देहरादून: यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का निधन पर उत्तराखंड में भी आज (22 अगस्त) एक दिन का राजकीय शोक रहेगा. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की घोषणा के बाद उत्तराखंड शासन के प्रभारी सचिव विनोद कुमार सुमन की ओर से यह आदेश जारी किया गया है. जिसकी प्रतिलिपि शासन के सभी उच्चाधिकारियों, जिलाधिकारियों और पुलिस महानिदेशक को भेजी गई है. राजकीय शोक पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा. साथ ही प्रदेश में आज कोई राजकीय मनोरंजन के कार्यक्रम आयोजित नहीं होंगे.
उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने लखनऊ एसजीपीजीआई अस्पताल में अपनी अंतिम सांस ली. कल्याण सिंह के निधन के बाद से राजनीतिक गलियारों में शोक की लहर है. तमाम राजनीतिक दलों से जुड़े नेता उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंच रहे हैं. वहीं, उत्तराखंड की धामी सरकार ने भी कल्याण सिंह के निधन पर आज यानी 22 अगस्त को राजकीय शोक की घोषणा की है.
पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का उत्तराखंड से गहरा जुड़ाव था. कल्याण सिंह 1991, 1997-99 के बीच यूपी के सीएम रहे. ये वो दौर था जब उत्तराखंड, यूपी का हिस्सा हुआ करता था. कल्याण सिंह के निधन पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है.
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संदेश में लिखा 'उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजस्थान के निवर्तमान राज्यपाल हम सभी के मार्गदर्शक एवं प्रेरणास्रोत आदरणीय कल्याण सिंह जी के निधन पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि'. वहीं, केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने भी कल्याण सिंह के निधन पर दु:ख जताया है. हरिद्वार लोकसभा सांसद रमेश पोखरियाल निशंक, कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य, सतपाल महाराज, अरविंद पांडे, गणेश जोशी ने भी यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन पर शोक जताया है.
वहीं, अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि ने भी कल्याण सिंह के निधन पर शोक जताया है. नरेंद्र गिरि ने कहा कि कल्याण सिंह ने राम मंदिर निर्माण के लिए किसी भी तरह का कोई समझौता नहीं किया. अपने जीवन काल में उन्होंने साधु संतों का बहुत आदर किया. ऐसे में साधु संतों के प्रिय रहे कल्याण सिंह के निधन पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद शोक व्यक्त करता है.