देहरादून: कुछ दिनों पहले राजधानी के एक बैंक मैनेजर को साइबर क्राइम के जाल में फंसा कर एक करोड़ 12 लाख 64 हजार रुपए की ठगी की गई थी. शनिवार को उत्तराखंड एसटीएफ ने इस घटना को अंजाम देने वाले नाइजीरियन गिरोह का पर्दाफाश किया. उत्तराखंड एसटीएफ टीम ने मामले में दो अभियुक्तों को विकासपुरी (दिल्ली ) से गिरफ्तार किया है. नाइजीरियंस स्कैम गिरोह के नाम से पहचान रखने वाले इस गैंग का मुख्य आरोपी नाइजीरियन मूल का है,जबकि दूसरा नॉर्थ ईस्ट राज्य से है. दिल्ली से संचालित होने वाले इस गैंग से बड़ी मात्रा में फर्जी दस्तावेज, 13 मोबाइल, 17 अलग-अलग बैंकों के एटीएम, 15 सिम कार्ड, 10 विभिन्न बैंकों के पास बुक, 5 चेकबुक सहित लैपटॉप और दो अलग-अलग देशों के फर्जी पासपोर्ट भी बरामद हुए हैं.
एसटीएफ की गिरफ्त में आए नाइजीरियन गिरोह के दो सदस्यों में से एक का नाम विक्टर(36) है, जोकि नाइजीरिया का रहने वाला है, पकड़े जाने से पहले दिल्ली वेस्ट के 33A न्यू महावीर नगर में रहता था. जबकि दूसरा सदस्य नॉर्थ ईस्ट का रहने वाला है.
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कैश यूरो उपहार देने के नाम पर हुई साइबर ठगी
उत्तराखंड एसटीएफ टीम के मुताबिक 12 दिसंबर 2019 को देहरादून के केनरा बैंक मैनेजर प्रदीप कुमार जयसवाल ने शिकायत दर्ज करवाई थी. जिसमें कहा गया कि उन्हें विदेश से उपहार के तौर पर 1900 यूरो भेज कर जाल में फंसाया गया. उपहार में भेजे जाने वाली विदेशी करेंसी कस्टम ड्यूटी में अलग-अलग जगह फंसने का झांसा देते हुए गिरोह ने बैंक मैनेजर से अलग-अलग बैंक खातों में एक करोड़ 12 लाख 64 हजार जमा करवाए.
एक के बाद एक डिमांड में जमा होने के रकम को नाइजीरियन गिरोह दिल्ली के अलग-अलग बैंकों के एटीएम से निकालता भी रहा. एसटीएफ टीम ने एटीएम में लगे सीसीटीवी कैमरे के आधार पर ही अभियुक्तों की पहचान की. एसटीएफ के मुताबिक नाइजीरियंस स्कैम गिरोह ज्यादातर लॉटरी, बीमा, विदेश भेजने का लालच देकर साइबर ठगी करता है.
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देशभर में फैला है नाइजीरियन गिरोह का नेटवर्क
उत्तराखंड एसटीएफ के मुताबिक पकड़े गए नाइजीरियन साइबर गैंग से पूछताछ में पता चला है कि इनके द्वारा मोबाइल फोन के माध्यम से देशभर के अलग-अलग राज्यों में ज्यादातर सीनियर सिटीजन और ऊंचे पदों पर नौकरी करने वालों को फंसाया जाता है. जिसके बाद देश विदेश के अलग-अलग एयरपोर्ट पर कस्टम ड्यूटी पे करने नाम पर उनसे लाखो करोड़ों रुपए ऐठे जाते हैं. पूछताछ में पता चला है कि इस गैंग का नेटवर्क देशभर में फैला है.
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निशाने पर होते हैं सीनियर सिटीजन: डीआईजी एसटीएफ
उत्तराखंड एसटीएफ डीआईजी रिद्धिम अग्रवाल ने बताया कि इस गिरोह के दिल्ली में कई बैंकों में अकाउंट हैं. जिनकी पुलिस लगातार छानबीन कर रही है. उन्होंने बताया कि ये गिरोह देशभर के अलग-अलग स्थानों पर सीनियर सिटीजन और बड़े पदों पर तैनात लोगों को निशाना बनाता था. उन्होंने बताया कि गैंग की छानबीन करने पर करोड़ों रुपए बैंकों में जमा करने और निकालने की जानकारी सामने आई है. उन्होंने बताया कि फिलहाल एसटीएफ इस नाइजीरियन गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है.