देहरादून: नए साल के मौके पर उत्तर भारत समेत देश के अलग-अलग हिस्सों से भारी तादाद में सैलानी उत्तराखंड पहुंचते हैं. मसूरी, नैनीताल, रानीखेत, औली, मुनस्यारी जैसे कई पर्यटन स्थल इस समय पर्यटकों से गुलजार रहते हैं. नये साल का जश्न और पर्यटकों की आमद को देखते हुए पुलिस ने भी अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. नए साल का जश्न सफल और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो इसके लिए पुलिस उत्तराखंड आने वाले सैलानियों को अलग-अलग माध्यमों से जानकारी दे रही है. आइये आपको बताते हैं कि वे कौन सी जरुरी बातें हैं जो आपको यहां पहुंचने से पहले ध्यान रखनी होंगी.
पहले ही करा लें बुकिंग
उत्तराखंड में मुख्य तौर से मसूरी, नैनीताल, रानीखेत, औली जैसे पर्यटक स्थलों पर विंटर सीजन होने के कारण पहले ही बहुत भीड़ होती है. जिसके कारण यहां होटल्स या कमरे मिलना थोड़ा मुश्किल होता है. अगर आप नये साल में इन जगहों पर जाने की सोच रहे हैं तो पहले से ही होटल्स की बुकिंग करा ले. अंतिम समय में आपको या तो होटल नहीं मिलेगा या फिर इसके लिए आपको बहुत दाम चुकाने पड़ेंगे. हाल के वर्षों में देखा गया है कि होटल न मिलने के कारण लोगों को कई बार रात अपनी गाड़ियों में बितानी पड़ी है.
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पार्किंग और ट्रैफिक की रखें जानकारी
मसूरी और नैनीताल जैसे पर्यटक स्थलों पर आने वाले सैलानियों को एडवांस में होटल बुकिंग के साथ-साथ पार्किंग और ट्रैफिक का खास ख्याल रखना होगा. दोनों ही स्टेशनों में इन दिनों सड़कों पर घंटों लंबा जाम रहता है. ऐसे में अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए सुबह का समय ही सबसे सही रहता है. इसके अलावा होटल्स की पार्किंग की जानकारी होना भी आवश्यक है. कई ऐसे होटल हैं जिनमें पार्किंग व्यवस्था सही नहीं होती है जिसके कारण पर्यटक परेशान होते हैं.
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अनजान व शॉर्टकट रास्तों से बचें
मसूरी और नैनीताल पहुंचने वाले सैलानी किसी भी हालत में शॉर्टकट रूट अपनाने की गलती न करें. कई बार जल्दी अपने स्टेशन तक पहुंचने के लिए पर्यटक जंगल व पहाड़ी वाले खस्ताहाल सड़क मार्गों का सहारा लेते हैं, जहां वे फंस जाते हैं. पुलिस प्रशासन ने दोनों ही हिल स्टेशन तक पहुंचने के लिए पहले से ही शहर के कुछ खास मार्गों को बाईपास निर्धारित किया है. ताकि जाम से बचा जा सके.
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ड्राइव करते समय बरते एहतियात
नए साल के दौरान पहाड़ी स्टेशनों में ड्राइव करने में खास एहतियात बरतने की जरुरत है. क्योंकि मैदानी और पहाड़ी इलाकों में ड्राइव करने में बड़ा अंतर होता है. ऐसे में एक्सपर्ट चालक ही पहाड़ी स्टेशन में आपको सुरक्षित पहुंचा सकता है.
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ड्रिंक एंड ड्राइव हो सकता है खतरनाक
नए साल के जश्न के दौरान सड़कों पर किसी तरह का ड्रंकन ड्राइव करना खतरनाक साबित हो सकता है. कई बार नशे की हालत में पहाड़ी रास्तों पर जानलेवा दुर्घटनाएं हो जाती हैं. ऐसे में अपने स्टेशन तक पहुंचने से पहले नशे का इस्तेमाल न करें.
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पूरी तैयारी के साथ पहुंचे अपने स्टेशन
पहाड़ी स्टेशनों पर जाने से पहले वहां के मौसम की पूरी जानकारी रख लें. पहाड़ी स्टेशन में आने से पहले गर्म कपड़े, बारिश व बर्फबारी से बचने के लिए पर्याप्त व्यवस्था एडवांस के तौर पर रखना जरूरी है.
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किसी भी तरह की जल्दबाजी से बचें
पहाड़ी इलाकों में ड्राइविंग करते समय किसी भी तरह का सेल्फी व लाइव रिकॉर्डिंग करना भी खतरनाक साबित हो सकता है. आपको जो भी करना है आराम से पूरी सुरक्षा के साथ करें. पहाड़ी इलाकों में थोड़ी सी भी जल्दबाजी और लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है.
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वहीं डीजी अशोक कुमार के मुताबिक नए साल में उत्तराखंड आने वाले सैलानियों के लिए पुलिस विभाग ने तमाम तरह की व्यवस्थाएं की हैं. इसके बावजूद इन स्टेशनों में सड़कें और होटल्स लिमिटेड हैं. जिसके कारण पहले ही बुकिंग कराना फायदेमंद है. डीजी अशोक कुमार के अनुसार उत्तराखंड के मुख्य पर्यटक स्थलों में पहुंचने से पहले सभी तरह की एडवांस तैयारियों का किया जाना जरूरी है. वरना पर्यटकों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.