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नए साल पर उत्तराखंड आने का है प्लान, तो इन बातों का रखें ध्यान

उत्तराखंड में मुख्य तौर से मसूरी, नैनीताल, रानीखेत, औली जैसे पर्यटक स्थलों पर विंटर सीजन होने के कारण पहले से ही बहुत भीड़ होती है. जिसके कारण यहां होटल्स या कमरे मिलना थोड़ा मुश्किल होता है. ऐसे में अगर आप उत्तराखंड आ रहे हैं तो कई बातों का ध्यान रखना चाहिए.

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नये साल पर आना चाहते हैं उत्तराखंड तो ध्यान रखें ये जरुरी बातें
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Published : Dec 26, 2019, 6:28 PM IST

Updated : Dec 26, 2019, 6:35 PM IST

देहरादून: नए साल के मौके पर उत्तर भारत समेत देश के अलग-अलग हिस्सों से भारी तादाद में सैलानी उत्तराखंड पहुंचते हैं. मसूरी, नैनीताल, रानीखेत, औली, मुनस्यारी जैसे कई पर्यटन स्थल इस समय पर्यटकों से गुलजार रहते हैं. नये साल का जश्न और पर्यटकों की आमद को देखते हुए पुलिस ने भी अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. नए साल का जश्न सफल और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो इसके लिए पुलिस उत्तराखंड आने वाले सैलानियों को अलग-अलग माध्यमों से जानकारी दे रही है. आइये आपको बताते हैं कि वे कौन सी जरुरी बातें हैं जो आपको यहां पहुंचने से पहले ध्यान रखनी होंगी.

पहले ही करा लें बुकिंग

उत्तराखंड में मुख्य तौर से मसूरी, नैनीताल, रानीखेत, औली जैसे पर्यटक स्थलों पर विंटर सीजन होने के कारण पहले ही बहुत भीड़ होती है. जिसके कारण यहां होटल्स या कमरे मिलना थोड़ा मुश्किल होता है. अगर आप नये साल में इन जगहों पर जाने की सोच रहे हैं तो पहले से ही होटल्स की बुकिंग करा ले. अंतिम समय में आपको या तो होटल नहीं मिलेगा या फिर इसके लिए आपको बहुत दाम चुकाने पड़ेंगे. हाल के वर्षों में देखा गया है कि होटल न मिलने के कारण लोगों को कई बार रात अपनी गाड़ियों में बितानी पड़ी है.

नये साल पर आना चाहते हैं उत्तराखंड तो ध्यान रखें ये जरुरी बातें

पढ़ें-उत्तराखंड: दिल्ली-देहरादून रूट पर दौड़ेंगी CNG बसें, परिवहन निगम ने किया करार

पार्किंग और ट्रैफिक की रखें जानकारी
मसूरी और नैनीताल जैसे पर्यटक स्थलों पर आने वाले सैलानियों को एडवांस में होटल बुकिंग के साथ-साथ पार्किंग और ट्रैफिक का खास ख्याल रखना होगा. दोनों ही स्टेशनों में इन दिनों सड़कों पर घंटों लंबा जाम रहता है. ऐसे में अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए सुबह का समय ही सबसे सही रहता है. इसके अलावा होटल्स की पार्किंग की जानकारी होना भी आवश्यक है. कई ऐसे होटल हैं जिनमें पार्किंग व्यवस्था सही नहीं होती है जिसके कारण पर्यटक परेशान होते हैं.

पढ़ें-पिथौरागढ़: हादसों को दावत दे रही ख्वाकोट को जोड़ने वाली सड़क, एक दशक से नहीं हुआ निर्माण

अनजान व शॉर्टकट रास्तों से बचें
मसूरी और नैनीताल पहुंचने वाले सैलानी किसी भी हालत में शॉर्टकट रूट अपनाने की गलती न करें. कई बार जल्दी अपने स्टेशन तक पहुंचने के लिए पर्यटक जंगल व पहाड़ी वाले खस्ताहाल सड़क मार्गों का सहारा लेते हैं, जहां वे फंस जाते हैं. पुलिस प्रशासन ने दोनों ही हिल स्टेशन तक पहुंचने के लिए पहले से ही शहर के कुछ खास मार्गों को बाईपास निर्धारित किया है. ताकि जाम से बचा जा सके.

