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पीएम मोदी के बदरी-केदार दौरे से यात्रा पर पड़ा बड़ा फर्क, चारधाम यात्रा में टूटे रिकॉर्ड - record break in Kedardham

18 मई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केदारपुरी पहुंचे थे. जहां उन्होंने केदारनाथ धाम में स्थित ध्यान गुफा में रात बिताई थी. इसके अगले दिन 19 मई को प्रधानमंत्री बदरीनाथ धाम के दर्शन करने पहुंचे थे. जिसका सकारात्मक और सुरक्षित संदेश देश-विदेश में गया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ध्यान गुफा में जाने के बाद से तो मानों यहां यात्रियों का तांता लग गया.

पीएम मोदी के बदरी-केदार दौरे से यात्रा पर पड़ा बड़ा फर्क
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Published : Nov 4, 2019, 8:50 PM IST

Updated : Nov 4, 2019, 10:33 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड का विश्व प्रसिद्ध चारों धाम में से तीन धामों के कपाट बंद हो चुके हैं. इस सीजन में चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं ने सारे पुराने रिकॉर्ड तोड़कर इतिहास रच दिया है. इस बार अभी तक 32 लाख से ज्यादा श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके हैं. इसके साथ ही अभी बदरीनाथ धाम की यात्रा जारी है. आगामी 17 नवंबर को बदरीनाथ धाम के कपाट पूरे विधि-विधान से बंद किये जाएंगे.

पीएम मोदी के बदरी-केदार दौरे से यात्रा पर पड़ा बड़ा फर्क

इस साल 7 मई को अक्षय तृतीय के दिन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुले थे. 9 मई को भगवान केदारनाथ और 10 मई को बदरीनाथ के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले गये थे. जिसके बाद चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती चली गयी. यही नहीं शुरुआती दिनों के मात्र 45 दिनों में ही बाबा केदारनाथ के दर्शन करने वाले यात्रियों ने पिछले सारे सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिए थे. हालांकि चारधाम यात्रा के बीच में पड़ने वाले मानसून सीजन ने जरूर यात्रा में खलल डाला. मगर जब 15 सितम्बर के बाद दोबारा चारधाम यात्रा शुरू हुई तो यात्रियों ने यहां पहुंचने के लिए पहले से भी ज्यादा उत्साह दिखाया. जिसका नतीजा रहा कि इस साल यात्रा के सारे रिकॉर्ड टूट गये.

पढ़ें-भारत-आसियान संबंधों का विस्तार चाहते हैं प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री के केदारनाथ दौरे का भी पड़ा असर
चारधाम यात्रा के शुरुआती दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केदारनाथ और बदरीनाथ दौरे का भी चारधाम यात्रा पर खासा असर पड़ा. इसके कारण यहां पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई. 18 मई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केदारपुरी पहुंचे थे. जहां उन्होंने केदारनाथ धाम में स्थित ध्यान गुफा में रात बिताई थी. इसके अगले दिन 19 मई को प्रधानमंत्री बदरीनाथ धाम के दर्शन करने पहुंचे थे. जिसका सकारात्मक और सुरक्षित संदेश देश-विदेश में गया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ध्यान गुफा में जाने के बाद से तो मानों यहां यात्रियों का तांता लग गया.

पढ़ें-कोस्टगार्ड के अपर महानिदेशक बने कृपा नौटियाल, उत्तराखंड के हैं निवासी

केदारधाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यो का भी पड़ा फर्क
साल 2013 में आई आपदा की रात शायद लोग कभी न भूल पाएं. इस समय केदारनाथ सहित बदरीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री चारों धाम की यात्रा अपने चरम पर थी. लाखों की संख्या में लोग इन चारों धामों में तीर्थ यात्रा कर अपने घरों को लौट रहे थे, तभी भंयकर आपदा ने मानों सब कुछ लील लिया. जिसके बाद कांग्रेस सरकार ने तुरंत सक्रियता दिखाते हुए केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्य का काम शुरू किया. जिसे सत्ता में आते ही पीएम मोदी ने अपनी देखरेख में करवाना शुरू किया. पीएम ने जब-जब केदारनाथ का दौरा किया तब-तब उन्होंने पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा लिया. केदारघाटी में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों को देखते हुए भी यहां श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी है.


