ETV Bharat / city

सदन में कृषि मंत्री सुबोध उनियाल की फिसली जुबान, नेताजी और महात्मा गांधी को लेकर कही ये बात

विधानसभा सत्र के तीसरे दिन सदन में उत्तराखंड के सेबों की ब्रांडिंग को लेकर चर्चा हो रही थी. तभी बीच सदन में माहौल तब अचानक से बिगड़ गया जब कृषि मंत्री सुबोध उनियाल बोल उठे कि 'प्रीतम सिंह और इंदिरा हृदयेश तो अच्छे हो सकते हैं लेकिन नेताजी और गांधीजी कैसे अच्छे हो सकते हैं'

uttarakhand-assembly
कृषि मंत्री सुबोध उनियाल की फिसली जुबान.
author img

By

Published : Dec 6, 2019, 8:11 PM IST

Updated : Dec 7, 2019, 1:59 PM IST

देहरादून: विधानसभा के तीसरे दिन की कार्रवाई में कृषि मंत्री सुबोध उनियाल को विधायकों ने मुद्दों पर जमकर घेरा. जिसका असर सुबोध उनियाल पर भी साफ तौर से दिखाई दिया. सदन की कार्यवाही के आखिरी समय में सुबोध उनियाल की जुबान फिसल गई. जिससे पूरे सदन में हंगामा हो गया. जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने उनके बयान को सदन की कार्यवाही से हटा दिया.

विधानसभा सत्र के तीसरे दिन सदन में उत्तराखंड के सेबों की ब्रांडिंग को लेकर चर्चा हो रही थी. तभी बीच सदन में माहौल तब अचानक से बिगड़ गया जब कृषि मंत्री सुबोध उनियाल बोल उठे कि 'प्रीतम सिंह और इंदिरा हृदयेश तो अच्छे हो सकते हैं लेकिन नेताजी और गांधीजी कैसे अच्छे हो सकते हैं'

कृषि मंत्री सुबोध उनियाल की फिसली जुबान

पढ़ें-बाजपुरः गन्ने का बकाया भुगतान न होने से किसानों का चढ़ा पारा, जीएम का किया घेराव
इस बात पर विपक्ष ने सुबोध उनियाल पर महात्मा गांधी और नेताजी सुभाष चंद्र बोस के अपमान का आरोप लगाया. हालांकि सुबोध उनियाल के इस बयान को विधानसभा अध्यक्ष ने तत्काल ही इस बयान को विधानसभा की कार्यवाही से हटा दिया.

पढ़ें-हैदराबाद में हुए हत्याकांड पर धर्मगुरुओं ने दी प्रतिक्रिया, कहा- दोषियों को मिले सख्त से सख्त सजा
बात अगर सदन के तीसरे दिन मुद्दों की करें तो विपक्षी विधायक करन मेहरा ने कृषि मंत्री सुबोध उनियाल से प्रदेश में जड़ी-बूटियों को लेकर सवाल पूछा. उन्होंने तथ्य देते हुए बताया कि प्रदेश में पतंजलि संस्थान अकेले सोलह सौ करोड़ का वार्षिक टर्नओवर कर रहा है लेकिन सरकार केवल 6 करोड़ का टर्नओवर ही कर रही है. उन्होंने सरकार की नियत पर सवाल उठाते गुए कहा कि मंत्री जी बताये गड़बड़ी कहां है?

देहरादून: विधानसभा के तीसरे दिन की कार्रवाई में कृषि मंत्री सुबोध उनियाल को विधायकों ने मुद्दों पर जमकर घेरा. जिसका असर सुबोध उनियाल पर भी साफ तौर से दिखाई दिया. सदन की कार्यवाही के आखिरी समय में सुबोध उनियाल की जुबान फिसल गई. जिससे पूरे सदन में हंगामा हो गया. जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने उनके बयान को सदन की कार्यवाही से हटा दिया.

विधानसभा सत्र के तीसरे दिन सदन में उत्तराखंड के सेबों की ब्रांडिंग को लेकर चर्चा हो रही थी. तभी बीच सदन में माहौल तब अचानक से बिगड़ गया जब कृषि मंत्री सुबोध उनियाल बोल उठे कि 'प्रीतम सिंह और इंदिरा हृदयेश तो अच्छे हो सकते हैं लेकिन नेताजी और गांधीजी कैसे अच्छे हो सकते हैं'

कृषि मंत्री सुबोध उनियाल की फिसली जुबान

पढ़ें-बाजपुरः गन्ने का बकाया भुगतान न होने से किसानों का चढ़ा पारा, जीएम का किया घेराव
इस बात पर विपक्ष ने सुबोध उनियाल पर महात्मा गांधी और नेताजी सुभाष चंद्र बोस के अपमान का आरोप लगाया. हालांकि सुबोध उनियाल के इस बयान को विधानसभा अध्यक्ष ने तत्काल ही इस बयान को विधानसभा की कार्यवाही से हटा दिया.

