ETV Bharat / city

मरीज 40 किमी. दूर का सफर तय कर पहुंच रहे इलाज कराने और यहां अस्पताल को खुद इलाज की दरकार - चकाराता

साहिया क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तीन महीने से एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड जैसी महत्वपूर्ण जांच मशीन खराब पड़ी है. जिसके चलते दुर्गम इलाकों से आने वाले मरीजों को जांच के लिए 40 किलोमीटर दूर विकासनगर जाना पड़ रहा है.

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहिया.
author img

By

Published : Mar 14, 2019, 6:40 PM IST

विकासनगर: उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति किसी से छिपी नहीं है. पहाड़ी इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव के चलते मरीजों को कई किलोमीटर की दूरी तय कर शहर जाना पड़ता है. ताजा मामला देहरादून के पर्वतीय क्षेत्र चकराता से सामने आया है. जहां साहिया क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तीन महीने से एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड जैसी महत्वपूर्ण जांच मशीन खराब पड़ी है. जिसके चलते दुर्गम इलाकों से आने वाले मरीजों को जांच के लिए 40 किलोमीटर दूर विकासनगर जाना पड़ रहा है.

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहिया.

साहिया के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अल्ट्रासाउंड और एक्स-रे जैसी महत्वपूर्ण जांच मशीन न होने से ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. अल्ट्रासाउंड मशीन की सुविधा न होने से महिलाओं और बुजुर्गों को 40 किलोमीटर दूर विकासनगर जाना पड़ रहा है. जिसे लेकर ग्रामीणों ने कई बार शिकायत भी दर्ज करायी. बावजूद स्वास्थ्य विभाग मामले में कोई सुध नहीं ले रहा है.

पढ़ें:आचार संहिता लगने के बाद शांति भंग के 716 मामले आए सामने, 6173 लोगों पर कार्रवाई

बता दें कि जौनसार-बावर इलाके के लिए एक मात्र साहिया स्थित सामुदायिक स्वास्थय केंद्र तीस बेड वाला अस्पताल है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा यहां पांच अलग-अलग चिकित्सा स्पेशलिस्ट के पदों की स्वीकृति दी गईथी. लेकिन यह पद भी लंबे समय से खाली पड़े हैं.

वहीं इस मामले में साहिया स्थित स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. विक्रम सिंह तोमर ने कहा कि अस्पताल में एक्स-रे टेक्निशियन तो है, लेकिन एक्स-रे मशीन खराब है. उन्होंने बताया कि रेडियोलोजिस्ट विशेषज्ञ उपलब्ध न होने के कारण अल्ट्रासांउड मशीन भी 6 महीने पहले देहरादून शिफ्ट कर दिया गया था. उन्होंने बताया कि एक्स-रे मशीन दुरुस्त कराने से लेकर रेडियोलॉजिस्ट विशेषज्ञ उपलब्ध कराने और अन्य विषयों को लेकर उच्च अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि विभाग जल्द ही सुविधाओं को बहाल करेगा.

विकासनगर: उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति किसी से छिपी नहीं है. पहाड़ी इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव के चलते मरीजों को कई किलोमीटर की दूरी तय कर शहर जाना पड़ता है. ताजा मामला देहरादून के पर्वतीय क्षेत्र चकराता से सामने आया है. जहां साहिया क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तीन महीने से एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड जैसी महत्वपूर्ण जांच मशीन खराब पड़ी है. जिसके चलते दुर्गम इलाकों से आने वाले मरीजों को जांच के लिए 40 किलोमीटर दूर विकासनगर जाना पड़ रहा है.

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सहिया.

साहिया के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अल्ट्रासाउंड और एक्स-रे जैसी महत्वपूर्ण जांच मशीन न होने से ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. अल्ट्रासाउंड मशीन की सुविधा न होने से महिलाओं और बुजुर्गों को 40 किलोमीटर दूर विकासनगर जाना पड़ रहा है. जिसे लेकर ग्रामीणों ने कई बार शिकायत भी दर्ज करायी. बावजूद स्वास्थ्य विभाग मामले में कोई सुध नहीं ले रहा है.

पढ़ें:आचार संहिता लगने के बाद शांति भंग के 716 मामले आए सामने, 6173 लोगों पर कार्रवाई

बता दें कि जौनसार-बावर इलाके के लिए एक मात्र साहिया स्थित सामुदायिक स्वास्थय केंद्र तीस बेड वाला अस्पताल है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा यहां पांच अलग-अलग चिकित्सा स्पेशलिस्ट के पदों की स्वीकृति दी गईथी. लेकिन यह पद भी लंबे समय से खाली पड़े हैं.

वहीं इस मामले में साहिया स्थित स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. विक्रम सिंह तोमर ने कहा कि अस्पताल में एक्स-रे टेक्निशियन तो है, लेकिन एक्स-रे मशीन खराब है. उन्होंने बताया कि रेडियोलोजिस्ट विशेषज्ञ उपलब्ध न होने के कारण अल्ट्रासांउड मशीन भी 6 महीने पहले देहरादून शिफ्ट कर दिया गया था. उन्होंने बताया कि एक्स-रे मशीन दुरुस्त कराने से लेकर रेडियोलॉजिस्ट विशेषज्ञ उपलब्ध कराने और अन्य विषयों को लेकर उच्च अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि विभाग जल्द ही सुविधाओं को बहाल करेगा.