गंगोत्री, यमुनोत्री और हेमकुंड साहिब आने वाले यात्रियों की संख्या में भी हुआ इजाफा
इस सीजन यमुनोत्री धाम की यात्रा पर आने वाले यात्रियों की संख्या 4 लाख 65 हजार 534 पहुंच गयी है. जबकि पिछले साल 3 लाख 94 हजार 445 यात्रियों ने यमुनोत्री धाम के दर्शन किये थे. वहीं इस साल गंगोत्री धाम आने वाले यात्रियों की संख्या 5 लाख 30 हजार 334 पहुंच गयी है. जबकि पिछले साल गंगोत्री धाम की यात्रा पर आने वाले यात्रियों की संख्या 4 लाख 47 हजार 838 थी. हेमकुंड साहिब में इस बार कुल 2 लाख 40 हजार 478 यात्री दर्शन करने पहुंचे थे ,जबकि पिछले साल हेमकुंड साहिब में 1 लाख 59 हजार 103 श्रद्धालुओं ने दर्शन किये थे.

पिछले कुछ सालों में केदारनाथ की यात्रा करने पहुंचे श्रद्धालुओं की संख्या

  • साल 2011 में कुल 4,00,511 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किये थे.
  • साल 2012 में कुल 5,73,040 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किये थे.
  • साल 2013 में कुल 3,33,656 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किये थे.
  • साल 2014 में कुल 40,922 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किये थे.
  • साल 2015 में कुल 1, 54,385 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किये थे.
  • साल 2016 में कुल 3,09,764 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किये थे.
  • साल 2017 में कुल 4,71,253 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किये थे.
  • साल 2018 में कुल 7,31,991श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किये थे.
  • साल 2019 में करीब 10 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किये हैं.

देहरादून: उत्तराखंड का विश्व प्रसिद्ध चारों धाम में से तीन धामों के कपाट बंद हो चुके हैं. इस सीजन में चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं ने सारे पुराने रिकॉर्ड तोड़कर इतिहास रच दिया है. इस बार अभी तक 32 लाख से ज्यादा श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके हैं. इसके साथ ही अभी बदरीनाथ धाम की यात्रा जारी है. आगामी 17 नवंबर को बदरीनाथ धाम के कपाट पूरे विधि-विधान से बंद किये जाएंगे.

पीएम मोदी के बदरी-केदार दौरे से यात्रा पर पड़ा बड़ा फर्क

इस साल 7 मई को अक्षय तृतीय के दिन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुले थे. 9 मई को भगवान केदारनाथ और 10 मई को बदरीनाथ के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले गये थे. जिसके बाद चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती चली गयी. यही नहीं शुरुआती दिनों के मात्र 45 दिनों में ही बाबा केदारनाथ के दर्शन करने वाले यात्रियों ने पिछले सारे सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिए थे. हालांकि चारधाम यात्रा के बीच में पड़ने वाले मानसून सीजन ने जरूर यात्रा में खलल डाला. मगर जब 15 सितम्बर के बाद दोबारा चारधाम यात्रा शुरू हुई तो यात्रियों ने यहां पहुंचने के लिए पहले से भी ज्यादा उत्साह दिखाया. जिसका नतीजा रहा कि इस साल यात्रा के सारे रिकॉर्ड टूट गये.

पढ़ें-भारत-आसियान संबंधों का विस्तार चाहते हैं प्रधानमंत्री मोदी

प्रधानमंत्री के केदारनाथ दौरे का भी पड़ा असर
चारधाम यात्रा के शुरुआती दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केदारनाथ और बदरीनाथ दौरे का भी चारधाम यात्रा पर खासा असर पड़ा. इसके कारण यहां पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी हुई. 18 मई को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केदारपुरी पहुंचे थे. जहां उन्होंने केदारनाथ धाम में स्थित ध्यान गुफा में रात बिताई थी. इसके अगले दिन 19 मई को प्रधानमंत्री बदरीनाथ धाम के दर्शन करने पहुंचे थे. जिसका सकारात्मक और सुरक्षित संदेश देश-विदेश में गया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ध्यान गुफा में जाने के बाद से तो मानों यहां यात्रियों का तांता लग गया.

पढ़ें-कोस्टगार्ड के अपर महानिदेशक बने कृपा नौटियाल, उत्तराखंड के हैं निवासी

केदारधाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यो का भी पड़ा फर्क
साल 2013 में आई आपदा की रात शायद लोग कभी न भूल पाएं. इस समय केदारनाथ सहित बदरीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री चारों धाम की यात्रा अपने चरम पर थी. लाखों की संख्या में लोग इन चारों धामों में तीर्थ यात्रा कर अपने घरों को लौट रहे थे, तभी भंयकर आपदा ने मानों सब कुछ लील लिया. जिसके बाद कांग्रेस सरकार ने तुरंत सक्रियता दिखाते हुए केदारनाथ में पुनर्निर्माण कार्य का काम शुरू किया. जिसे सत्ता में आते ही पीएम मोदी ने अपनी देखरेख में करवाना शुरू किया. पीएम ने जब-जब केदारनाथ का दौरा किया तब-तब उन्होंने पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा लिया. केदारघाटी में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों को देखते हुए भी यहां श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी है.


