हल्द्वानी: नगर के उप कारागार में कैदियों को मिलने वाली सुविधाओं और खर्चों को लेकर RTI के जरिए जो सच्चाई सामने आई है, वो हैरान करने वाली है. उप कारागार में राज्य बनने के बाद से अभी तक बिजली बिल पर करीब एक करोड़ और पानी बिल पर साठ लाख रुपए खर्च किए गए हैं.
सामाजिक कार्यकर्ता हेमंत गौनिया को उप कारागार से RTI के तहत मिली जानकारी के अनुसार साल 2000 से 2018 तक हल्द्वानी उप कारागार में बिजली पर 1,56,57,202 रुपये जबकि पानी पर 59,31,260 रुपए व्यय किए गए हैं. साथ ही साल 2018 से 2019 के लिए 1,40,000 की धनराशि को बिजली के बिल के लिए आवंटित किया गया है. वहीं पिछले 5 सालों में हल्द्वानी जेल के कैदियों के खाने पर 6 करोड़ रुपए और औषधि सहित अन्य खर्चों पर लगभग 1 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं.
गौर हो कि नगर के उप कारागार में 305 कैदियों को रखने की क्षमता है. जबकि वर्तमान में 1046 कैदी कारागार में बंद हैं.
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सामाजिक कार्यकर्ता हेमंत गोनिया ने बताया कि गरीब प्रदेश में इस तरह से कैदियों के ऊपर फिजूलखर्ची किया जाना ठीक नहीं है. अगर समय रहते इन कैदियों के मुकदमा का निपटारा कर दिया जाता तो इस तरह के खर्चों से बचा जा सकता है. साथ ही कहा कि प्रदेश की जेलों में सौर ऊर्जा की व्यवस्था करनी चाहिए जिससे कि बिजली की बर्बादी भी ना हो और पैसों की बचत हो सके.