ETV Bharat / city

बैंक मैनेजर से करोड़ों की ठगी करने वाले नाइजीरियन गैंग का पर्दाफाश, ऐसे बनाते थे शिकार

एसटीएफ की गिरफ्त में आए नाइजीरियन गिरोह के दो सदस्यों में से एक का नाम विक्टर (36) है, जो पकड़े जाने से पहले दिल्ली वेस्ट के 33A न्यू महावीर नगर में रहता था. जबकि दूसरा सदस्य नॉर्थ ईस्ट का रहने वाला है.

uttarakhand-stf-expose-nigerian-gangs
एसटीएफ ने किया ठगी करने वाले नाइजीरियन गैंग का पर्दाफाश
author img

By

Published : Jan 18, 2020, 7:50 PM IST

Updated : Jan 18, 2020, 8:04 PM IST

देहरादून: कुछ दिनों पहले राजधानी के एक बैंक मैनेजर को साइबर क्राइम के जाल में फंसा कर एक करोड़ 12 लाख 64 हजार रुपए की ठगी की गई थी. शनिवार को उत्तराखंड एसटीएफ ने इस घटना को अंजाम देने वाले नाइजीरियन गिरोह का पर्दाफाश किया. उत्तराखंड एसटीएफ टीम ने मामले में दो अभियुक्तों को विकासपुरी (दिल्ली ) से गिरफ्तार किया है. नाइजीरियंस स्कैम गिरोह के नाम से पहचान रखने वाले इस गैंग का मुख्य आरोपी नाइजीरियन मूल का है,जबकि दूसरा नॉर्थ ईस्ट राज्य से है. दिल्ली से संचालित होने वाले इस गैंग से बड़ी मात्रा में फर्जी दस्तावेज, 13 मोबाइल, 17 अलग-अलग बैंकों के एटीएम, 15 सिम कार्ड, 10 विभिन्न बैंकों के पास बुक, 5 चेकबुक सहित लैपटॉप और दो अलग-अलग देशों के फर्जी पासपोर्ट भी बरामद हुए हैं.

एसटीएफ ने किया ठगी करने वाले नाइजीरियन गैंग का पर्दाफाश

एसटीएफ की गिरफ्त में आए नाइजीरियन गिरोह के दो सदस्यों में से एक का नाम विक्टर(36) है, जोकि नाइजीरिया का रहने वाला है, पकड़े जाने से पहले दिल्ली वेस्ट के 33A न्यू महावीर नगर में रहता था. जबकि दूसरा सदस्य नॉर्थ ईस्ट का रहने वाला है.

पढ़ें-उत्तराखंड में ठंड का कहर और बढ़ा, 12वीं तक के स्कूलों में छुट्टी घोषित

कैश यूरो उपहार देने के नाम पर हुई साइबर ठगी
उत्तराखंड एसटीएफ टीम के मुताबिक 12 दिसंबर 2019 को देहरादून के केनरा बैंक मैनेजर प्रदीप कुमार जयसवाल ने शिकायत दर्ज करवाई थी. जिसमें कहा गया कि उन्हें विदेश से उपहार के तौर पर 1900 यूरो भेज कर जाल में फंसाया गया. उपहार में भेजे जाने वाली विदेशी करेंसी कस्टम ड्यूटी में अलग-अलग जगह फंसने का झांसा देते हुए गिरोह ने बैंक मैनेजर से अलग-अलग बैंक खातों में एक करोड़ 12 लाख 64 हजार जमा करवाए.

एक के बाद एक डिमांड में जमा होने के रकम को नाइजीरियन गिरोह दिल्ली के अलग-अलग बैंकों के एटीएम से निकालता भी रहा. एसटीएफ टीम ने एटीएम में लगे सीसीटीवी कैमरे के आधार पर ही अभियुक्तों की पहचान की. एसटीएफ के मुताबिक नाइजीरियंस स्कैम गिरोह ज्यादातर लॉटरी, बीमा, विदेश भेजने का लालच देकर साइबर ठगी करता है.

