देहरादून: पुलवामा आतंकी हमले के बाद राजधानी देहरादून में भी हाई अलर्ट जारी किया गया है. देहरादून के सभी गैर सरकारी शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्रों पर पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों द्वारा नजर रखी जा रही है. वहीं भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) जैसे संवेदनशील संस्थान की सुरक्षा पर भी सवाल उठने लगे हैं.
14 फरवरी को पुलवामा में हुए देश के सबसे बड़े आतंकी हमले के बाद देहरादून के एक निजी शिक्षण संस्थान में पढ़ने वाले छात्र ने पाकिस्तान का समर्थन किया था. जिसके बाद सुरक्षा बलों ने छात्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, उससे कड़ी पूछताछ की जा रही है.
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वहीं प्रेमनगर नंदा की चौकी से सटे कई गैर सरकारी शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्रों के आतंकी समर्थक होने की जानकारियां सामने आने पर सुरक्षा तंत्र भी सवालों के घेरे में है.
इसमें सबसे हैरान करने वाली बात ये है कि भारतीय सैन्य अकादमी जैसे संवेदनशील संस्थान के ठीक पीछे नंदा की चौकी वह इलाका है, जहां तमाम निजी शिक्षण संस्थानों में कश्मीरी छात्र पढ़ते हैं. इन छात्रों के एक के बाद एक आतंकी गतिविधियों में शामिल होने और आतंकी संगठनों का संरक्षण मिलने की बात सामने आ रही है, जिससे सुरक्षा एजेंसियां भी सकते में हैं.
बता दें कि, शनिवार को नंदा की चौकी इलाके में अलग-अलग शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्रों ने एक के बाद एक सोशल मीडिया पर पोस्ट जारी किए थे. देश विरोधी पोस्ट जारी करने के बाद पुलिस और एसटीएफ ने ऐसे छात्रों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.
दूसरी ओर, सोशल मीडिया पर देश विरोधी पोस्ट करने वाले सभी कश्मीरी छात्रों को संस्थान से निलंबित कर दिया गया है. इसके साथ ही देश विरोधी पोस्ट करने वाले कश्मीरी छात्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इसके साथ ही नंदा की चौकी स्थित एक शिक्षण संस्थान में पढ़ने वाली कश्मीरी छात्रा ने भी उसी कॉलेज में पढ़ चुके आतंकी शोएब अहमद लोन को समर्थन देने का पोस्ट शनिवार को सामने आया था. जिसके बाद संस्थान के बाहर लोगों द्वारा जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया था.
उधर, इसी संस्थान के चेयरमैन से जब देश विरोधी गतिविधियों के बारे में जानकारी मांगी गई तो उन्होंने बताया कि उनके संस्थान में 136 कश्मीरी मूल के छात्र पढ़ रहे हैं. उनकी मानसिकता कैसी है यह अनुमान लगाना मुश्किल है? उन्होंने बताया कि वो किसी को भी एडमिशन देने से पहले लोकल इंटेलिजेंस और पुलिस के माध्यम से सभी कश्मीरी मूल के छात्रों के जरूरी दस्तावेज का सत्यापन कराया जाता है.
कश्मीरी छात्रों द्वारा विवादित पोस्ट जारी करने के मामले में देहरादून के कई इलाकों में तनावपूर्ण माहौल है. तमाम इलाकों में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. साथ ही अलग-अलग घटनास्थल वाले इलाकों में भी पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई है.
सड़कों पर दिखा जनता का आक्रोश
उधर, प्रेम नगर इलाके के अलग-अलग शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाले कश्मीरी छात्रों के आपत्तिजनक पोस्ट्स जारी करने की सिलसिलेवार घटनाओं को लेकर स्थानीय लोगों आक्रोश बढ़ता जा रहा है, जिसके चलते बीते शनिवार को देहरादून के अलग-अलग इलाके में प्रदर्शन रैलियां निकालीं गईं.