कोई व्यक्ति बनाएगा. अखाड़ा परिषद के साधु , संत राम मंदिर बनाने के लिए अब तैयार है.