हल्द्वानी: अस्पतालों द्वारा बायोमेडिकल कचरा इधर-उधर फेंके जाने पर अब जिला प्रशासन सख्त होने जा रहा है.जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग और प्रदूषण विभाग को बायोमेडिकल कचरा फैलाने वाले सरकारी और निजी अस्पतालों के खिलाफ छापामारी करने के निर्देश दिए हैं. जिलाधिकारी ने सभी अस्पतालों से नर्सिंग होम एक्ट का ठीक से पालन करने को कहा है. साथ ही जो अस्पताल बिना पर्यावरण संरक्षण विभाग के प्रमाण पत्र के चल रहे हैं उनके खिलाफ भी छापेमारी करने के निर्देश जारी किये गये हैं.
जिलाधिकारी सविन बंसल ने कहा सभी अस्पतालों, नर्सिंग होम और क्लीनिक से निकलने वाले बायोमेट्रिक वेस्ट जैसे कचरे का उचित निपटारा करना होगा. ऐसा न करने वाले अस्पतालों, नर्सिंग होम के खिलाफ छापामारी कर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी.
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उन्होंने कहा बायोमेडिकल कचरा स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों के लिए ही काफी घातक है, इसलिए उसका उचित निपटारा होना जरूरी है. ऐसे कचरे से न केवल भूमि, जल और वायु प्रदूषण दूषित होता है बल्कि महामारी सहित कई अन्य बीमारियां फैलने की आशंका भी बनी रहती है.
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जिलाधिकारी सविन बंसल ने कहा बायोमेट्रिक कचरे से निपटारे के लिए राज्य सरकार ने विशेष एजेंसी भी नियुक्त की है. अस्पताल इन एजेंसियों को अपना बायोमेट्रिक कचरा देकर वैज्ञानिक तरीके से इसका निपटारा करा सकते हैं.