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ग्राहक के पैसे से सोना खरीदकर कमाते थे मुनाफा, 12 लाख की ठगी में सेंट्रल बैंक के दो अफसर अरेस्ट

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Published : Jul 8, 2022, 11:18 AM IST

Updated : Jul 8, 2022, 11:38 AM IST

राष्ट्रीयकृत बैंक (सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया) में बारह लाख के साइबर फ्रॉड में दो गिरफ्तारी हुई हैं. दिल्ली से सहायक शाखा प्रबंधक को गिरफ्तार किया गया है. साथ ही देहरादून से एक शाखा प्रबंधक भी अरेस्ट किया गया है. इन लोगों ने देहरादून निवासी महिला के बैंक खाते से एक्सेस करके बारह लाख की रकम निकाली थी. ये लोग ग्राहक के पैसे से ऑनलाइन सोना खरीदकर मुनाफा कमाते थे.

cyber fraud
साइबर ठग

देहरादून: राष्ट्रीयकृत बैंक (सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया) में बारह लाख के साइबर फ्रॉड में दो गिरफ्तारी हुई हैं. दिल्ली से सहायक शाखा प्रबंधक को गिरफ्तार किया गया है. साथ ही देहरादून से एक शाखा प्रबंधक भी अरेस्ट किया गया है. इन लोगों ने देहरादून निवासी महिला के बैंक खाते से एक्सेस करके बारह लाख की रकम निकाली थी. एसटीएफ उत्तराखंड जल्द ही अन्य मामले का भी खुलासा कर सकती है, जिसमें बैंक के अधिकारियों/कर्मचारियों की साजिश से आमजन के खातों में सेंध लग रही थी.

साइबर ठगों के खिलाफ चल रही मुहिम: मुख्यमंत्री उत्तराखंड ने साइबर अपराधियों द्वारा जनता से ठगने वालों पर सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं. पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड द्वारा एसटीएफ व साइबर पुलिस को प्रभावी कार्रवाई हेतु दिशा निर्देश दिए गए हैं. आदेशों के अनुपालन में थाना साइबर पुलिस उत्तराखंड द्वारा साइबर अपराधियों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई करते हुये लगातार सक्रिय रहकर साइबर अपराध में सलिप्त सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के दो अधिकारियों की गिरफ्तारी की गयी है. इन बैंक अधिकारियों ने आम-जनता के खातों के एसएमएस अलर्ट नम्बर बदलकर 12 लाख की धोखाधड़ी की थी.

साइबर ठगी में बैंक के अफसर कर्मचारी लिप्त: पुलिस के अनुसार वर्तमान में कुछ बैंक कर्मचारियों के द्वारा आम जनता के बैंक खातों में एसएमएस अलर्ट नम्बर बदल कर उनकी मेहनत की कमाई को उड़ाने के मामले प्रकाश में आ रहे हैं. ऐसा ही एक प्रकरण साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन को प्राप्त हुआ था. जिसमें वादी सुमन सहगल निवासी सेलाकुई ने देहरादून द्वारा सेंट्रल बैक ऑफ इंडिया सेलाकुई शाखा में बैंक अधिकारियों द्वारा बिना उनकी अनुमति के SMS अलर्ट नम्बर बदल कर खाते से 12 लाख रुपये धोखाधड़ी से निकाले जाने पर मुकदमा अपराध संख्या 12/22 पंजीकृत किया था.

साइबर ठगों को पकड़ने के लिए पुलिस ने बनाया प्लान: प्रकरणों की गम्भीरता को देखते हुये अभियोग के खुलासे, अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु साइबर थाने से निरीक्षक त्रिभुवन रौतेला के नेतृत्व में टीम गठित की गयी. अभियोग में अभियुक्तों के विरुद्ध कार्रवाई हेतु घटना में प्रयुक्त मोबाइल नम्बर, ई-मेल आईडी, ई-वालेट तथा बैंक खातों व सीसीटीवी फुटेज व भौतिक साक्ष्यों के विश्लेषण करने पर जानकारी की गयी तो ज्ञात हुआ कि सेंट्र्ल बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारी द्वारा शिकायतकर्ता की बिना अनुमति के धोखाधड़ीपूर्वक अपने खाताधारक के बैंक खाते से सम्बन्धित गोपनीय जानकारी में परिवर्तन कर नेट/मोबाइल बैंकिग के माध्यम से शिकायतकर्ता की धनराशि से ऑनलाइन माध्यम से सोना खरीदकर उसको बेचकर लाभ अर्जित किया जा रहा था.
ये भी पढ़ें: बैंक अधिकारी ही निकले साइबर क्रिमिनल्स, खाते से बदली सीक्रेट इंफोर्मेशन, किया 31 लाख का फ्रॉड

तीन साइबर ठग बैंक अफसर पहले भी हुए गिरफ्तार: इसके उपरान्त थाना साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन को शिकायत प्राप्त होने साइबर थाने से विशेष टीम का गठन कर टीम द्वारा कम्पनियों से प्राप्त विवरण का गहनता से विश्लेषण एवं अन्य तकनीकी रूप से साक्ष्य एकत्रित कर पुलिस टीम द्वारा पूर्व में घटना में संलिप्त सेंट्र्ल बैंक ऑफ इंडिया बैंक के 03 बैंक अधिकारियों को गिरफ्तार कर जिला कारागार भेजा गया था. इससे पूर्व भी थाना साइबर क्राइम पर अतुल कुमार शर्मा द्वारा पंजीकृत मुकदमा संख्या 09/22 जिसमें बैंक अधिकारियों द्वारा उनकी माता के बैंक खाते का एसएमएस अलर्ट नम्बर बदलकर खाते से 30 लाख रुपये की धोखाधड़ी की गयी थी, में भी सेंट्रल बैक ऑफ इंडिया के 03 बैक अधिकारियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है.