पढ़ें-हैदराबाद में हुए हत्याकांड पर धर्मगुरुओं ने दी प्रतिक्रिया, कहा- दोषियों को मिले सख्त से सख्त सजा
बात अगर सदन के तीसरे दिन मुद्दों की करें तो विपक्षी विधायक करन मेहरा ने कृषि मंत्री सुबोध उनियाल से प्रदेश में जड़ी-बूटियों को लेकर सवाल पूछा. उन्होंने तथ्य देते हुए बताया कि प्रदेश में पतंजलि संस्थान अकेले सोलह सौ करोड़ का वार्षिक टर्नओवर कर रहा है लेकिन सरकार केवल 6 करोड़ का टर्नओवर ही कर रही है. उन्होंने सरकार की नियत पर सवाल उठाते गुए कहा कि मंत्री जी बताये गड़बड़ी कहां है?

Intro:Note- इस खबर की फीड FTP से (slip of tongue) नाम से भेजी गई है।

एंकर- विधानसभा के तीसरे दिन की कार्रवाई में आज जहां एक तरफ कृषि मंत्री सुबोध उनियाल को विधायकों ने मुद्दों पर घेरा तो आखिरी में सुबोध उनियाल की जुबान फिसलने पर पूरे सदन में हंगामा हो गया जिस पर विधानसभा अध्यक्ष ने तो इस बयान को सदन की कार्यवाही से हटा दिया लेकिन विपक्षी विधायकों ने इस बात को लेकर खूब हंगामा किया।


Body:वीओ- उत्तराखंड के सेबों की ब्रांडिंग को लेकर हो रही चर्चा के बीच सदन में माहौल तब अचानक से बिगड़ गया जब कृषि मंत्री सुबोध उनियाल बोल उठे कि--
"प्रीतम सिंह और इंदिरा हृदेश तो अच्छे हो सकते हैं लेकिन नेताजी और गांधीजी कैसे अच्छे हो सकते हैं"
इस बात पर विपक्ष के लोगों ने सुबोध उनियाल पर सदन के भीतर महात्मा गांधी और नेता सुभाष चंद्र बोस के अपमान का आरोप लगाया हालांकि विधानसभा अध्यक्ष द्वारा तत्काल ही इन बयानों को विधानसभा की कार्यवाही से हटा दिया गया। लेकिन सदन से बाहर आने के बाद भी विपक्ष के विधायकों ने इस बयान को लेकर सत्ता पक्ष के मंत्री की खूब खिंचाई की।

बाइट- करन मेहरा, उपनेता प्रतिपक्ष

- इतना ही नहीं अगर मुद्दों की बात करें तो विपक्षी विधायक करन मेहरा ने कृषि मंत्री सुबोध उनियाल से प्रदेश में जड़ी-बूटियों को लेकर सवाल पूछा और तथ्य देते हुए बताया कि प्रदेश में पतंजलि संस्थान द्वारा अकेले सोलह सौ करोड़ का वार्षिक टर्नओवर किया जा रहा है लेकिन सरकार मात्र पूरे प्रदेश में 6 करोड़ का टर्नओवर कर रहा है। ऐसे में सरकार बताएं कि क्या उनकी नीति में गड़बड़ी है या फिर नियत में गड़बड़ी है।

बाइट- करन मेहरा, उपनेता प्रतिपक्ष

यही नहीं विपक्षी विधायक करण मेहरा ने सदन से बाहर आकर मीडिया को बताया कि सदन में सरकार की ओर से कृषि मंत्री किसी भी सवाल का सटीक जवाब नहीं दे रही हैं । करण मेहरा ने बताया कि कृषि मंत्री केवल सदन में भाषण बाजी के अलावा कोई भी जवाब सही से नहीं दे पा रहे हैं।

बाइट- करन मेहरा, उपनेता प्रतिपक्ष


Conclusion:
Last Updated : Dec 7, 2019, 1:59 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.