देहरादून: राज्य में नई आबकारी नीति लागू की गई है. ऐसे में शराब की दुकानों के टेंडरों में सरकार ने 20% अधिक टैक्स लगाया है. वहीं, इन दुकानों के ठेकेदार राजस्व को पूरा करने के लिए नायाब तरीके आजमा रहे हैं. ताजा मामला सेलाकुई का है. जहां ठेके पर शराब की बिक्री बढ़ाने के लिए दुकान मालिक ने अपने ग्राहकों के लिए दुकान तक आने-जाने के लिए फ्री वाहन सेवा शुरू की थी. सोशल मीडिया पर ये फोटो वायरल होने के बाद पुलिस ने इस दुकान के दो कर्मचारियों को गिरफ्तार कर वाहन को भी सीज कर दिया है.
जानकारी के मुताबिक, कुछ दिनों से सेलाकुई और सहसपुर इलाकों में ठेका संचालकों ने सोशल मीडिया पर एक संदेश वायरल किया था. जिसमें ग्राहकों को उनके ठिकानों से शराब की दुकान तक लाने और ले जाने की फ्री-वाहन सेवा का जिक्र था. तभी से ठेका संचालक ग्राहकों को ये सेवा उपलब्ध करवा रहे थे. वहीं, सोशल मीडिया में इस मामले के वायरल होने बाद पुलिस ने पूरे प्रकरण की छानबीन की और सर्विस देने वाले ठेकेदार के दो कर्मचारियों को गिरफ्तार कर सर्विस वाहन को सीज कर दिया.
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वहीं, पुलिस को दिए बयान में कर्मचारियों ने बताया कि सरकार को इस साल अधिक राजस्व देना है. जिस कारण इस बार सेलाकुई स्थित दुकान का टेंडर नहीं हुआ है और देशी शराब का ठेका लम्बे समय से बंद है. ऐसे में सहसपुर क्षेत्र में देशी शराब का ठेका खुलने पर वहां के ठेका संचालक ने राजस्व को पूरा करने के चलते ग्राहकों को अलग-अलग स्थानों से लाने और ले जाने के लिए वाहन की फ्री सर्विस मुहैया करवाई थी, ताकि दुकान की बिक्री बढ़ाई जा सके. पुलिस का कहना है कि ठेका संचालक के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रशासन को रिपोर्ट प्रेषित की गई है.