देहरदून: उत्तराखंड में वन कर्मियों को पुलिस कर्मियों की तरह 15 लाख रुपए का मुआवजा देने की तैयारी चल रही है. इसके लिए विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर जल्द मंजूरी की कवायद तेज कर दी है. दरअसल वन्यजीवों के वनकर्मियों पर बढ़ते हमलों से विभाग चिंतित है. वन कर्मियों को राहत देने के मकसद से इस प्रस्ताव को तैयार किया गया है.
उत्तराखंड में आए दिन वन्यजीवों का वन कर्मियों पर हमले करने का मामला सामने आ रहा है. पिछले कुछ समय में 4 वनकर्मियों की जान वन्यजीवों के हमले में जा चुकी है. ऐसे में वन कर्मियों द्वारा लगातार मुआवजे की राशि बढ़ाए जाने की मांग की जाती रही है.
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हालांकि हाल ही में हुई कैबिनेट की बैठक में वन्यजीवों के हमले में मौत को आपदा माने जाने पर मुहर लगाई गई है. जिसके बाद मुआवजे की राशि में एक लाख रुपए की बढ़त की गई है. वन कर्मियों ने बढ़ी हुई मुआवजे की राशि को भी नाकाफी माना है. यही कारण है कि अब पुलिसकर्मियों की तरह वनकर्मियों को भी 15 लाख रुपए का मुआवजा दिए जाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है.
फिलहाल वनकर्मियों को वन्यजीवों के हमले के बाद 3 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाता है. जबकि दुर्घटनाओं को आपदा में शामिल किए जाने के बाद धनराशि बढ़कर 4 लाख रुपए हो जाएगी.