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बायोमेडिकल कचरे को लेकर सख्त हुआ प्रशासन, दिये छापेमारी के निर्देश - DM Savin Bansal

जिलाधिकारी सविन बंसल ने कहा सभी अस्पतालों, नर्सिंग होम और क्लीनिक से निकलने वाले बायोमेट्रिक वेस्ट जैसे कचरे का उचित निपटारा करना होगा. ऐसा न करने वाले अस्पतालों, नर्सिंग होम के खिलाफ छापामारी कर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी.

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बायोमेडिकल कचरे को लेकर सख्त हुआ प्रशासन
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Published : Jan 27, 2020, 5:33 AM IST

हल्द्वानी: अस्पतालों द्वारा बायोमेडिकल कचरा इधर-उधर फेंके जाने पर अब जिला प्रशासन सख्त होने जा रहा है.जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग और प्रदूषण विभाग को बायोमेडिकल कचरा फैलाने वाले सरकारी और निजी अस्पतालों के खिलाफ छापामारी करने के निर्देश दिए हैं. जिलाधिकारी ने सभी अस्पतालों से नर्सिंग होम एक्ट का ठीक से पालन करने को कहा है. साथ ही जो अस्पताल बिना पर्यावरण संरक्षण विभाग के प्रमाण पत्र के चल रहे हैं उनके खिलाफ भी छापेमारी करने के निर्देश जारी किये गये हैं.

बायोमेडिकल कचरे को लेकर सख्त हुआ प्रशासन

जिलाधिकारी सविन बंसल ने कहा सभी अस्पतालों, नर्सिंग होम और क्लीनिक से निकलने वाले बायोमेट्रिक वेस्ट जैसे कचरे का उचित निपटारा करना होगा. ऐसा न करने वाले अस्पतालों, नर्सिंग होम के खिलाफ छापामारी कर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी.

पढ़ें-एक हफ्ते के भीतर रिक्त पदों पर होगी अतिथि शिक्षकों की नियुक्तिः अरविंद पांडे

उन्होंने कहा बायोमेडिकल कचरा स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों के लिए ही काफी घातक है, इसलिए उसका उचित निपटारा होना जरूरी है. ऐसे कचरे से न केवल भूमि, जल और वायु प्रदूषण दूषित होता है बल्कि महामारी सहित कई अन्य बीमारियां फैलने की आशंका भी बनी रहती है.

पढ़ें-हरिद्वार: भूमि विवाद के चलते उलझकर रह गया कॉलेज का कार्य, पीएम मोदी ने किया था शिलान्यास

जिलाधिकारी सविन बंसल ने कहा बायोमेट्रिक कचरे से निपटारे के लिए राज्य सरकार ने विशेष एजेंसी भी नियुक्त की है. अस्पताल इन एजेंसियों को अपना बायोमेट्रिक कचरा देकर वैज्ञानिक तरीके से इसका निपटारा करा सकते हैं.

हल्द्वानी: अस्पतालों द्वारा बायोमेडिकल कचरा इधर-उधर फेंके जाने पर अब जिला प्रशासन सख्त होने जा रहा है.जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग और प्रदूषण विभाग को बायोमेडिकल कचरा फैलाने वाले सरकारी और निजी अस्पतालों के खिलाफ छापामारी करने के निर्देश दिए हैं. जिलाधिकारी ने सभी अस्पतालों से नर्सिंग होम एक्ट का ठीक से पालन करने को कहा है. साथ ही जो अस्पताल बिना पर्यावरण संरक्षण विभाग के प्रमाण पत्र के चल रहे हैं उनके खिलाफ भी छापेमारी करने के निर्देश जारी किये गये हैं.

बायोमेडिकल कचरे को लेकर सख्त हुआ प्रशासन

जिलाधिकारी सविन बंसल ने कहा सभी अस्पतालों, नर्सिंग होम और क्लीनिक से निकलने वाले बायोमेट्रिक वेस्ट जैसे कचरे का उचित निपटारा करना होगा. ऐसा न करने वाले अस्पतालों, नर्सिंग होम के खिलाफ छापामारी कर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी.

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उन्होंने कहा बायोमेडिकल कचरा स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों के लिए ही काफी घातक है, इसलिए उसका उचित निपटारा होना जरूरी है. ऐसे कचरे से न केवल भूमि, जल और वायु प्रदूषण दूषित होता है बल्कि महामारी सहित कई अन्य बीमारियां फैलने की आशंका भी बनी रहती है.

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जिलाधिकारी सविन बंसल ने कहा बायोमेट्रिक कचरे से निपटारे के लिए राज्य सरकार ने विशेष एजेंसी भी नियुक्त की है. अस्पताल इन एजेंसियों को अपना बायोमेट्रिक कचरा देकर वैज्ञानिक तरीके से इसका निपटारा करा सकते हैं.

Intro:sammry- अस्पतालों द्वारा बायोमेडिकल के खिलाफ जिला प्रशासन करेगा छापामारी।



एंकर- अस्पतालों द्वारा बायोमेडिकल कचरा इधर-उधर और सड़क किनारे फेंके जाने पर अब जिला प्रशासन अस्पतालों के खिलाफ सख्त कदम उठाने जा रहा है ।जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग और प्रदूषण विभाग को बायोमेडिकल कचरा फैलाने वाले सरकारी और निजी अस्पतालों के खिलाफ छापामारी करने के निर्देश दिए हैं ।जिलाधिकारी ने सभी अस्पतालों से नर्सिंग होम एक्ट को ठीक से पालन करने को कहा है ।साथ ही जो भी अस्पताल बिना पर्यावरण संरक्षण विभाग के प्रमाण पत्र के चल रहे हैं उनके खिलाफ भी छापेमारी करने के निर्देश दिए हैं।


Body:निजी और सरकारी अस्पतालों द्वारा बायोमेडिकल कचरा इधर-उधर फेंके जाने जिला प्रशासन सख्त रुख अपनाने जा रहा है। जिलाधिकारी सविन बंसल ने कहा है कि सभी अस्पतालों नर्सिंग होम और क्लीनिक से निकलने वाले बायोमेट्रिक बेस्ट जैसे कचरे को उचित निपटारा करना होगा ऐसा न करने वाले अस्पतालों नर्सिंग होम और अस्पतालों के खिलाफ छापामारी कर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि बायोमेडिकल कचरा स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए काफी घातक है इसलिए उसका उचित निपटारा होना जरूरी है। ऐसे कचरे से ना केवल भूमि जल और वायु प्रदूषण दूषित होता है बल्कि महामारी सहित कई अन्य बीमारियां फैलने की आशंका भी बनी रहती है।
उन्होंने कहा बाय मेट्रिक कचरे से निपटारे के लिए राज्य सरकार द्वारा विशेष एजेंसी भी नियुक्त की गई है अस्पताल इन एजेंसियों को अपना बायोमेट्रिक देकर वैज्ञानिक तरीके से निपटारा करा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि जो भी अस्पताल बायोमेट्रिक का निस्तारण वैज्ञानिक ढंग से नहीं कर रहे हैं उनके खिलाफ अब छापामारी करने की कार्रवाई की जाएगी।


Conclusion:जिलाधिकारी ने कहा है कि जो भी अस्पताल बिना पर्यावरण संरक्षण विभाग के प्रमाण पत्र के चल रहे हैं उसके खिलाफ भी छापेमारी की कार्रवाई की जाएगी।


बाइट -सविन बंसल जिलाधिकारी नैनीताल
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