पढ़ें-अटल आयुष्मान योजना पर CM त्रिवेंद्र गदगद, स्वास्थ्य विभाग जता रहा चिंता

ड्राइव करते समय बरते एहतियात

नए साल के दौरान पहाड़ी स्टेशनों में ड्राइव करने में खास एहतियात बरतने की जरुरत है. क्योंकि मैदानी और पहाड़ी इलाकों में ड्राइव करने में बड़ा अंतर होता है. ऐसे में एक्सपर्ट चालक ही पहाड़ी स्टेशन में आपको सुरक्षित पहुंचा सकता है.

पढ़ें-सितारगंज: निर्माणाधीन बस स्टेशन का विधायक ने किया निरीक्षण, कार्य में तेजी लाने के दिए निर्देश

ड्रिंक एंड ड्राइव हो सकता है खतरनाक
नए साल के जश्न के दौरान सड़कों पर किसी तरह का ड्रंकन ड्राइव करना खतरनाक साबित हो सकता है. कई बार नशे की हालत में पहाड़ी रास्तों पर जानलेवा दुर्घटनाएं हो जाती हैं. ऐसे में अपने स्टेशन तक पहुंचने से पहले नशे का इस्तेमाल न करें.

पढ़ें-CCTV की निगरानी में रहेगा उत्तरकाशी जिला, इन जगहों को दी जाएगी प्राथमिकता

पूरी तैयारी के साथ पहुंचे अपने स्टेशन
पहाड़ी स्टेशनों पर जाने से पहले वहां के मौसम की पूरी जानकारी रख लें. पहाड़ी स्टेशन में आने से पहले गर्म कपड़े, बारिश व बर्फबारी से बचने के लिए पर्याप्त व्यवस्था एडवांस के तौर पर रखना जरूरी है.

पढ़ें-पुलिस क्षेत्राधिकारी ने ली बैठक, बढ़ते नशे की प्रवृत्ति पर लोगों ने जताई चिंता

किसी भी तरह की जल्दबाजी से बचें

पहाड़ी इलाकों में ड्राइविंग करते समय किसी भी तरह का सेल्फी व लाइव रिकॉर्डिंग करना भी खतरनाक साबित हो सकता है. आपको जो भी करना है आराम से पूरी सुरक्षा के साथ करें. पहाड़ी इलाकों में थोड़ी सी भी जल्दबाजी और लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है.

पढ़ें-मिनी इंडिया का करना है दीदार तो पहुंचें मसूरी विंटर लाइन कार्निवल, हुआ शानदार आगाज

वहीं डीजी अशोक कुमार के मुताबिक नए साल में उत्तराखंड आने वाले सैलानियों के लिए पुलिस विभाग ने तमाम तरह की व्यवस्थाएं की हैं. इसके बावजूद इन स्टेशनों में सड़कें और होटल्स लिमिटेड हैं. जिसके कारण पहले ही बुकिंग कराना फायदेमंद है. डीजी अशोक कुमार के अनुसार उत्तराखंड के मुख्य पर्यटक स्थलों में पहुंचने से पहले सभी तरह की एडवांस तैयारियों का किया जाना जरूरी है. वरना पर्यटकों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.

देहरादून: नए साल के मौके पर उत्तर भारत समेत देश के अलग-अलग हिस्सों से भारी तादाद में सैलानी उत्तराखंड पहुंचते हैं. मसूरी, नैनीताल, रानीखेत, औली, मुनस्यारी जैसे कई पर्यटन स्थल इस समय पर्यटकों से गुलजार रहते हैं. नये साल का जश्न और पर्यटकों की आमद को देखते हुए पुलिस ने भी अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. नए साल का जश्न सफल और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो इसके लिए पुलिस उत्तराखंड आने वाले सैलानियों को अलग-अलग माध्यमों से जानकारी दे रही है. आइये आपको बताते हैं कि वे कौन सी जरुरी बातें हैं जो आपको यहां पहुंचने से पहले ध्यान रखनी होंगी.

पहले ही करा लें बुकिंग

उत्तराखंड में मुख्य तौर से मसूरी, नैनीताल, रानीखेत, औली जैसे पर्यटक स्थलों पर विंटर सीजन होने के कारण पहले ही बहुत भीड़ होती है. जिसके कारण यहां होटल्स या कमरे मिलना थोड़ा मुश्किल होता है. अगर आप नये साल में इन जगहों पर जाने की सोच रहे हैं तो पहले से ही होटल्स की बुकिंग करा ले. अंतिम समय में आपको या तो होटल नहीं मिलेगा या फिर इसके लिए आपको बहुत दाम चुकाने पड़ेंगे. हाल के वर्षों में देखा गया है कि होटल न मिलने के कारण लोगों को कई बार रात अपनी गाड़ियों में बितानी पड़ी है.

