हल्द्वानी: गोरापड़ाव क्षेत्र में हुए बहुचर्चित पूनम पांडे हत्याकांड का खुलासा पुलिस कई महीने बाद भी नहीं कर पाई है. बीते साल 27 अगस्त को गोरापड़ाव क्षेत्र में अज्ञात बदमाशों ने पूनम पांडे की हत्या कर दी थी, जबकि उसकी बेटी को गंभीर रूप से घायल कर दिया था. घटना के 10 महीने बाद अब कुमाऊं के नवनियुक्त डीआईजी जगतराम जोशी जल्द खुलासा का दावा कर रहे हैं.
बता दें कि गोरापड़ाव क्षेत्र के चर्चित पूनम हत्याकांड मामले को लेकर पुलिस अब तक पूनम के 7 करीबियों के पॉलीग्राफ टेस्ट भी करा चुकी है. साथ ही इस हत्याकांड के खुलासे के लिए कई मेबाइल नंबर की भी छानबीन कर चुकी है. इसके अलावा पुलिस ने 15 एसटीएफ और 2 एसओजी की टीम को कई महीनों तक लगाए रखा. बावजूद इस हत्याकांड का खुलासा नहीं हुआ है.
पढ़ें: पिथौरागढ़ उपचुनाव और त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर भाजपा-कांग्रेस ने अलापा ये राग
वहीं, कुमाऊं के नवनियुक्त डीआईजी जगतराम जोशी का कहना है कि इस केस की विशेष टीम द्वारा गहनता से जांच कराकर जल्द खुलासा किया जाएगा.
गौरतलब है कि पिछले साल 28 अगस्त की रात गोरापड़ाव स्थित एक घर में बदमाशों ने पूनम पांडे की हत्या कर दी थी. साथ ही उसके पालतू कुत्ते को भी मौत से घाट उतार दिया था. जबकि, उसकी बेटी अर्शी पांडे को अधमरा कर छोड़ दिया था.