देहरादून: पिछले एक महीने से आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय से संबद्ध निजी मेडिकल कॉलेजों के छात्र-छात्राएं परेड ग्राउंड पर धरना दे रहे हैं. छात्रों की मांग है कि बढ़ाई गई फीस को जल्द खत्म कर उच्च न्यायालय के फैसले को लागू किया जाए. वहीं, छात्रों की इन मांगों को संयुक्त निजी मेडिकल विश्वविद्यालय अभिभावक संघ ने जायज ठहराते हुए उनका समर्थन किया है.
संयुक्त निजी मेडिकल विश्वविद्यालय अभिभावक संघ के मुख्य संरक्षक और पूर्व राज्य मंत्री रविंद्र ने कहा कि करीब एक महीने से आयुष छात्र-छात्राएं परेड ग्राउंड में धरने पर बैठे हुए हैं. इन आंदोलनकारियों की मांग है कि सरकार तत्काल उच्च न्यायालय के निर्णय को लागू करवाए. उच्च न्यायालय के आदेशों के बावजूद सरकार इसे लागू नहीं कर रही, जोकि चिंता का विषय है.
पढ़ें: किसी से साझा न करें अपने पीएफ की जानकारी, EPFO ने किया अलर्ट जारी
रविंद्र ने कहा कि राज्य सरकार उच्च न्यायालय के फैसलों की अनदेखी कर रही है. आयुष मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत, डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक और बाबा रामदेव जैसे कई लोगों के निजी मेडिकल कॉलेज संचालित हो रहे हैं. लेकिन सरकार इन मेडिकल कॉलेजों द्वारा बढ़ाई गई फीस वृद्धि को रोकने में नाकाम साबित हो रही है. साथ ही रविंद्र ने कहा कि राज्यपाल भी इस मामले में मौन साधे हुए हैं.