नये साल पर आना चाहते हैं उत्तराखंड तो ध्यान रखें ये जरुरी बातें

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पार्किंग और ट्रैफिक की रखें जानकारी
मसूरी और नैनीताल जैसे पर्यटक स्थलों पर आने वाले सैलानियों को एडवांस में होटल बुकिंग के साथ-साथ पार्किंग और ट्रैफिक का खास ख्याल रखना होगा. दोनों ही स्टेशनों में इन दिनों सड़कों पर घंटों लंबा जाम रहता है. ऐसे में अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए सुबह का समय ही सबसे सही रहता है. इसके अलावा होटल्स की पार्किंग की जानकारी होना भी आवश्यक है. कई ऐसे होटल हैं जिनमें पार्किंग व्यवस्था सही नहीं होती है जिसके कारण पर्यटक परेशान होते हैं.

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अनजान व शॉर्टकट रास्तों से बचें
मसूरी और नैनीताल पहुंचने वाले सैलानी किसी भी हालत में शॉर्टकट रूट अपनाने की गलती न करें. कई बार जल्दी अपने स्टेशन तक पहुंचने के लिए पर्यटक जंगल व पहाड़ी वाले खस्ताहाल सड़क मार्गों का सहारा लेते हैं, जहां वे फंस जाते हैं. पुलिस प्रशासन ने दोनों ही हिल स्टेशन तक पहुंचने के लिए पहले से ही शहर के कुछ खास मार्गों को बाईपास निर्धारित किया है. ताकि जाम से बचा जा सके.

पढ़ें-अटल आयुष्मान योजना पर CM त्रिवेंद्र गदगद, स्वास्थ्य विभाग जता रहा चिंता

ड्राइव करते समय बरते एहतियात

नए साल के दौरान पहाड़ी स्टेशनों में ड्राइव करने में खास एहतियात बरतने की जरुरत है. क्योंकि मैदानी और पहाड़ी इलाकों में ड्राइव करने में बड़ा अंतर होता है. ऐसे में एक्सपर्ट चालक ही पहाड़ी स्टेशन में आपको सुरक्षित पहुंचा सकता है.

पढ़ें-सितारगंज: निर्माणाधीन बस स्टेशन का विधायक ने किया निरीक्षण, कार्य में तेजी लाने के दिए निर्देश

ड्रिंक एंड ड्राइव हो सकता है खतरनाक
नए साल के जश्न के दौरान सड़कों पर किसी तरह का ड्रंकन ड्राइव करना खतरनाक साबित हो सकता है. कई बार नशे की हालत में पहाड़ी रास्तों पर जानलेवा दुर्घटनाएं हो जाती हैं. ऐसे में अपने स्टेशन तक पहुंचने से पहले नशे का इस्तेमाल न करें.

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पूरी तैयारी के साथ पहुंचे अपने स्टेशन
पहाड़ी स्टेशनों पर जाने से पहले वहां के मौसम की पूरी जानकारी रख लें. पहाड़ी स्टेशन में आने से पहले गर्म कपड़े, बारिश व बर्फबारी से बचने के लिए पर्याप्त व्यवस्था एडवांस के तौर पर रखना जरूरी है.

पढ़ें-पुलिस क्षेत्राधिकारी ने ली बैठक, बढ़ते नशे की प्रवृत्ति पर लोगों ने जताई चिंता

किसी भी तरह की जल्दबाजी से बचें

पहाड़ी इलाकों में ड्राइविंग करते समय किसी भी तरह का सेल्फी व लाइव रिकॉर्डिंग करना भी खतरनाक साबित हो सकता है. आपको जो भी करना है आराम से पूरी सुरक्षा के साथ करें. पहाड़ी इलाकों में थोड़ी सी भी जल्दबाजी और लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है.

पढ़ें-मिनी इंडिया का करना है दीदार तो पहुंचें मसूरी विंटर लाइन कार्निवल, हुआ शानदार आगाज

वहीं डीजी अशोक कुमार के मुताबिक नए साल में उत्तराखंड आने वाले सैलानियों के लिए पुलिस विभाग ने तमाम तरह की व्यवस्थाएं की हैं. इसके बावजूद इन स्टेशनों में सड़कें और होटल्स लिमिटेड हैं. जिसके कारण पहले ही बुकिंग कराना फायदेमंद है. डीजी अशोक कुमार के अनुसार उत्तराखंड के मुख्य पर्यटक स्थलों में पहुंचने से पहले सभी तरह की एडवांस तैयारियों का किया जाना जरूरी है. वरना पर्यटकों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.