ऐसे करते थे खाते से साइबर ठगी: अभियोग में पुलिस कार्रवाई जारी रखते हुए पुलिस टीम द्वारा लगातार अन्य अभियुक्तों की तलाश की जा रही थी. सुरागों के जरिए घटना में संलिप्त अन्य 02 अभियुक्तों में से 01 अभियुक्त अनिरुद्ध थापा, सहायक प्रबन्धक सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया बदरपुर दिल्ली से व एक अन्य अभियुक्त सनी गुलेरी प्रबन्धक क्षेत्रीय कार्यालय सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया को देहरादून से गिरफ्तार किया गया है. प्रतिष्ठित बैंक शाखा सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के इन कर्मचारियों द्वारा लम्बे समय से Inactive खातों की जानकारी कर उसके SMS अलर्ट नम्बर को बदलकर नेट/मोबाइल बैंकिंग के माध्यम से शिकायतकर्ता की धनराशि से ऑनलाइन माध्यम से सोना खरीदकर उसको बेचकर लाभ अर्जित कर अपराध किया जा रहा था. ये लोग लाभ से प्राप्त धनराशि को आपस में बांट लिया करते थे.

गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम: -1- अनिरुद्ध थापा पुत्र सुरेन्द्र सिंह थापा निवासी मकान नं0 14 बी/2 निंबूवाला थाना गढ़ी कैन्ट जनपद देहरादून हाल पता कार्यालय सहायक प्रबन्धक सेन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया शाखा बदरपुर दिल्ली है. 2- सनी गुलेरी पुत्र भूरी सिंह निवासी ग्राम व पोस्ट ज्वालामुखी जनपद कांगड़ा हिमाचल प्रदेश हाल पता प्रबन्धक सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया क्षेत्रीय कार्यालय देहरादून है.

आरोपियों से बरामदगी और पुलिस टीम: -1.दो अदद मोबाइल (घटना में प्रयुक्त) बरामद हुए हैं. पुलिस टीम में निरीक्षक त्रिभुवन रौतेला. उप निरीक्षक राहुल कापड़ी, कांस्टेबल मुकेश कुमार, कांस्टेबल हरेन्द्र भण्डारी और टेक्निकल टीम के साथ एसटीएफ शामिल थी.

देहरादून: राष्ट्रीयकृत बैंक (सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया) में बारह लाख के साइबर फ्रॉड में दो गिरफ्तारी हुई हैं. दिल्ली से सहायक शाखा प्रबंधक को गिरफ्तार किया गया है. साथ ही देहरादून से एक शाखा प्रबंधक भी अरेस्ट किया गया है. इन लोगों ने देहरादून निवासी महिला के बैंक खाते से एक्सेस करके बारह लाख की रकम निकाली थी. एसटीएफ उत्तराखंड जल्द ही अन्य मामले का भी खुलासा कर सकती है, जिसमें बैंक के अधिकारियों/कर्मचारियों की साजिश से आमजन के खातों में सेंध लग रही थी.

साइबर ठगों के खिलाफ चल रही मुहिम: मुख्यमंत्री उत्तराखंड ने साइबर अपराधियों द्वारा जनता से ठगने वालों पर सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं. पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड द्वारा एसटीएफ व साइबर पुलिस को प्रभावी कार्रवाई हेतु दिशा निर्देश दिए गए हैं. आदेशों के अनुपालन में थाना साइबर पुलिस उत्तराखंड द्वारा साइबर अपराधियों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई करते हुये लगातार सक्रिय रहकर साइबर अपराध में सलिप्त सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के दो अधिकारियों की गिरफ्तारी की गयी है. इन बैंक अधिकारियों ने आम-जनता के खातों के एसएमएस अलर्ट नम्बर बदलकर 12 लाख की धोखाधड़ी की थी.

साइबर ठगी में बैंक के अफसर कर्मचारी लिप्त: पुलिस के अनुसार वर्तमान में कुछ बैंक कर्मचारियों के द्वारा आम जनता के बैंक खातों में एसएमएस अलर्ट नम्बर बदल कर उनकी मेहनत की कमाई को उड़ाने के मामले प्रकाश में आ रहे हैं. ऐसा ही एक प्रकरण साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन को प्राप्त हुआ था. जिसमें वादी सुमन सहगल निवासी सेलाकुई ने देहरादून द्वारा सेंट्रल बैक ऑफ इंडिया सेलाकुई शाखा में बैंक अधिकारियों द्वारा बिना उनकी अनुमति के SMS अलर्ट नम्बर बदल कर खाते से 12 लाख रुपये धोखाधड़ी से निकाले जाने पर मुकदमा अपराध संख्या 12/22 पंजीकृत किया था.