गंगोत्री, यमुनोत्री और हेमकुंड साहिब आने वाले यात्रियों की संख्या में भी हुआ इजाफा
इस सीजन यमुनोत्री धाम की यात्रा पर आने वाले यात्रियों की संख्या 4 लाख 65 हजार 534 पहुंच गयी है. जबकि पिछले साल 3 लाख 94 हजार 445 यात्रियों ने यमुनोत्री धाम के दर्शन किये थे. वहीं इस साल गंगोत्री धाम आने वाले यात्रियों की संख्या 5 लाख 30 हजार 334 पहुंच गयी है. जबकि पिछले साल गंगोत्री धाम की यात्रा पर आने वाले यात्रियों की संख्या 4 लाख 47 हजार 838 थी. हेमकुंड साहिब में इस बार कुल 2 लाख 40 हजार 478 यात्री दर्शन करने पहुंचे थे ,जबकि पिछले साल हेमकुंड साहिब में 1 लाख 59 हजार 103 श्रद्धालुओं ने दर्शन किये थे.

पिछले कुछ सालों में केदारनाथ की यात्रा करने पहुंचे श्रद्धालुओं की संख्या

  • साल 2011 में कुल 4,00,511 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किये थे.
  • साल 2012 में कुल 5,73,040 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किये थे.
  • साल 2013 में कुल 3,33,656 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किये थे.
  • साल 2014 में कुल 40,922 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किये थे.
  • साल 2015 में कुल 1, 54,385 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किये थे.
  • साल 2016 में कुल 3,09,764 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किये थे.
  • साल 2017 में कुल 4,71,253 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किये थे.
  • साल 2018 में कुल 7,31,991श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किये थे.
  • साल 2019 में करीब 10 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किये हैं.
Intro:नोट - फीड ftp से भेजी गई है.......
uk_deh_03_chardham_yatra_vis_7205803


उत्तराखंड का विश्व प्रसिद्ध चारों धाम में से तीन धामों के कपाट बंद हो चुके हैं। लेकिन इस सीजन में चारधाम आने वाले श्रद्धालुओं ने सारे पुराने रिकॉर्ड तोड़ इतिहास रच दिया है। इस बार अभी तक 32 लाख से ज्यादा श्रद्धालु चारधाम के दर्शन कर चुके है। इसके साथ ही अभी बदरीनाथ धाम की यात्रा जारी है आगामी 17 नवंबर को बद्रीनाथ धाम का कपाट पूरे विधि-विधान से बंद किया जाएगा। यही नही चारधाम और हेमकुंड साहिब में कुल 34 लाख 10 हज़ार 380 श्रदालुओं ने दर्शन किए है।  


Body:इस साल 7 मई को अक्षय तृतीय के दिन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम, 9 मई को भगवान केदारनाथ और 10 मई को बद्रीनाथ के कपाट आम श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोले गये थे। जिसके बाद चारधाम की यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या निरंतर बढ़ती चली गयी। यही नहीं सुरुवाती दिनों के मात्र 45 दिनों में बाबा केदारनाथ के दर्शन करने आने वाले यात्रियों ने पिछले सालों के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। लेकिन चारधाम यात्रा के बीच मानसून सीजन ने खलल जरूर डाली। लेकिन 15 सितम्बर के बाद दोबारा से चारधाम की यात्रा करने आने वाले यात्रियों की संख्या पटरी आ गयी। और इस सीजन चारधाम आने वाले यात्रियों ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। 


प्रधानमंत्री के केदारनाथ दौरे का भी पड़ा असर.......... 

चारधाम यात्रा के शुरुवाती दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केदारनाथ और बद्रीनाथ दौरे का चारधाम यात्रा पर काफी असर पड़ा। क्योकि 18 मई को देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केदारपुरी पहुंचे थे। जहा उन्होंने केदारनाथ धाम में स्थित ध्यानगुफा में रात भी बिताया था। इसके साथ ही अगले दिन 19 मई को प्रधानमंत्री बद्रीनाथ धाम के दर्शन करने भी गए थे। जिसका एक सकारात्मक और सुरक्षित सन्देश देश-विदेश में गया। प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी के केदारनाथ आकर गुफा में ध्यान करने के बाद मानो श्रद्धालुओं का तांता सा लग गया हो। और पिछले वर्ष 7 लाख 32 हजार 241 तीर्थयात्रियों ने भगवान केदारनाथ के दर्शन किये थे, जबकि इस वर्ष इन 50 दिनों में 7 लाख 60 हजार से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।


केदारधाम में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यो का भी पड़ा फर्क.......... 

