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औली में हो सकती है अंतरराष्ट्रीय स्कीईंग प्रतियोगिता, स्पेशल टीम जल्द ही करेगी निरीक्षण

उत्तराखंड सरकार एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय स्कीईंग प्रतियोगिता कराने के लिए तैयार है. राज्य सरकार के अनुरोध पर इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन ने एफआईएस को औली की स्लोप का निरीक्षण कर अंतरराष्ट्रीय स्कीइंग के लिए स्वीकृति देने के लिए पत्र लिखा है.

पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर
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Published : Oct 31, 2019, 10:49 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड के औली में एक बार फिर राज्य सरकार अंतरराष्ट्रीय स्कीईंग प्रतियोगिता कराने के लिए तैयार है. इसके लिए अगले महीने फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल स्कीइंग की टीम (एफआईएस) औली का सर्वे करने आ रही है. वहीं राज्य सरकार के अनुरोध के बाद इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन ने एफआईएस को औली की स्लोप का निरीक्षण कर अंतरराष्ट्रीय स्कीइंग के लिए स्वीकृति देने के लिए पत्र लिखा है.

बता दें कि अंतरराष्ट्रीय स्कीईंग प्रतियोगिताओं का आयोजन एफआईएस द्वारा किया जाता है. लिहाजा हर साल एफआईएस को पत्र भेजकर अनुरोध किया जाता है कि अंतरराष्ट्रीय स्कीईंग प्रतियोगिताओं की मेजबानी करने की अनुमति दी जाए. इसी क्रम में इस बार भी पत्र भेजा गया है. जिसके जवाब में एफआईएस ने बेल्जियम की एक टीम को नामित किया है, जोकि अगले महीने औली का निरीक्षण करेगी.

पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर.

पढ़ें: आदमखोर गुलदारों को पकड़ना बना चुनौती, लगातार बढ़ रहे हमले

गौरतलब है कि साल 2011 में उत्तराखंड के औली में सेफ विंटर गेम्स हो चुके हैं. साथ ही साल 2018 में पर्यटन विभाग द्वारा यहां एफआईएस रेस कराया जाना था. जिसके लिए प्रदेश सरकार के पास तारीख भी आ चुकी थी. लेकिन बेहद कम बर्फबारी के चलते रेस प्रतियोगिता नहीं हो पाई. वहीं इस साल अच्छी बर्फबारी हुई थी लेकिन विभाग अंतरराष्ट्रीय स्कीईंग प्रतियोगिताओं के लिए तैयार नहीं था.

वहीं, पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि राज्य में अंतरराष्ट्रीय स्कीईंग प्रतियोगिता होने से खेल को प्रोत्साहन मिलेगा. साथ ही उस गंतव्य स्थान का भी प्रचार-प्रसार होगा. विभाग अंतरराष्ट्रीय स्कीईंग प्रतियोगिता की तैयारियों में जुट हुआ है.

देहरादून: उत्तराखंड के औली में एक बार फिर राज्य सरकार अंतरराष्ट्रीय स्कीईंग प्रतियोगिता कराने के लिए तैयार है. इसके लिए अगले महीने फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल स्कीइंग की टीम (एफआईएस) औली का सर्वे करने आ रही है. वहीं राज्य सरकार के अनुरोध के बाद इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन ने एफआईएस को औली की स्लोप का निरीक्षण कर अंतरराष्ट्रीय स्कीइंग के लिए स्वीकृति देने के लिए पत्र लिखा है.

बता दें कि अंतरराष्ट्रीय स्कीईंग प्रतियोगिताओं का आयोजन एफआईएस द्वारा किया जाता है. लिहाजा हर साल एफआईएस को पत्र भेजकर अनुरोध किया जाता है कि अंतरराष्ट्रीय स्कीईंग प्रतियोगिताओं की मेजबानी करने की अनुमति दी जाए. इसी क्रम में इस बार भी पत्र भेजा गया है. जिसके जवाब में एफआईएस ने बेल्जियम की एक टीम को नामित किया है, जोकि अगले महीने औली का निरीक्षण करेगी.

पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर.