पढ़ें-पीएम मोदी से आज मिलेंगे CM त्रिवेंद्र, मंत्रिमंडल विस्तार पर हाईकमान से मिल सकती है मंजूरी

देशभर में फैला है नाइजीरियन गिरोह का नेटवर्क
उत्तराखंड एसटीएफ के मुताबिक पकड़े गए नाइजीरियन साइबर गैंग से पूछताछ में पता चला है कि इनके द्वारा मोबाइल फोन के माध्यम से देशभर के अलग-अलग राज्यों में ज्यादातर सीनियर सिटीजन और ऊंचे पदों पर नौकरी करने वालों को फंसाया जाता है. जिसके बाद देश विदेश के अलग-अलग एयरपोर्ट पर कस्टम ड्यूटी पे करने नाम पर उनसे लाखो करोड़ों रुपए ऐठे जाते हैं. पूछताछ में पता चला है कि इस गैंग का नेटवर्क देशभर में फैला है.
पढ़ें-CM त्रिवेंद्र ने रक्षा मंत्री से की मुलाकात, लापता जवान की वापसी समेत कई मुद्दों पर चर्चा

निशाने पर होते हैं सीनियर सिटीजन: डीआईजी एसटीएफ
उत्तराखंड एसटीएफ डीआईजी रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि इस गिरोह के दिल्ली में कई बैंकों में अकाउंट हैं. जिनकी पुलिस लगातार छानबीन कर रही है. उन्होंने बताया कि ये गिरोह देशभर के अलग-अलग स्थानों पर सीनियर सिटीजन और बड़े पदों पर तैनात लोगों को निशाना बनाता था. उन्होंने बताया कि गैंग की छानबीन करने पर करोड़ों रुपए बैंकों में जमा करने और निकालने की जानकारी सामने आई है. उन्होंने बताया कि फिलहाल एसटीएफ इस नाइजीरियन गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है.

देहरादून: कुछ दिनों पहले राजधानी के एक बैंक मैनेजर को साइबर क्राइम के जाल में फंसा कर एक करोड़ 12 लाख 64 हजार रुपए की ठगी की गई थी. शनिवार को उत्तराखंड एसटीएफ ने इस घटना को अंजाम देने वाले नाइजीरियन गिरोह का पर्दाफाश किया. उत्तराखंड एसटीएफ टीम ने मामले में दो अभियुक्तों को विकासपुरी (दिल्ली ) से गिरफ्तार किया है. नाइजीरियंस स्कैम गिरोह के नाम से पहचान रखने वाले इस गैंग का मुख्य आरोपी नाइजीरियन मूल का है,जबकि दूसरा नॉर्थ ईस्ट राज्य से है. दिल्ली से संचालित होने वाले इस गैंग से बड़ी मात्रा में फर्जी दस्तावेज, 13 मोबाइल, 17 अलग-अलग बैंकों के एटीएम, 15 सिम कार्ड, 10 विभिन्न बैंकों के पास बुक, 5 चेकबुक सहित लैपटॉप और दो अलग-अलग देशों के फर्जी पासपोर्ट भी बरामद हुए हैं.

एसटीएफ ने किया ठगी करने वाले नाइजीरियन गैंग का पर्दाफाश

एसटीएफ की गिरफ्त में आए नाइजीरियन गिरोह के दो सदस्यों में से एक का नाम विक्टर(36) है, जोकि नाइजीरिया का रहने वाला है, पकड़े जाने से पहले दिल्ली वेस्ट के 33A न्यू महावीर नगर में रहता था. जबकि दूसरा सदस्य नॉर्थ ईस्ट का रहने वाला है.

पढ़ें-उत्तराखंड में ठंड का कहर और बढ़ा, 12वीं तक के स्कूलों में छुट्टी घोषित

कैश यूरो उपहार देने के नाम पर हुई साइबर ठगी
उत्तराखंड एसटीएफ टीम के मुताबिक 12 दिसंबर 2019 को देहरादून के केनरा बैंक मैनेजर प्रदीप कुमार जयसवाल ने शिकायत दर्ज करवाई थी. जिसमें कहा गया कि उन्हें विदेश से उपहार के तौर पर 1900 यूरो भेज कर जाल में फंसाया गया. उपहार में भेजे जाने वाली विदेशी करेंसी कस्टम ड्यूटी में अलग-अलग जगह फंसने का झांसा देते हुए गिरोह ने बैंक मैनेजर से अलग-अलग बैंक खातों में एक करोड़ 12 लाख 64 हजार जमा करवाए.