साल 2013 में 15 -16 जून की वह रात शायद लोग कभी न भूल पाए केदारनाथ सहित बद्रीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री चारों धाम की यात्रा अपने चरम पर थी। लाखों की संख्या में लोग इन चारों धामों में तीर्थ यात्रा कर अपने घरों को लौट रहे थे, तो कोई दर्शन करने आ रहा था लेकिन तब क्या किसी को पता था कि भगवान केदार इस कदर रुठ जाएंगे की पूरा केदारघाटी लाशों और भयानक मंजर में तब्दील हो जाएगी और केदारनाथ की नहीं बल्कि उत्तरकाशी सहित केदारनाथ, गौरीकुंड, रामबाड़ा और ऋषिकेश तक मां गंगा ने वह रौद्र रूप दिखाया की आज भी उस भयानक मंजर को याद करके लोगों की रूह कांप जाती है। लेकिन 2013 में वर्तमान कांग्रेस सरकार ने तुरंत सक्रियता दिखाते हुए केदारनाथ में लगातार पुनर्निर्माण कार्य का काम शुरु किया। तो वही एक बार फिर यात्रियों का उत्तराखंड की ओर रुख करने का सिलसिला फिर से शुरू हो गया। लिहाजा सरकारों द्वारा आपदा पुनर्निर्माण कार्य में कोई कमी न दिखाते हुए पुनर्निर्माण कार्य को विषम परिस्थितियों में भी जारी रखा।   


गंगोत्री, यमुनोत्री और हेमकुंड साहिब आने वाले यात्रियों में भी हुआ है इजाफा .......... 

इस सीजन यमुनोत्री धाम की यात्रा पर आने वाले यात्रियों की संख्या 4 लाख 65 हज़ार 534 पहुंच गयी है जबकि पिछले साल यमुनोत्री धाम की यात्रा पर आने वाले यात्रियों की संख्या 3 लाख 94 हज़ार 445 थी। तो वही इस सीजन गंगोत्री धाम आने वाले यात्रियों की संख्या 5 लाख 30 हज़ार 334 पहुंच गयी है जबकि पिछले साल गंगोत्री धाम की यात्रा पर आने वाले यात्रियों की संख्या 4 लाख 47 हज़ार 838 थी। यही नहीं हेमकुंड साहिब में इस बार कुल  2 लाख 40 हज़ार 478 यात्री दर्शन करने पहुंचे थे ,जबकि पिछले साल हेमकुंड साहिब में 1 लाख 59 हज़ार 103 श्रद्धालुओं ने दर्शन किये थे। 


इस सीजन 10 लाख श्रद्धालुओं ने किये बाबा केदार के दर्शन.......... 

केदारनाथ की यात्रा चार धामों में सबसे कठिन यात्रा है। 18 किमी का पैदल सफर तय करने के साथ ही यहां की भौगोलिक परिस्थिति काफी विकट है, जिस कारण भोले की यात्रा काफी कठिन मानी जाती है। केदारनाथ यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं का आक्सीजन की भारी कमी से जूझना पड़ता है। पैदल चलने वाले तीर्थयात्रियों को 18 किमी का सफर तय करना पड़ता है, बावजूद इसके  केदारनाथ में दर्शन करने वाले यात्रियो का रिकार्ड हर वर्ष बढ़ता जा रहा है। केदारनाथ आपदा के बाद शुरूआती वर्षो में जहां यात्रियों की संख्या काफी कम रही, लेकिन वर्ष 2017 के बाद संख्या में भारी बढ़ोत्तरी होने लगी।




Conclusion:..........पिछले कुछ सालों में केदारनाथ की यात्रा करने पहुचे श्रद्धालुओं की संख्या.........


साल 2011 में कुल 4,00,511 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किये थे।

साल 2012 में कुल 5,73,040 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किये थे।

साल 2013 में कुल 3,33,656 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किये थे।

साल 2014 में कुल 40,922 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किये थे।

साल 2015 में कुल 1, 54,385 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किये थे।

साल 2016 में कुल 3,09,764 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किये थे।

साल 2017 में कुल 4,71,253 श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किये थे।

साल 2018 में कुल 7,31,991श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किये थे।  

साल 2019 में करीब 10 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा केदार के दर्शन किये है।   

Last Updated : Nov 4, 2019, 10:33 PM IST
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