विकासनगर: उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति किसी से छिपी नहीं है. पहाड़ी इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव के चलते मरीजों को कई किलोमीटर की दूरी तय कर शहर जाना पड़ता है. ताजा मामला देहरादून के पर्वतीय क्षेत्र चकराता से सामने आया है. जहां साहिया क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तीन महीने से एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड जैसी महत्वपूर्ण जांच मशीन खराब पड़ी है. जिसके चलते दुर्गम इलाकों से आने वाले मरीजों को जांच के लिए 40 किलोमीटर दूर विकासनगर जाना पड़ रहा है.
साहिया के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अल्ट्रासाउंड और एक्स-रे जैसी महत्वपूर्ण जांच मशीन न होने से ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. अल्ट्रासाउंड मशीन की सुविधा न होने से महिलाओं और बुजुर्गों को 40 किलोमीटर दूर विकासनगर जाना पड़ रहा है. जिसे लेकर ग्रामीणों ने कई बार शिकायत भी दर्ज करायी. बावजूद स्वास्थ्य विभाग मामले में कोई सुध नहीं ले रहा है.
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बता दें कि जौनसार-बावर इलाके के लिए एक मात्र साहिया स्थित सामुदायिक स्वास्थय केंद्र तीस बेड वाला अस्पताल है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा यहां पांच अलग-अलग चिकित्सा स्पेशलिस्ट के पदों की स्वीकृति दी गईथी. लेकिन यह पद भी लंबे समय से खाली पड़े हैं.
वहीं इस मामले में साहिया स्थित स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. विक्रम सिंह तोमर ने कहा कि अस्पताल में एक्स-रे टेक्निशियन तो है, लेकिन एक्स-रे मशीन खराब है. उन्होंने बताया कि रेडियोलोजिस्ट विशेषज्ञ उपलब्ध न होने के कारण अल्ट्रासांउड मशीन भी 6 महीने पहले देहरादून शिफ्ट कर दिया गया था. उन्होंने बताया कि एक्स-रे मशीन दुरुस्त कराने से लेकर रेडियोलॉजिस्ट विशेषज्ञ उपलब्ध कराने और अन्य विषयों को लेकर उच्च अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि विभाग जल्द ही सुविधाओं को बहाल करेगा.