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कांजी हाउस मामला: अपनी कारगुजारियों पर पर्दा डाल रहा नगर निगम - उत्तराखंड न्यूज

गोवंश मामले में ईटीवी भारत की खबर का संज्ञान लेने के बाद नगर निगम के मेयर और आयुक्त भी कांजी हाउस पहुंचे. जहां उन्होंने तमाम व्यवस्थाओं का जायजा लिया. हालांकि इस सबके बावजूद भी नगर निगम अपनी कारगुजारियों पर पर्दा डालने में लगा हुआ है.

कांजी हाउस गोवंश मामला.
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Published : Aug 1, 2019, 6:08 PM IST

Updated : Aug 1, 2019, 8:54 PM IST

देहरादून: नगर निगम के कांजी हाउस में गोवंश की लगातार हो रही मौत के बाद शासन-प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. बुधवार को ईटीवी भारत ने गोवंश की मौत की खबरों को प्रमुखता से दिखाया था. जिसके बाद सरकार और प्रशासनिक अधिकारियों की आंखें खुली हैं. गुरुवार सुबह से ही कांजी हाउस का नजारा बदला-बदला नजर आया. यहां साफ-सफाई के काम के साथ गोवंश को ठिकाने लगाने का काम जोरों से चल रहा था.

कांजी हाउस गोवंश मामला.

पढ़ें-ईटीवी भारत के खुलासे के बाद कुंभकरणी नींद से जागा निगम प्रशासन, कांजी हाउस शिफ्ट करने की कही बात

गोवंश मामले में ईटीवी भारत की खबर का संज्ञान लेने के बाद नगर निगम मेयर और आयुक्त भी कांजी हाउस पहुंचे. जहां उन्होंने तमाम व्यवस्थाओं का जायजा लिया. हालांकि इस सबके बावजूद भी नगर निगम अपनी कारगुजारियों पर पर्दा डालने में लगा हुआ है. कैमरे में सच्चाई कैद होने के बाद भी नगर निगम लगातार इस मामले में खुद को पाक साफ बता रहा है.

पढ़ें- कांजी हाउस से आईटी पार्क शिफ्ट किए जा रहे गोवंश, ETV Bharat की खबर पर नगर निगम का एक्शन

केदरापुरम के कांजी हाउस में गोवंश की मौत के मामले में भले ही मेयर ने कांजी हाउस को शिफ्ट करने के साथ ही अन्य व्यवस्थाओं को सुधारने की बात कही, बावजूद इसके मामले में नगर निगम की गलती मानने को तैयार नहीं हैं. बुधवार को गोवंश की खबर प्राकाशित करने के बाद से ही ईटीवी भारत की टीम मामले पर लगातार नजर बनाये हुए थी. गुरुवार सुबह इस मामले में जो कुछ भी सामने आया वो चौंकाने वाला था.

पढ़ें-उत्तराखंड : कांजी हाउस में एक माह में 105 गायों की मौत, 'राष्ट्रमाता' का दर्जा देने वाली त्रिवेंद्र सरकार बेखबर

गुरुवार की सुबह कांजी हाउस में गोवंश को एक गाड़ी में प्लास्टिक से छिपा कर रखा गया था. साथ ही इसके उपर एक और रिक्शा रखकर उसे किसी अज्ञात जगह पर ले जाया जा रहा था. अब इन गोवंश गाड़ियों में लाद कर कहां ले जाया जा रहा था? इनका क्या होने वाला है? ये किसी को नहीं पता.

पढ़ें-कांजी हाउस में एक महीने में 105 गौवंश की मौत, त्रिवेंद्र सरकार बेखबर

मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार को भी यहां एक दर्जन से ज्यादा गोवंश की मृत्यु हुई. जिन्हें आनन-फानन में यहां से किसी अज्ञात जगह पर ले जाया गया है. इस सबके बाद नगर निगम की टीम भी कांजी हाउस पहुंची. टीम में मेयर सुनील उनियाल गामा और नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे मोजूद थे, जिन्होंने कांजी हाउस के गेट से मुश्किल से कुछ ही मीटर अंदर तक निरीक्षण कर मामले में इतिश्री कर दी.

पढ़ें-मारपीट मामला: दबंग किन्नर रजनी रावत समेत 40 के खिलाफ मुकदमा दर्ज

ईटीवी भारत की टीम ने जब मेयर और नगर आयुक्त से बात की तो उन्होंने इस मामले पर पूरी तरह से अपनी कारगुजारी पर पर्दा डालने की कोशिश की. साथ ही जब हमने कांजी हाउस की व्यवस्थाओं पर दोनों से सवाल पूछा तो दोनों एक दूसरे के मुंह ताकते नजर आये.

