देहरादून: खाद्य आपूर्ति विभाग ने प्रदेश भर के राशन कार्ड धारकों का डाटाबेस तैयार कर सभी दुकानों को ऑनलाइन कर दिया है. इसके बावजूद आज भी जनपद के 1050 राशन विक्रेताओं में से 527 विक्रेता ही ऑनलाइन प्रक्रिया से राशन वितरण कर रहे हैं. जो गिने- चुने राशन विक्रेता ऑनलाइन राशन का वितरण कर भी रहे हैं वह भी अपने निजी खर्चे पर इंटरनेट रिचार्ज करा रहे हैं.
बता दें कि ऑनलाइन राशन वितरण प्रणाली के तहत सीएससी ( कॉमन सर्विस सेंटर) की ओर से प्रदेश के सभी सरकारी राशन विक्रेताओं को हार्डवेयर ( बायोमेट्रिक मशीन, लैपटॉप, प्रिंटर) के साथ ही डोंगल मुहैया कराया गया है. लेकिन वर्तमान में स्थिति कुछ यह है कि डोंगल में इंटरनेट रिचार्ज न होने के चलते बहुत कम राशन विक्रेता ही ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत राशन का वितरण कर रहे हैं. वहीं जो गिने- चुने राशन विक्रेता ऑनलाइन राशन का वितरण कर भी रहे हैं वह भी अपने निजी खर्चे पर इंटरनेट रिचार्ज करा रहे हैं.
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देहरादून में ऑनलाइन खाद्य वितरण प्रणाली में आ रही दिक्कतों को खुद जिला खाद्यपूर्ति अधिकारी तेज बल सिंह ने स्वीकार किया है. उन्होंने बताया कि देहरादून जनपद में चकराता, त्यूणी, कालसी कुछ ऐसे इलाके हैं जहां के लगभग 200 सरकारी राशन विक्रेताओं को अब तक सीएससी की ओर से ऑनलाइन राशन वितरण किट मुहैया नहीं कराई गई है. ऐसे में यहां के राशन विक्रेता अब भी पुराने तरीके से ही राशन का वितरण कर रहे हैं.
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बता दें कि ऑनलाइन राशन वितरण प्रणाली का लाभ आम जनता इसलिए नहीं उठा पा रही है, क्योंकि अब तक खाद्य आपूर्ति विभाग और सीएससी के बीच किसी प्रकार के MoU पर दस्तख्त नही हुए हैं. ऐसी स्थिति में यह अब तक भी साफ नही है कि ऑनलाइन किट में मौजूद डोंगल के रिचार्ज का खर्च राशन विक्रेताओं को कौन देगा? जो कि अपने आप में बड़ा सवाल है.