पहाड़ी क्षेत्रों के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मूल जांच मशीनों का अभाव, मीलों का सफर तय कर मरीज शहर की तरफ आने को मजबूर


विकासनगर/चकराता- केंद्र से लेकर राज्य तक जनहित में आने वाले सबसे बड़े विभागों में से एक स्वास्थ्य विभाग के भारी भरकम बज़ट होने के बावजूद उत्तराखंड के कई पहाड़ी क्षेत्रों में स्थित सरकारी अस्पतालों में मूल रूप से प्रारंभिक जांच मशीनरी सुविधाओं का टोटा इस प्रकार हैं कि बीमारी से जूझ रहे मरीजों को कई किलोमीटर का सफ़र तय कर शहर का रुख करना पड़ रहा हैं। ताज़ा मामला देहरादून जिले के पर्वतीय क्षेत्र चकराता के साहिया का हैं जहाँ सरकारी सामुदायिक स्वास्थय केंद्र (साहिया) में तीन माह से एक्सरे व अल्ट्रासाउंड जैसी महत्वपूर्ण मशीन खराब पड़े होने से दुर्गम इलाकों से आने वाले मरीजो को जांच करवाने तीस से चालीस किमी की दौड लगाकर विकासनगर पहुँचना पड़ रहा हैं।

विकास व समाजिक तौर पर पिछड़े इलाकें चकराता पर्वतीय इलाकें के अंतर्गत आने वाले जौनसार-बावर के केंद्र बिंदु साहिया में एक मात्र सामुदायिक स्वास्थय केंद्र हैं,लेकिन इस अस्पताल में भी एक्सरे व अल्ट्रासाउंड मशीन तीन माह से खराब होने मरीजो को तीस से चालीस किलोमीटर दूर एक्सरे कराने को जाना पड रहा है .जिसके चलते आर्थिक स्थिति से कमज़ोर तबक़े के लोगों को खासी परेशानी हो रही हैं।

 अल्ट्रासाउंड मशीन सुविधा ना होने से सबसे ज्यादा समस्या गर्भवती महिलाओं को !

साहिया स्थित  इस सरकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में  अल्ट्रासाउंड जैसी  महत्वपूर्ण  जांच मशीन  सुविधा के अभाव में चकराता के दुर्गम इलाकें जौनसार-बावर के ग्रामीण क्षेत्रों में गर्भवती होने वाली महिलाओं को सबसे ज्यादा परेशानी उठानी पड़ रही हैं। अल्ट्रासाउंड मशीन सुविधा ना होने से महिलाओं के साथ साथ बुजुर्गों ,बच्चो को भी मीलों का सफर  तय कर  विकासनगर शहर की ओर आना पड़ रहा है। सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में इस तरह की जरूरी जांच सुविधाओं को लेकर  लगातार शिकायत  दर्ज करने के बावजूद  स्वास्थ्य विभाग  किसी प्रकार की सुध नहीं ले रहा है।

बाईट-रोहित शर्मा,मरीज

एक तरफ अल्ट्रासाउंड मशीन में रेडियोलोजिस्ट उपलब्ध नहीं,तो दूसरी तरफ टेक्निशियन है,लेकिन एक्सरे मशीन खराब!

वही इस मामले में साहिया स्थित स्वास्थय केंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डाॅ विक्रम सिहं तोमर ने अपने तरफ से मजबूरियों  गिनाते हुए बताया कि, एक तरफ अस्पताल में एक्सरे टेक्निशियन तो है लेकिन एक्सरे मशीन खराब है।  दूसरी तरफ़ स्वास्थ्य केंद्र में रेडियोलोजिस्ट विशेषज्ञ उपलब्ध ना होने के कारण अल्ट्रासांउड मशीन को भी छ:माह पूर्व देहरादून शिफ्ट कर दिया गया है। ऐसे में एक्स रे मशीन दुरुस्त कराने से लेकर रेडियोलोलिस्ट विशेषज्ञ उपलब्ध ना होने सहित अन्य विषयों पर उच्च अधिकारियों को कई बार अवगत कराया जा चुका हैं। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि विभाग जल्द ही सुविधाओं को बहाल करेगा।

बाईट-डाॅ विक्रम सिहं तोमर,प्रभारी चिकित्साधिकारी,साहिया

जौनसार -बावर इलाकें के लिए एक मात्र साहिया स्थित सामुदायिक स्वास्थय केंद्र यहां सबसे बडा तीस बेड सुविधाओं वाला अस्पताल है . ऐसे में स्वास्थ्य विभाग द्वारा यहाँ पांच अलग-अलग चिकित्सा स्पेस्लिस्ट पदों के स्वीकृत होने के बावजूद यह पद खाली पड़े हैं।



ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.