हल्द्वानी: विधानसभा चुनाव की तिथि घोषित होने के साथ ही सभी पार्टियों ने अपना-अपना प्रचार अभियान शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में कांग्रेस ने भले ही प्रत्याशी घोषित नहीं किए हैं, लेकिन डिजिटल माध्यम से प्रचार शुरू करने को लेकर कंट्रोल रूम बनाने जा रही है. वहीं सपा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा है कि जो लोग पांच साल तक जनता के बीच में ही नहीं गए उन्हें वर्चुअल रैलियों की क्या जरूरत है.
प्रदेश की 70 विधानसभा सीटों में चुनाव को लेकर डिजिटल माध्यम से प्रचार करने के लिए कांग्रेस सभी विधानसभा सीटों में कंट्रोल रूम बनाने जा रही है. इसी क्रम में हल्द्वानी में भी कंट्रोल रूम की स्थापना की जाएगी. इस बारे में कांग्रेस की मीडिया कोआॉर्डिनेटर जरिता लैतफलांग ने कहा कि सभी विधानसभा में कंट्रोल रूम बनाने का काम चल रहा है जहां से कांग्रेस के दिग्गज नेता डिजिटल माध्यम से अपनी वर्चुअल रैलियों को संबोधित करेंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए प्रचार-प्रसार की आगे की रणनीति तय की जाएगी.
वहीं समाजवादी पार्टी के प्रमुख महासचिव और हल्द्वानी से प्रत्याशी शोएब अहमद ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि जो लोग बीते 5 सालों में जनता के पास नहीं गए उन्हें वर्चुअल रैलियों की जरूरत क्या है. जरूरत उन लोगों को है जो प्रत्याशी पिछले 5 सालों से जनता के बीच में हैं. अहमद ने कहा कि उनको लुभावने वादे और भीड़ एकत्रित करने की जरूरत ही नहीं है. समाजवादी पार्टी 5 साल से आम जनता के बीच में ही सेवा भाव से लगी हुई है इसलिए इन वर्चुअल रैलियों से कुछ भी हासिल होने वाला नहीं है.
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समाजवादी पार्टी के प्रमुख महासचिव शोएब अहमद ने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही अभी तक सोते रहे और अब चुनाव आने पर जनता के बीच में जाने की सोच रहे हैं. आम जनता के बीच जाकर हाथ जोड़कर वोट मांगने की अपील करना चाहते हैं. लेकिन उत्तराखंड की जनता ने इन दोनों पार्टियों को प्रदेश से उखाड़ फेंकने का मन बना लिया है.