बेंगलुरु/देहरादून: 7 अगस्त 2021 का दिन इतिहास में दर्ज हो गया जैसे ही नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में भारत को भाला फेंक में पहला गोल्ड मेडल दिलाया. भारतीय खेलों के दिग्गज नीरज की इस स्वर्णिम सफलता से बेहद खुश हैं. भारतीय एथलेटिक्स टीम के कोच और दो-दो नेशनल रिकॉर्डधारी सुरेंद्र सिंह भंडारी ने नीरज चोपड़ा की सफलता पर खुशी जताई है.
स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के नेशनल कोचिंग सेंटर (साई) बेंगलुरु से ईटीवी भारत को भेजे गए अपने वीडियो संदेश में सुरेंद्र भंडारी ने कहा कि वो नीरज चोपड़ा की स्वर्णिम सफलता से बेहद खुश हैं. भारतीय एथलेटिक्स टीम के कोच ने कहा कि इस सफलता पर पूरा भारतवर्ष खुश है.
टोक्यो में ओलंपिक में यह भारत का पहला गोल्ड मेडल है. ओलंपिक के इतिहास में एथलेटिक्स में भी ये भारत का पहला गोल्ड मेडल है. इससे पहले अभिनव बिंद्रा ने 2008 के बीजिंग ओलंपिक में एकल प्रतिस्पर्धा शूटिंग में गोल्ड मेडल जीता था. अभी तक ओलंपिक आयोजन में भारत को 10 गोल्ड मेडल मिले हैं. इनमें से 8 ग्रुप इवेंट हॉकी में मिले हैं.
सुरेंद्र सिंह भंडारी भारतीय लॉंग डिस्टेंस रनर के नेशनल कोच हैं. सुरेंद्र 2008 के बीजिंग ओलंपिक में 10 हजार मीटर की दौड़ में दौड़े थे. 3000 मीटर दौड़ और 10000 मीटर दौड़ का राष्ट्रीय रिकॉर्ड भारतीय एथलेटिक्स टीम के कोच सुरेंद्र भंडारी के नाम है.
ये भी पढ़ें: Tokyo olympics 2020 : भाला फेंक में नीरज चोपड़ा ने जीता गोल्ड
सुरेंद्र ने 2008 में यूनाइटेड किंगडम के ट्विंचेनम में आयोजित प्रतियोगिता में 7:50:31 मिनट का समय निकालकर 3000 मीटर की दौड़ में राष्ट्रीय रिकॉर्ड कायम किया था.
2008 में ही सुरेंद्र भंडारी ने स्पेनिश ओलंपिक ट्रायल में 28:02:89 मिनट का समय निकाल कर 10 हजार मीटर की दौड़ में राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया था.
सुरेंद्र सिंह भंडारी उत्तराखंड के चमोली जिले के रहने वाले हैं. गैरसैंण के पास घंडियाल गांव निवासी सुरेंद्र का बचपन बहुत संघर्ष में बीता. सेना में भर्ती होकर जब उन्होंने ट्रैक पर दौड़ना शुरू किया तो उसके बाद इतिहास रचते चले गए.