देहरादून: नगर निगम के कांजी हाउस में गोवंश की लगातार हो रही मौत के बाद शासन-प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. बुधवार को ईटीवी भारत ने गोवंश की मौत की खबरों को प्रमुखता से दिखाया था. जिसके बाद सरकार और प्रशासनिक अधिकारियों की आंखें खुली हैं. गुरुवार सुबह से ही कांजी हाउस का नजारा बदला-बदला नजर आया. यहां साफ-सफाई के काम के साथ गोवंश को ठिकाने लगाने का काम जोरों से चल रहा था.

कांजी हाउस गोवंश मामला.

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गोवंश मामले में ईटीवी भारत की खबर का संज्ञान लेने के बाद नगर निगम मेयर और आयुक्त भी कांजी हाउस पहुंचे. जहां उन्होंने तमाम व्यवस्थाओं का जायजा लिया. हालांकि इस सबके बावजूद भी नगर निगम अपनी कारगुजारियों पर पर्दा डालने में लगा हुआ है. कैमरे में सच्चाई कैद होने के बाद भी नगर निगम लगातार इस मामले में खुद को पाक साफ बता रहा है.

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केदरापुरम के कांजी हाउस में गोवंश की मौत के मामले में भले ही मेयर ने कांजी हाउस को शिफ्ट करने के साथ ही अन्य व्यवस्थाओं को सुधारने की बात कही, बावजूद इसके मामले में नगर निगम की गलती मानने को तैयार नहीं हैं. बुधवार को गोवंश की खबर प्राकाशित करने के बाद से ही ईटीवी भारत की टीम मामले पर लगातार नजर बनाये हुए थी. गुरुवार सुबह इस मामले में जो कुछ भी सामने आया वो चौंकाने वाला था.

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गुरुवार की सुबह कांजी हाउस में गोवंश को एक गाड़ी में प्लास्टिक से छिपा कर रखा गया था. साथ ही इसके उपर एक और रिक्शा रखकर उसे किसी अज्ञात जगह पर ले जाया जा रहा था. अब इन गोवंश गाड़ियों में लाद कर कहां ले जाया जा रहा था? इनका क्या होने वाला है? ये किसी को नहीं पता.

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मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार को भी यहां एक दर्जन से ज्यादा गोवंश की मृत्यु हुई. जिन्हें आनन-फानन में यहां से किसी अज्ञात जगह पर ले जाया गया है. इस सबके बाद नगर निगम की टीम भी कांजी हाउस पहुंची. टीम में मेयर सुनील उनियाल गामा और नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे मोजूद थे, जिन्होंने कांजी हाउस के गेट से मुश्किल से कुछ ही मीटर अंदर तक निरीक्षण कर मामले में इतिश्री कर दी.

पढ़ें-मारपीट मामला: दबंग किन्नर रजनी रावत समेत 40 के खिलाफ मुकदमा दर्ज

ईटीवी भारत की टीम ने जब मेयर और नगर आयुक्त से बात की तो उन्होंने इस मामले पर पूरी तरह से अपनी कारगुजारी पर पर्दा डालने की कोशिश की. साथ ही जब हमने कांजी हाउस की व्यवस्थाओं पर दोनों से सवाल पूछा तो दोनों एक दूसरे के मुंह ताकते नजर आये.

Intro:summary- गौवंश हत्या क्रम पर आज का पूरा अपडेट।


note- फीड अभी FTP से भेजूंगा. फीड कैमरे में है और कैमरा बाहर है। फिलहाल इस खबर को जल्दी से लगा फिजिये। प्रदेश में हमारी खबर से हड़कम्प है लेकिन सुबह से कोई अपडेट हमारी वेबसाइट पर नही। इसे जल्दी से पब्लिश कर सकते हैं हम।