Intro:pls note_ इस स्टोरी से संबंधित नेनीताल मसूरी की विजुअल शादी इमेल से भेजे गए हैं,कृपया उठाने का कष्ट करें।

summary-नए साल के दौरान उत्तराखंड में आने वाले पर्यटक इन तैयारियों से आए:पुलिस...मसूरी, नैनीताल,रानीखेत, मुनस्यारी जैसे पर्यटक स्थलों में होटल बुकिंग,पार्किंग और ट्रैफिक की जानकारियां पहले से जुटा ले:पुलिस


31 दिसंबर नए साल के आगमन को देखते हुए हर साल की तरह उत्तर भारत व देश के अन्य राज्यों से भारी तादाद में सैलानी उत्तराखंड के मसूरी, नैनीताल ,रानीखेत ,औली ,मुंसियारी जैसे कई पर्यटन स्थलों पार्टी व जश्न मनाने के लिए पहुंचते हैं। ऐसे में इस बार भी अगर आप उत्तराखंड के पर्यटक स्थलों में नए साल सेलिब्रेट करने पहुंच रहे हैं तो आपको उन तमाम बातों का ध्यान रखना होगा जिसके चलते आपकी यात्रा और नए साल का जश्न सफल और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो। नए साल के दौरान उत्तराखंड आने वाले सैलानियों के लिए भी पुलिस द्वारा अलग-अलग विषयों पर जानकारीयों संदेश के माध्यम से साझा किया जा रहा हैं।


उत्तराखंड के मुख्य तौर पर मसूरी व नैनीताल, रानीखेत, औली जैसे पर्यटक स्थलों में विंटर सीजन में भी पहले के मुकाबले अब भारी तादात में सैलानियों की आवाजाही रहती है, इसके चलते आप पहले से ही होटल्स की बुकिंग करा ले..अंतिम समय में आपको या तो होटल नहीं मिलेगा या फिर बहुत महंगे दाम बुकिंग के लिए आपको उसके लिए चुकाने होंगे। हाल ही के वर्षों में ऐसा देखा गया है कि भारी तादात में सैलानियों की आवागमन के चलते कई बार ठिकाना ना मिलने के कारण कुछेक पर्यटकों को सड़क पर ही अपने वाहनों पर रात गुजारनी पड़ती है।

हिल स्टेशन आने के लिए एडवांस में होटल बुक कराना पर्यटकों के लिए बेहतर

मसूरी और नैनीताल जैसे पर्यटक स्थलों पर आने वाले सैलानियों को एडवांस में होटल बुकिंग के साथ साथ पार्किंग और ट्रैफिक का खास ख्याल रखना होगा दोनों ही स्टेशनों में इन दिनों घंटों सड़कों पर जाम रहता है। ऐसे में अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए सुबह सुबह का समय सबसे सही रहता हैं। इसके अलावा होटल्स की पार्किंग की जानकारी होना आवश्यक है कई ऐसे होटल है जिनकी पार्किंग व्यवस्था सही नहीं रहती है जिसके चलते यात्रियों को खासी परेशानी उठानी पड़ती।

मसूरी और नैनीताल पहुंचने के लिए अनजान वो शॉर्टकट मार्गो से बचें

मसूरी और नैनीताल पहुंचने वाले सैलानी किसी भी हालत में शॉर्टकट रूट अपनाने की गलती ना करें तो बेहतर होगा। कई बार जल्दी अपने स्टेशन तक पहुंचने के चलते पर्यटक जंगल व पहाड़ी वाले खस्ताहाल सड़कों मार्गो पर फंस जाते हैं या किसी तरह की घंटों तक कोई पुलिस या प्रशासन मदद की व्यवस्था कम है। ऐसे में खासकर मसूरी और नैनीताल पहुंचने का रूट की सही जानकारी लेना ही बेहतर है। पुलिस प्रशासन द्वारा दोनों ही हिल स्टेशन में पहुंचने के लिए पहले से ही शहर के कुछ खास मार्गों को बाईपास निर्धारित किया जाता हैं। ताकि कम से कम ट्रैफिक जाम से बचा जा सके।
















Body:नए साल के दौरान पहाड़ी स्टेशनों में ड्राइव करने के खसरा की इतिहास बरतना जरूरी है ,क्योंकि मैदानी और पहाड़ी इलाकों में ड्राइव करने में बड़ा अंतर होता है ऐसे में एक्सपर्ट चालक द्वारा ही पहाड़ी स्टेशन में पहुंचना सुरक्षित रहता है।

