देहरादूनः अपने व्यवहार और ज्ञान से सबको प्रभावित करने वाले उत्तराखंड के संसदीय कार्य और वित्त मंत्री प्रकाश पंत अब हमारे बीच नहीं रहे. वह अपने पीछे पत्नी और दो पुत्रियों को छोड़ गए हैं. वह बीते कुछ माह से बीमार चल रहे थे. उन्हें कुछ दिन पहले ही इलाज के लिए दिल्ली से अमेरिका ले जाया गया था, जहां बुधवार शाम को उन्होंने दम तोड़ दिया. प्रकाश पंत के निधन पर राज्य सरकार ने तीन दिन के राजकीय शोक की घोषण की है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने बताया कि पंत के निधन के शोक में प्रदेश में भाजपा के सभी कार्यक्रम तीन दिन तक स्थगित रहेंगे. साथ ही प्रदेश में एक दिन के अवकाश का एलान किया गया है.
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उनके निधन की खबर से पूरे प्रदेश में शोक की लहर फैल गई है. पंत के निधन पर सरकार ने गुरुवार को प्रदेश के सभी सरकारी और अर्धसरकारी कार्यालयों में अवकाश रखने के साथ ही तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है. इस दौरान सभी कार्यालय में ध्वज आधे झुके रहेंगे. उनकी अंत्येष्टि पूरे राजकीय सम्मान के साथ की जाएगी.
राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने दुःख की इस घड़ी में उनकी आत्मा की शांति की प्रार्थना करते हुए शोक व्यक्त करते हुए परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है. अपने शोक संदेश में राज्यपाल ने कहा कि स्वर्गीय प्रकाश पंत एक अत्यंत मृदुभाषी, मिलनसार और लोकप्रिय राजनेता थे. प्रकाश पंत एक बेहद सक्षम और कुशल प्रशासक थे. वे जनता के बीच अत्यंत लोकप्रिय थे और सामाजिक सरोकारों से हमेशा जुड़े रहते थे. उन्होंने उत्तराखंड की राजनीति में अपना एक विशेष स्थान बनाया था. उनके निधन से उत्तराखंड को अपूरणीय क्षति हुई है. राज्यपाल ने गुरुवार को अपनी सभी मुलाकातें और बैठकें रद्द कर दी हैं.