देहरादून: साल 2018 में इन्वेस्टर समिट के सफल आयोजन के बाद अब प्रदेश सरकार वैलनेस समिट करने जा रही है. अप्रैल 2020 में होने वाले वेलनेस समिट के लिए प्रदेश सरकार ने खाका भी तैयार कर लिया है. बताया जा रहा है कि इसके आयोजन पर करीब 25 करोड़ खर्च होने का अनुमान है. प्रदेश सरकार इसके माध्यम से इको टूरिज्म को प्रदेश में बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत है. इसी के तहत अप्रैल 2020 में प्रदेश में वैलनेस समिट का आयोजन किया जा रहा है.
बता दें कि राज्य में औद्योगिक विकास की गति को बढ़ाने के लिए अक्टूबर 2018 में आयोजित इन्वेस्टर समिट 12 फोकस सेक्टर्स पर केंद्रित था. जिसमें खाद्य प्रसंस्करण,बागवानी एवं फलों की खेती, हर्बल एवं एरोमेटिक, पर्यटन एवं आतिथ्य , तंदुरुस्ती एवं आयुष, औषधि, ऑटोमोबाइल ,कुदरती रेशे, सूचना एवं प्रौद्योगिकी, अक्षय ऊर्जा, जैविक प्रौद्योगिकी एवं फिल्म शूटिंग शामिल थे. इन्वेस्टर समिट के आयोजन के बाद से लेकर अब तक प्रदेश में 18000 करोड़ के 405 इन्वेस्टमेंट प्रपोजल पर कार्य शुरू हो चुका है. वहीं 45 नए उद्योगों से उत्पादन भी शुरू हो चुका है.
पढ़ें-तालाब निर्माण के लिए बजट का आवंटन, मंत्री रेखा आर्य ने की समीक्षा बैठक
उत्तराखंड में वैलनेस उद्योग की अपार संभावना को देखते हुए त्रिवेंद्र सरकार प्रदेश में पहली बार वैलनेस समिट आयोजित करने जा रही है. उत्तराखंड उद्योग विभाग के निदेशक सुधीर नौटियाल ने जानकारी देते हुए बताया कि 71 फीसदी वन भू-विभाग वाले राज्य उत्तराखंड में इको टूरिज्म की काफी ज्यादा संभावना है. इसके साथ ही प्रदेश के पहाड़ी जनपदों में वैलनेस सेंटर स्थापित करने से प्रदेशवासियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया हो पाएंगी. यही कारण है कि अप्रैल 2020 में आयोजित होने वाले वैलनेस सेंटर और इको टूरिज्म के क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा दिया जाएगा.