नए साल के जश्न के दौरान सड़कों उसने किसी तरह का ड्रंकन ड्राइव करना खतरनाक साबित हो सकता है,कई बार नशे की हालत में पहाड़ी रास्तों जानलेवा दुर्घटनाएं हो चुकी है। ऐसे में अपने गंतव्य तक पहुंचने में नशे का इस्तेमाल करना वर्जित रखना ही सुरक्षित रहता है। उत्तराखंड पुलिस ड्रंकन ड्राइव और रास्तों में हुड़दंग मचाने को लेकर सख्ती बरतती हैं।

उत्तराखंड के पहाड़ी स्टेशन में आने से पहले गर्म कपड़े बारिश व बर्फबारी से बचने के लिए पर्याप्त व्यवस्था एडवांस के तौर पर रखना जरूरी है ताकि किसी तरह से ही मौसम की मार से बचा जा सके।

पहाड़ी इलाकों में ड्राइविंग करते समय किसी भी तरह का सेल्फी व लाइव रिकॉर्डिंग करना भी खतरनाक साबित हो सकता है।


Conclusion:
नए साल में मसूरी नैनीताल जैसे मुख्य स्टेशनों में पहुंचने से पहले एडवांस में सभी तैयारियां करनी जरूरी है: पुलिस मुख्यालय उत्तराखंड

इस मामले में उत्तराखंड में अपराध व कानून व्यवस्था की कमान संभालने वाले महानिदेशक अशोक कुमार का भी मानना मसूरी नैनीताल औली रानीखेत मुंसियारी जैसे कई हिल स्टेशनों में पार्किंग व ट्रैफिक जाम की समस्या सबसे ज्यादा रहती है ऐसे इस विषय पर पहले से जानकारी जुटाना ही फायदेमंद रहता। नहीं नहीं इन डीजी सुकुमार के मुताबिक हालांकि नए साल में उत्तराखंड आने वाले सैलानियों के लिए पुलिस विभाग द्वारा तमाम तरक्की व्यवस्थाएं बनाई जा रही है इसके बावजूद इन स्टेशनों में सड़के लिमिटेड और होटल्स की बुकिंग पहले से होने के कारण लोग अचानक अपना प्रोग्राम बनाकर पहुंचते हैं जिससे कई तरह की यात्रियों को दो चार होना पड़ता हैं। नई साल के दौरान कई लोग पहाड़ों में बिना जानकारी के अभाव के ट्रैकिंग और पार्टियों को आयोजन करने पहुंच जाते हैं जिसके चलते कई बार भारी बर्फ बारी बारिश हो रास्ते बंद होने से समस्याएं भी आ जाती है ऐसे में पर्यटकों को किसी भी पहाड़ी स्थान में पहुंचने से पहले भौगोलिक स्थिति के संबंध में जानकारी लेना आवश्यक होता है ताकि यात्रा सुखमय और सफल बनाए जा सके।
डीजे अशोक कुमार के अनुसार उत्तराखंड के मुख्य पर्यटक स्थलों में पहुंचने से पहले सभी तरह की एडवांस तैयारियों को किया जाना जरूरी है। वरना होटल ना मिलने के साथ ही पार्किंग और ट्रैफिक जाम की वजह से कई लोग रास्ते में ही रात गुजारते हैं जो सही नहीं है। डीजी के मुताबिक हालांकि सैलानियों को कम से कम समस्याएं इसके लिए पूरे प्रदेश भर के पर्यटक स्थलों में पुलिस द्वारा व्यवस्थाएं बनाई जा रही है।

बाईट- अशोक कुमार महानिदेशक अपराध कानून व्यवस्था पउत्तराखंड

उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों की सुविधाओं पर सरकार को भी ध्यान देना होगा: जानकार

वहीं उत्तराखंड में आने वाले पर्यटकों को होने वाली कई तरह की असुविधा को लेकर जानकारों का भी मानना है कि, जहां एक तरफ राज्य सरकार अलग-अलग राज्यों में जाकर उत्तराखंड आने के लिए सैलानियों को उत्साहित कर रही है ,वहीं दूसरी तरफ सड़क, ट्रैफिक, पार्किंग पर्याप्त होटल जैसे अन्य महत्वपूर्ण व्यवस्था बहाल ना होने जैसी समस्याओं को भी सरकार को सुचारू रखना होगा, ताकि नए साल व अन्य मौके पर उत्तराखंड पहुंचने वाले पर्यटकों को अधिक से अधिक सुविधाएं मिल सकें।


बाइट- विश्वजीत नेगी,उत्तराखंड जानकार
Last Updated : Dec 26, 2019, 6:35 PM IST
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