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पहाड़ न चढ़ने वाले डॉक्टरों पर होगी कार्रवाई, स्वास्थ्य महकमे ने 44 डॉक्टरों को भेजा नोटिस

स्वास्थ महकमा अब प्रदेशभर में उन डॉक्टरों को नोटिस जारी करने जा रहा है जिन्होंने अभी तक दुर्गम क्षेत्रों में अपनी सेवाएं नहीं दी है.

डॉक्टरों के खिलाफ होगी कार्रवाई
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Published : May 29, 2019, 10:49 AM IST

हल्द्वानी: देवभूमि के पहाड़ों में स्वास्थ सेवाओं की बदहाल स्थिति किसी से छिपी नहीं है. आज भी पहाड़ी और दुर्गम इलाके के लोग बेहतर स्वास्थ सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं. यही कारण है कि स्वास्थ्य महकमा अब प्रदेशभर में उन डॉक्टरों को नोटिस जारी करने जा रहा है जिन्होंने अभी तक दुर्गम क्षेत्रों में अपनी सेवाएं नहीं दी है.

ड्यूटी से नदारद रहने वाले डॉक्टरों के खिलाफ होगी कार्रवाई.

बता दें कि सरकारी खर्चों पर मेडिकल की पढ़ाई पूरी कर चुके डॉक्टर भी दुर्गम क्षेत्रों में नहीं जाना चाहते. सभी डॉक्टर सुगम में रहकर अपनी सेवाएं देना चाहते हैं. जबकि, शर्तों के अनुसार सरकारी खर्चों पर पढ़ने वाले डॉक्टरों को कम से कम 5 साल के लिए दुर्गम इलाकों में अपनी सेवाएं देना आवश्यक है.

पढ़ें: चारधाम यात्रा मार्गों की सरकार को नहीं दिखती बदहाली, बस दावे और काम कुछ नहीं

राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी के प्रधानाचार्य डॉ. सीपी भैसोड़ा ने कहा कि कोई भी डॉक्टर दुर्गम इलाकों में जाने को तैयार नहीं होता. अगर कोई डॉक्टर चला भी जाता है तो कुछ दिनों में छोड़कर वापिस चला आता है. लेकिन अब ऐसे डॉक्टरों के खिलाफ नोटिस जारी कर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

डॉ. सीपी भैसोड़ा ने कहा कि अब तक 44 ऐसे डॉक्टरों को नोटिस जारी कर दिया गया है. जोकि अपने तैनाती स्थल से नदारद रहते हैं.

हल्द्वानी: देवभूमि के पहाड़ों में स्वास्थ सेवाओं की बदहाल स्थिति किसी से छिपी नहीं है. आज भी पहाड़ी और दुर्गम इलाके के लोग बेहतर स्वास्थ सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं. यही कारण है कि स्वास्थ्य महकमा अब प्रदेशभर में उन डॉक्टरों को नोटिस जारी करने जा रहा है जिन्होंने अभी तक दुर्गम क्षेत्रों में अपनी सेवाएं नहीं दी है.

ड्यूटी से नदारद रहने वाले डॉक्टरों के खिलाफ होगी कार्रवाई.

बता दें कि सरकारी खर्चों पर मेडिकल की पढ़ाई पूरी कर चुके डॉक्टर भी दुर्गम क्षेत्रों में नहीं जाना चाहते. सभी डॉक्टर सुगम में रहकर अपनी सेवाएं देना चाहते हैं. जबकि, शर्तों के अनुसार सरकारी खर्चों पर पढ़ने वाले डॉक्टरों को कम से कम 5 साल के लिए दुर्गम इलाकों में अपनी सेवाएं देना आवश्यक है.

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राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी के प्रधानाचार्य डॉ. सीपी भैसोड़ा ने कहा कि कोई भी डॉक्टर दुर्गम इलाकों में जाने को तैयार नहीं होता. अगर कोई डॉक्टर चला भी जाता है तो कुछ दिनों में छोड़कर वापिस चला आता है. लेकिन अब ऐसे डॉक्टरों के खिलाफ नोटिस जारी कर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

डॉ. सीपी भैसोड़ा ने कहा कि अब तक 44 ऐसे डॉक्टरों को नोटिस जारी कर दिया गया है. जोकि अपने तैनाती स्थल से नदारद रहते हैं.

Intro:स्लग- मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने सरकार को दिखाया ठेंगा नहीं चढ़े पहाड़।( इस खबर के विजुअल और बाइट मिल से उठाएं)

रिपोर्टर -भावनाथ पंडित हल्द्वानी
एंकर- प्रदेश सरकार पहाड़ी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने का दावा कर रही है ।मगर सरकार के खर्चे पर मेडिकल की पढ़ाई कर चुके डॉ अब सरकार को ही ठेका दिखा रहे हैं। देवभूमि के कई दुर्गम इलाकों में आज भी लोग सही इलाज के लिए तरस रहे हैं। मेडिकल की पढ़ाई कर चुके डॉक्टर दुर्गम में नहीं जाना चाह रहे हैं ।बल्कि सुगम में रहकर काम करना चाह रहे हैं ।अब स्वास्थ्य महकमा ऐसे डॉक्टरों को नोटिस जारी करने जा रहा है जिन्होंने अभी तक पहाड़ पर जॉइनिंग नहीं ली है।


Body:पहाड़ के स्वास्थ्य सेवा किसी से छुपी नहीं हुई है। दांतों की कमी के कारण मरीजों को इधर उधर भटकना पड़ता है नैनीताल पिथौरागढ़ और अल्मोड़ा जिले में डॉक्टरों का टोटा चल रहा है। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि इन इलाकों में भेजे गए डॉक्टरों ने जॉइनिंग नहीं किया है। यह डॉक्टर दुर्गम नहीं बल्कि शुभम इलाकों में रह कर काम करना चाहते हैं। कल डॉक्टर ने जॉइनिंग किया मगर कुछ दिनों में ही खिसक लिए। यह डॉक्टर अब कहां है और कहां काम कर रहे हैं स्वास्थ्य विभाग इसकी पता लगाने में जुटा हुआ है।


Conclusion:राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी के प्राचार्य डॉ सीपी भैसोड़ा का कहना है कि 44 ऐसे डॉक्टरों को नोटिस दिया गया है जो अपने काम पर नहीं है। प्राचार्य के मां कहना है कि इन डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किया जाएगा।

बाइट -सीपी भैसोडा प्रिंसिपल राजकीय मेडिकल कॉलेज

गौरतलब है कि उत्तराखंड के मेडिकल कॉलेजों में सरकार के सब्सिडी के पैसों से इन सभी डॉक्टर ने पढ़ाई की है और शर्तों के अनुसार इनको 5 सालों तक पहाड़ी क्षेत्रों में सेवा देना आवश्यक है। ऐसे में यह डॉक्टर अब अपना सेवा छोड़ गायब हो चुके हैं।
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