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रक्षाबंधन: भाइयों की कलाई पर इस मुहूर्त में बांधे रक्षासूत्र, जानें क्या है समय - rakshbandhan auspicious time

सोमवार को रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाना है. जिसे लेकर हल्द्वानी के ज्योतिषाचार्य भास्कर पांडे ने रक्षा सूत्र बांधने का शुभ मुहूर्त बताया है.

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इस शुभ घड़ी में बांधें रक्षा-सूत्र.
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Published : Aug 2, 2020, 6:32 PM IST

हल्द्वानी: भाई-बहन का पावन त्योहार रक्षाबंधन सोमवार को मनाया जाना है. भाई-बहन के प्रेम के प्रतीक इस त्योहार के लिए रक्षा सूत्र बांधने का शुभ मुहूर्त सुबह 9:30 बजे से रात 9:30 बजे तक रहेगा. ज्योतिष के अनुसार सोमवार सुबह सुबह 7:21 से श्रावण नक्षत्र प्रारंभ हो रहा है. सुबह भद्रा काल होने के कारण राखी और जनेऊ धरण का शुभ लग्न सुबह 9:30 बजे से प्रारंभ होगा.

इस मुहूर्त में बांधे रक्षासूत्र.

वहीं, ज्योतिषाचार्य भास्कर पांडे ने बताया कि 2 अगस्त रविवार रात 9:32 बजे से भद्रा प्रारंभ हो रहा है, जो सुबह 9:29 बजे तक रहेगा. इस दौरान किसी तरह का शुभ कार्य करना उचित नहीं माना जाता है. जबकि, 3 अगस्त को 9:30 बजे सुबह से पूर्णिमा प्रारंभ हो रही है. इस दौरान रक्षा सूत्र के अलावा जनेऊ धरण का विशेष महत्व है.

ये भी पढ़ें: केदारनाथ मास्टर प्लान और देवस्थानम बोर्ड के विरोध में तीर्थ पुरोहित, क्रमिक अनशन किया शुरू

ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि खास बात ये है कि इस बार रक्षाबंधन के दिन सावन का सोमवार पड़ रहा है और भगवान शिव का जलाभिषेक करने के बाद रक्षाबंधन का त्योहार मनाना और भी फलदाई रहेगा है. श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाता है. इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांध कर उनके खुशहाल जीवन की कामना करती हैं. साथ ही भाई भी अपनी बहनों को उनकी रक्षा का वचन देते हैं.

ज्योतिष के अनुसार रक्षाबंधन के दौरान बहन को अपने भाई की कलाई पर राखी बांधने के दौरान विशेष तौर पर आरती करनी चाहिए. रोली-चंदन और अक्षत लगाकर रक्षा सूत्र बाधकर मुंह मीठा भी कराना विशेष फलदाई होता है. आरती के दौरान घी के दिए का प्रयोग करें और उत्तर दिशा की ओर मुख कर भाई की पूजा करें. साथ ही तिलक चंदन लगाकर रक्षा सूत्र बांधें. ज्योतिष बताते हैं कि रक्षा सूत्र में काले धागे का प्रयोग नहीं करना चाहिए. वहीं अगर संभव हो तो भाई की राशि के अनुसार ही रक्षा सूत्र का प्रयोग करें.

हल्द्वानी: भाई-बहन का पावन त्योहार रक्षाबंधन सोमवार को मनाया जाना है. भाई-बहन के प्रेम के प्रतीक इस त्योहार के लिए रक्षा सूत्र बांधने का शुभ मुहूर्त सुबह 9:30 बजे से रात 9:30 बजे तक रहेगा. ज्योतिष के अनुसार सोमवार सुबह सुबह 7:21 से श्रावण नक्षत्र प्रारंभ हो रहा है. सुबह भद्रा काल होने के कारण राखी और जनेऊ धरण का शुभ लग्न सुबह 9:30 बजे से प्रारंभ होगा.

इस मुहूर्त में बांधे रक्षासूत्र.

वहीं, ज्योतिषाचार्य भास्कर पांडे ने बताया कि 2 अगस्त रविवार रात 9:32 बजे से भद्रा प्रारंभ हो रहा है, जो सुबह 9:29 बजे तक रहेगा. इस दौरान किसी तरह का शुभ कार्य करना उचित नहीं माना जाता है. जबकि, 3 अगस्त को 9:30 बजे सुबह से पूर्णिमा प्रारंभ हो रही है. इस दौरान रक्षा सूत्र के अलावा जनेऊ धरण का विशेष महत्व है.

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ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि खास बात ये है कि इस बार रक्षाबंधन के दिन सावन का सोमवार पड़ रहा है और भगवान शिव का जलाभिषेक करने के बाद रक्षाबंधन का त्योहार मनाना और भी फलदाई रहेगा है. श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाता है. इस दिन बहनें अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांध कर उनके खुशहाल जीवन की कामना करती हैं. साथ ही भाई भी अपनी बहनों को उनकी रक्षा का वचन देते हैं.

ज्योतिष के अनुसार रक्षाबंधन के दौरान बहन को अपने भाई की कलाई पर राखी बांधने के दौरान विशेष तौर पर आरती करनी चाहिए. रोली-चंदन और अक्षत लगाकर रक्षा सूत्र बाधकर मुंह मीठा भी कराना विशेष फलदाई होता है. आरती के दौरान घी के दिए का प्रयोग करें और उत्तर दिशा की ओर मुख कर भाई की पूजा करें. साथ ही तिलक चंदन लगाकर रक्षा सूत्र बांधें. ज्योतिष बताते हैं कि रक्षा सूत्र में काले धागे का प्रयोग नहीं करना चाहिए. वहीं अगर संभव हो तो भाई की राशि के अनुसार ही रक्षा सूत्र का प्रयोग करें.

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