एक के बाद एक डिमांड में जमा होने के रकम को नाइजीरियन गिरोह दिल्ली के अलग-अलग बैंकों के एटीएम से निकालता भी रहा. एसटीएफ टीम ने एटीएम में लगे सीसीटीवी कैमरे के आधार पर ही अभियुक्तों की पहचान की. एसटीएफ के मुताबिक नाइजीरियंस स्कैम गिरोह ज्यादातर लॉटरी, बीमा, विदेश भेजने का लालच देकर साइबर ठगी करता है.

पढ़ें-पीएम मोदी से आज मिलेंगे CM त्रिवेंद्र, मंत्रिमंडल विस्तार पर हाईकमान से मिल सकती है मंजूरी

देशभर में फैला है नाइजीरियन गिरोह का नेटवर्क
उत्तराखंड एसटीएफ के मुताबिक पकड़े गए नाइजीरियन साइबर गैंग से पूछताछ में पता चला है कि इनके द्वारा मोबाइल फोन के माध्यम से देशभर के अलग-अलग राज्यों में ज्यादातर सीनियर सिटीजन और ऊंचे पदों पर नौकरी करने वालों को फंसाया जाता है. जिसके बाद देश विदेश के अलग-अलग एयरपोर्ट पर कस्टम ड्यूटी पे करने नाम पर उनसे लाखो करोड़ों रुपए ऐठे जाते हैं. पूछताछ में पता चला है कि इस गैंग का नेटवर्क देशभर में फैला है.
पढ़ें-CM त्रिवेंद्र ने रक्षा मंत्री से की मुलाकात, लापता जवान की वापसी समेत कई मुद्दों पर चर्चा

निशाने पर होते हैं सीनियर सिटीजन: डीआईजी एसटीएफ
उत्तराखंड एसटीएफ डीआईजी रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि इस गिरोह के दिल्ली में कई बैंकों में अकाउंट हैं. जिनकी पुलिस लगातार छानबीन कर रही है. उन्होंने बताया कि ये गिरोह देशभर के अलग-अलग स्थानों पर सीनियर सिटीजन और बड़े पदों पर तैनात लोगों को निशाना बनाता था. उन्होंने बताया कि गैंग की छानबीन करने पर करोड़ों रुपए बैंकों में जमा करने और निकालने की जानकारी सामने आई है. उन्होंने बताया कि फिलहाल एसटीएफ इस नाइजीरियन गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है.

Intro:summary-साइबर क्राइम: बैंक मैनेजर से करोड़ों रुपए ठगने वाले नाइजीरियन गिरोह का पर्दाफाश, विदेश से यूरो करेंसी भेजने के नाम पर हुई ठगी, अलग-अलग बैंकों में जमा करवाई गई ठगी की धनराशि, दिल्ली के विकासपुरी से चलता था साइबर स्कैम गिरोह।


देहरादून के एक बैंक मैनेजर को साइबर क्राइम के जाल में फंसा कर एक करोड़ 12 लाख 64 हजार रुपए ठगने वाले नाइजीरियन गिरोह का पर्दाफाश कर उत्तराखंड एसटीएफ टीम ने दो अभियुक्तों को दिल्ली विकासपुरी से गिरफ्तार किया है। नाइजीरियंस स्कैम गिरोह के नाम से पहचान रखने वाले इस गैंग का मुख्य आरोपी नाइजीरियन मूल का हैं,जबकि दूसरा नॉर्थ ईस्ट राज्य से है। दिल्ली से संचालित होने वाले इस नाइजीरियन साइबर क्राइम गिरोह से भारी मात्रा में फर्जी दस्तावेज, 13 मोबाइल, 17 अलग-अलग बैंकों के एटीएम, 15 सिम कार्ड,10 विभिन्न बैंकों पास बुक व 5 चेकबुक सहित लैपटॉप और दो अलग-अलग देशों के फर्जी पासपोर्ट भी बरामद हुए हैं।

