देहरादून: देवप्रयाग में शराब फैक्ट्री लगाए जाने के बाद प्रदेश में सियासत गरमा गई है. इस बार पूर्व कैबिनेट मिनिस्टर मंत्री प्रसाद नैथानी ने हिलटॉप शराब को लेकर त्रिवेंद्र सरकार को घेरा है. मंत्री प्रसाद नैथानी ने कहा कि अगर सरकार ने देवप्रयाग जैसी तीर्थ नगरी से शराब फैक्ट्री को नहीं हटाया तो कांग्रेस इसका पुरजोर विरोध करेगी.
मंत्री प्रसाद नैथानी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि शिक्षा मंत्री रहते हुए उन्होंने एनसीसी एकेडमी की स्वीकृति दिलाने का कार्य किया था. इस संबंध में उन्होंने एनसीसी के अधिकारियों के साथ देवप्रयाग विधानसभा के श्रीकोट मालडां गांव में अकादमी के निर्माण के लिए जमीन का चयन भी किया था. जिसके बाद तत्कालीन सीएम हरीश रावत ने उस स्थान पर एनसीसी एकेडमी खोलने की घोषणा की थी लेकिन अब त्रिवेंद्र सरकार ने देवप्रयाग की जगह पौड़ी के देवार गांव में एनसीसी एकेडमी खोलने का निर्णय लिया है. इसके विरोध में लगातार स्थानीय जनता विरोध प्रदर्शन कर रही है लेकिन सरकार है कि आंखें मूंदे सोई हुई है.
हिलटॉप शराब पर त्रिवेंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए मंत्री प्रसाद नैथानी ने कहा कि भाजपा लगातार इस बात का दुष्प्रचार कर रही है कि कांग्रेस के शासनकाल में हिलटॉप का लाइसेंस दिया गया. जबकि कांग्रेस ने हिलटॉप के लाइसेंस को निरस्त किया था. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने देवप्रयाग में शराब फैक्ट्री लगाने का लाइसेंस दिया है.
मंत्री प्रसाद नैथानी ने कहा कि प्रदेश सरकार कुंभ क्षेत्र देवप्रयाग में शराब का कारोबार करने के नाम पर वहां के स्थानीय लोगों को रोजगार देने का छलावा कर रही है. त्रिवेंद्र सरकार देवप्रयाग जैसे क्षेत्र में शराब फैक्ट्री लगाकर उसे कलंकित करने का काम कर रही है. मंत्री प्रसाद नैथानी ने कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान देवप्रयाग में शराब फैक्ट्री के बजाय जूस फैक्ट्री और बॉटलिंग प्लांट का प्रस्ताव था, विरोध को देखते हुए तत्कालीन सीएम हरीश रावत से उन्होंने निवेदन किया और उस लाइसेंस को कैंसिल करवाया था. मंत्री प्रसाद नैथानी ने कहा कि सरकार को बिना देर किये हुए देवप्रयाग में हिलटॉप के लाइसेंस को निरस्त करना चाहिए.