देहरादून: इन दिनों सोशल मीडिया पर सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो के शुरुआत में ही त्रिवेंद्र सिंह रावत राष्ट्रपति को देश की पहली महिला श्रीमती रामनाथ कोविंद कहते सुनाई दे रहे हैं. इस वीडियो के वायरल होने के बाद तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. वीडियो वायरल होने के बाद ईटीवी भारत ने इसकी सत्यता को लेकर छानबीन की. आइये आपको बताते हैं कि आखिर क्या है इस वायरल वीडियो की हकीकत.
दरअसल, सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा ये वीडियो 4 अक्टूबर 2019 का जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद रुड़की के आईआईटी संस्थान के दीक्षांत समारोह में भाग लेने पहुंचे थे. दीक्षांत समारोह के कार्यक्रम में सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत राष्ट्रपति का अभिनंदन कर रहे थे. जिसमें वे राष्ट्रपति और उनकी पत्नी का अभिनंदन कर रहे थे, लेकिन कुछ शरारती तत्वों ने वीडियो से छेड़छाड़ कर ये वीडियो वायरल कर दिया जिसमें वे राष्ट्रपति को देश की पहली महिला कहते सुनाई दे रहें हैं.
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इतना ही नहीं वीडियो वायरल करने वाले शरारती तत्वों ने सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की छवि को धूमिल करते हुए उनके सामान्य ज्ञान पर भी सवाल उठा दिया. हालांकि इन दिनों राजनीति में इस तरह से किसी की छवि धूमिल करना एक प्रचलन सा बन गया है. जिससे किसी भी सच को झूठ और झूठ को सच करके सोशल मीडिया पर प्रचारित किया जाता है. ऐसा ही कुछ इस वीडियो को वायरल करके किया जा रहा है.
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संविधान के अनुसार किसी भी देश के राष्ट्रपति की पत्नी को उस देश की पहली महिला होने का सम्मान दिया जाता है. यही नहीं प्रदेश में भी इसी तरह का सम्म्मान राज्यपाल की पत्नी को प्राप्त होता है. ऐसे में कार्यक्रम के दौरान सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का राष्ट्रपति की पत्नी को देश की पहली महिला नागरिक कहना कही से भी गलत नहीं है. ईटीवी की पड़ताल में सोशल मीडिया पर वॉयरल हो रहा ये वीडियो झूठा निकला.