एंकर- देहरादून नगर निगम के काजी हाउस में गोवंश के लगातार हो रही मौत के बाद शासन प्रशासन में हड़कंप है। बुधवार को ईटीवी भारत की खबर पब्लिश होते ही सत्ता में बैठे ऊपर से नीचे तक सभी अधिकारी और जनप्रतिनिधियों की आंखें खुली की खुली रह गई और यही वजह थी कि गुरुवार को तड़के सुबह से ही काजी हाउस में तमाम तरह की गतिविधियां नजर आई गुरुवार को सुबह से ही कांजी हाउस में साफ-सफाई और मरे हुए गौ मांस और को ठिकाने लगाने का काम शुरू हो गया और उसके बाद नगर निगम के मेयर और आयुक्त भी कांजी हाउस पहुंचे और तमाम व्यवस्थाओं का जायजा लिया हालांकि इस सबके बावजूद भी नगर निगम अपनी कारगुजारी पर पर्दा डालता पर ही प्रदा डालता नजर आया और ईटीवी भारत द्वारा दिखाई गई खबर पर सवाल खड़ा करता रहा लेकिन नगर निगम के लाख सफाई के बाद भी कैमरे की तस्वीरें खुद कांजी हाउस के डॉक्टर और आसपास के लोग गोवंश के साथ हो रहे कुकृत्य को चीख चीख कर बयां कर रहे हैं।


Body:वीओ- उस देवभूमि में जहां विधानसभा सत्र के भीतर गाय को राष्ट्रमाता बनाने का संकल्प सर्वसम्मति से पास करते हुए पूरे देश में नजीर दी जाती है, उसी देवभूमि से गोवंश की एक ऐसी तस्वीर सामने आती है जिसे देखना और उसके बारे में सुनना दोनों आपके लिए मुश्किल होगा। गौ माता की ऐसी दुर्दशा आपने पहले कभी नहीं देखी होगी। गौवंश धूप में खड़े-खड़े भूख प्यास से कैसे धराशाई होकर दम तोड़ देती है इसकी कल्पना करना आपके लिए और हमारे लिए भी मुश्किल है, लेकिन उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में यह सब एक ऐसा काला सच है जिसे नगर निगम के मेयर और नगर आयुक्त किसी भी कीमत पर स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है। बुधवार को हमारी टीम ने जो स्थिति देहरादून के नवादा स्थित नगर निगम के काजी हाउस में देखी उसको प्रकाशित करने के बाद हमें भी इंतजार था प्रतिक्रिया का। लिहाजा हमारी टीम गुरुवार सुबह से ही कांजी हाउस के बाहर तैनात थी और इसके बाद वहां जो जो घटनाक्रम वह भी अपने आप में बढ़ा चौकाने वाला था।

गुरुवार सुबह जब हमारी टीम कांजी हाउस पहुंची तो वहां पर सबसे पहले हमने देखा कि गाड़ी में गोवंश एक बड़ी प्लास्टिक के नीचे छिपा के रखा हुआ है। तफ्तीश करने पर हमने पाया कि ये मरा हुआ गोवंश बेतरतीब अवस्था में गाड़ी में रखा गया था ऊपर से उसको प्लास्टिक से ढका गया था और उसके ऊपर एक और रिक्शा गाड़ी को लाद कर रखा हुआ था और इस तरह से बिल्कुल छिपाकर कांजी हाउस से मरे हुए गोवंश को किसी अज्ञात जगह पर ले जाया जा रहा था। इन मरे हुए गोवंश को कहा ले जाया जाता है और इनके साथ क्या होता है यह कोई नहीं जानता। केवल एक नहीं आसपास के लोगो ने बताया कि गुरुवार को भी एक दर्जन से ज्यादा गोवंश की यहां मृत्यु हुई है और उन्हें आनन-फानन में यहां से किसी अज्ञात जगह पर ले जाया गया है।

वाक थ्रो कांजी हाउस

इस सब के बाद नगर निगम की टीम भी कांजी हाउस पहुंची। इस टीम में मेयर सुनील उनियाल गामा और नगर आयुक्त विनय शंकर पांडे मोजूद थे जो और इस टीम ने कांजी हाउस के गेट से मुश्किल से कुछ मीटर अंदर तक निरीक्षण किया और इतिश्री कर दी।

ईटीवी भारत की टीम ने जब मेयर और नगर आयुक्त से बात की तो उन्होंने इस मामले पर पूरी तरह से अपनी कारगुजारी पर पर्दा डालने की कोशिश करते हुए ईटीवी भारत की खबर पर सवाल खड़े करने की कोशिश की लेकिन जब हमने खबर नही बल्कि काज़ी हाउस की व्यवस्था पर जवाब मांगा तो दोनों के पास कोई जवाब नही था।

बाइट वॉक थ्रो मेयर सुनील उनियाल गामा, नगर आयुक्त विनिय शंकर पांडे।



Conclusion:
Last Updated : Aug 1, 2019, 8:54 PM IST
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