एसटीएफ की गिरफ्त में आया नाइजीरियन गिरोह के दो सदस्यों में से नाइजीरियन मूल का 36 वर्षीय victor chidubem s/o late Sylvester omelu मूल रुप से 18,usiki Enugu state naiziriya का रहने वाला है हाल फिलहाल वह 33a न्यू महावीर नगर थाना तिलक नगर दिल्ली वेस्ट में रहता है।
वही गिरोह का दूसरा 32 वर्षीय सदस्य zamana kabhi s/o vaidik Chung मूल रूप से जिला सेनापति ,नॉर्थ ईस्ट राज्य का रहने वाला है।


Body:कैश यूरो उपहार देने के नाम पर हुए साइबर ठगी

नाइजीरियन स्कैम गिरोह का पर्दाफाश करने वाली उत्तराखंड एसटीएफ टीम के मुताबिक 12 दिसंबर 2019 को देहरादून के केनरा बैंक बैंक मैनेजर प्रदीप कुमार जयसवाल कि शिकायत के मुताबिक उनको विदेश से उपहार के तौर पर 1900 यूरो भेजने के जाल में फंसा कर यह ठगी हुई। उपहार में भेजे जाने वाली विदेशी करेंसी कस्टम ड्यूटी में अलग-अलग जगह फंसने का झांसा देते हुए गिरोह बैंक मैनेजर से अलग-अलग बैंक खातों में एक करोड़ 12 लाख 64 हज़ार जमा करवाए। एक के बाद एक डिमांड में जमा होने के रकम को नाइजीरियन गिरोह द्वारा दिल्ली के अलग-अलग बैंक एटीएम से निकाल गया। इसी के चलते एटीएम में लगे सीसीटीवी कैमरे के आधार पर ही STF टीम अभियुक्तों की पहचान की। एसटीएफ के मुताबिक नाइजीरियंस स्कैम गिरोह ज्यादातर लॉटरी, बीमा विदेश से ऊपर भेजने का लालच देकर इस तरह की साइबर ठगी करता है।


दिल्ली से संचालित होने वाले नाइजीरियन गिरोह का देश भर में फैला है नेटवर्क

उत्तराखंड एसटीएफ के मुताबिक पकड़े गए नाइजीरियन साइबर गिरोह से पूछताछ में पता चला कि इनके द्वारा मोबाइल फोन के माध्यम से देशभर के अलग-अलग राज्यों में ज्यादातर सीनियर सिटीजन और ऊंचे पदों पर नौकरी करने वालों को लॉटरी निकलने बीमा में फायदा होने विदेश से उपहार स्वरूप बड़ी करेंसी भेजने के जाल में फंसाया जाता है। जिसके बाद देश विदेश के अलग-अलग एयरपोर्ट में कस्टम ड्यूटी पे करने नाम पर लाखो करोड़ो रुपए जमा कराकर ठगी की जाती है।


Conclusion:नाइजीरियन स्कैम गिरोह के निशाने पर ज्यादातर सीनियर सिटीजन: डीआईजी एसटीएफ

वहीं देश भर में साइबर क्राइम में सक्रिय इस नाइजीरियन स्कैम गिरोह के संबंध में जानकारी देते हुए उत्तराखंड एसटीएफ डीआईजी रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि, गिरोह के कई बैंक के अकाउंट दिल्ली के है जिन की छानबीन की जा रही है। गिरोह द्वारा देशभर में अलग-अलग स्थानों में सीनियर सिटीजन ऊंचे पदों पर आसीन लोगों को शिकार बनाते हुए करोड़ों रुपए बैंकों में जमा कर ट्रांजैक्शन सामने आई है। हालांकि रुपए जमा होने के बाद तत्काल ही गिरोह एटीएम और अन्य माध्यम से रकम को निकाल लेता है। फिलहाल इस नाइजीरियन गिरोह के अन्य सदस्यों तलाशने के साथी पूरे नेटवर्क के बारे में पूछताछ कर एसटीएफ आगे की कार्रवाई में जुटी है।

बाइट -रिद्धिम अग्रवाल ,डीआईजी एसटीएफ उत्तराखंड
Last Updated : Jan 18, 2020, 8:04 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.