साइबर ठगों को पकड़ने के लिए पुलिस ने बनाया प्लान: प्रकरणों की गम्भीरता को देखते हुये अभियोग के खुलासे, अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु साइबर थाने से निरीक्षक त्रिभुवन रौतेला के नेतृत्व में टीम गठित की गयी. अभियोग में अभियुक्तों के विरुद्ध कार्रवाई हेतु घटना में प्रयुक्त मोबाइल नम्बर, ई-मेल आईडी, ई-वालेट तथा बैंक खातों व सीसीटीवी फुटेज व भौतिक साक्ष्यों के विश्लेषण करने पर जानकारी की गयी तो ज्ञात हुआ कि सेंट्र्ल बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारी द्वारा शिकायतकर्ता की बिना अनुमति के धोखाधड़ीपूर्वक अपने खाताधारक के बैंक खाते से सम्बन्धित गोपनीय जानकारी में परिवर्तन कर नेट/मोबाइल बैंकिग के माध्यम से शिकायतकर्ता की धनराशि से ऑनलाइन माध्यम से सोना खरीदकर उसको बेचकर लाभ अर्जित किया जा रहा था.
ये भी पढ़ें: बैंक अधिकारी ही निकले साइबर क्रिमिनल्स, खाते से बदली सीक्रेट इंफोर्मेशन, किया 31 लाख का फ्रॉड

तीन साइबर ठग बैंक अफसर पहले भी हुए गिरफ्तार: इसके उपरान्त थाना साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन को शिकायत प्राप्त होने साइबर थाने से विशेष टीम का गठन कर टीम द्वारा कम्पनियों से प्राप्त विवरण का गहनता से विश्लेषण एवं अन्य तकनीकी रूप से साक्ष्य एकत्रित कर पुलिस टीम द्वारा पूर्व में घटना में संलिप्त सेंट्र्ल बैंक ऑफ इंडिया बैंक के 03 बैंक अधिकारियों को गिरफ्तार कर जिला कारागार भेजा गया था. इससे पूर्व भी थाना साइबर क्राइम पर अतुल कुमार शर्मा द्वारा पंजीकृत मुकदमा संख्या 09/22 जिसमें बैंक अधिकारियों द्वारा उनकी माता के बैंक खाते का एसएमएस अलर्ट नम्बर बदलकर खाते से 30 लाख रुपये की धोखाधड़ी की गयी थी, में भी सेंट्रल बैक ऑफ इंडिया के 03 बैक अधिकारियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है.

ऐसे करते थे खाते से साइबर ठगी: अभियोग में पुलिस कार्रवाई जारी रखते हुए पुलिस टीम द्वारा लगातार अन्य अभियुक्तों की तलाश की जा रही थी. सुरागों के जरिए घटना में संलिप्त अन्य 02 अभियुक्तों में से 01 अभियुक्त अनिरुद्ध थापा, सहायक प्रबन्धक सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया बदरपुर दिल्ली से व एक अन्य अभियुक्त सनी गुलेरी प्रबन्धक क्षेत्रीय कार्यालय सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया को देहरादून से गिरफ्तार किया गया है. प्रतिष्ठित बैंक शाखा सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के इन कर्मचारियों द्वारा लम्बे समय से Inactive खातों की जानकारी कर उसके SMS अलर्ट नम्बर को बदलकर नेट/मोबाइल बैंकिंग के माध्यम से शिकायतकर्ता की धनराशि से ऑनलाइन माध्यम से सोना खरीदकर उसको बेचकर लाभ अर्जित कर अपराध किया जा रहा था. ये लोग लाभ से प्राप्त धनराशि को आपस में बांट लिया करते थे.

गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम: -1- अनिरुद्ध थापा पुत्र सुरेन्द्र सिंह थापा निवासी मकान नं0 14 बी/2 निंबूवाला थाना गढ़ी कैन्ट जनपद देहरादून हाल पता कार्यालय सहायक प्रबन्धक सेन्ट्रल बैंक ऑफ इण्डिया शाखा बदरपुर दिल्ली है. 2- सनी गुलेरी पुत्र भूरी सिंह निवासी ग्राम व पोस्ट ज्वालामुखी जनपद कांगड़ा हिमाचल प्रदेश हाल पता प्रबन्धक सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया क्षेत्रीय कार्यालय देहरादून है.

आरोपियों से बरामदगी और पुलिस टीम: -1.दो अदद मोबाइल (घटना में प्रयुक्त) बरामद हुए हैं. पुलिस टीम में निरीक्षक त्रिभुवन रौतेला. उप निरीक्षक राहुल कापड़ी, कांस्टेबल मुकेश कुमार, कांस्टेबल हरेन्द्र भण्डारी और टेक्निकल टीम के साथ एसटीएफ शामिल थी.

Last Updated : Jul 8, 2022, 11:38 AM IST
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