पढ़ें: आदमखोर गुलदारों को पकड़ना बना चुनौती, लगातार बढ़ रहे हमले

गौरतलब है कि साल 2011 में उत्तराखंड के औली में सेफ विंटर गेम्स हो चुके हैं. साथ ही साल 2018 में पर्यटन विभाग द्वारा यहां एफआईएस रेस कराया जाना था. जिसके लिए प्रदेश सरकार के पास तारीख भी आ चुकी थी. लेकिन बेहद कम बर्फबारी के चलते रेस प्रतियोगिता नहीं हो पाई. वहीं इस साल अच्छी बर्फबारी हुई थी लेकिन विभाग अंतरराष्ट्रीय स्कीईंग प्रतियोगिताओं के लिए तैयार नहीं था.

वहीं, पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि राज्य में अंतरराष्ट्रीय स्कीईंग प्रतियोगिता होने से खेल को प्रोत्साहन मिलेगा. साथ ही उस गंतव्य स्थान का भी प्रचार-प्रसार होगा. विभाग अंतरराष्ट्रीय स्कीईंग प्रतियोगिता की तैयारियों में जुट हुआ है.

Intro:उत्तराखंड की औली में एक बार फिर राज्य सरकार अंतरराष्ट्रीय स्कीईंग प्रतियोगिताओं को कराने के लिए तैयार है। इसके लिए अगले महीने फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल स्कीइंग (एफआइएस), औली का सर्वे करने आ रहा है। यही नही राज्य सरकार के अनुरोध के बाद इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन ने भी एफआइएस को औली की स्लोप का निरीक्षण कर औली को अंतर्राष्ट्रीय स्कीइंग के लिए स्वीकृति देने के लिए पत्र भी लिखा है।



Body:एफआइएस का औली की स्लेपो को मानकों के अनुरूप पाए जाने की स्वीकृति दिए जाने का समय लगभग समाप्त हो गया है। ऐसे में अब पर्यटन विभाग, फिर से औली की स्लेपो को मानकों के अनुरूप पाए जाने की स्वीकृति का समय आगे बढ़ाने की तैयारी में है। हालांकि इसके लिए बेल्जियम के एक सपेलिस्ट टीम को एफआइएस ने नामित किया है जो औली का निरीक्षण करेगी। और ये टीम अगले महीने औली पहुचकर अपना काम शुरू कर देगी। 


गौर हो कि 2011 में उत्तराखंड के औली में सैफ विंटर गेम्स भी हो चुके हैं। यही नही साल 2018 में पर्यटन विभाग द्वारा यहां एफआइएस रेस कराया जाना था। जिसके लिए प्रदेश सरकार के पास तिथि भी आ चुकी थी। लेकिन बेहद कम बर्फबारी के चलते रेस प्रतियोगिता नही हो पाया। हालांकि उस दौरान पर्यटन विभाग ने कृत्रिम बर्फ बनाने के तमाम प्रयास भी किए लेकिन इसमें सफलता नहीं मिली। यही नही इस साल अच्छी बर्फबारी हुई थी लेकिन विभाग, अंतरराष्ट्रीय स्कीईंग प्रतियोगिताओं के लिए तैयार नही था। 


अंतरराष्ट्रीय स्कीईंग प्रतियोगिताओं का आयोजन एफआइएस द्वारा किया जाता है। लिहाजा हर साल एफआइएस को पत्र भेजकर अनुरोध किया जाता है कि अंतरराष्ट्रीय स्कीईंग प्रतियोगिताओं की मेजबानी करने की अनुमति दे दी जाए। इसी क्रम में इस बार भी पत्र भेजा गया है। जिसके संबंध में एफआइएस एक बार फिर औली के स्लेपो का निरीक्षण करना चाहती है।लिहाजा बेल्जियम के एक सपेलिस्ट को एफआइएस ने नामित किया है जो अगले महीने औली पहुचकर स्नो फॉल का सर्वे कराएगा। जिसके रिपोर्ट के आधार पर ही एफआइएस द्वारा अनुमति प्रदान की जाएगी। 


Conclusion:साथ ही पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि जब, राज्य में अंतरराष्ट्रीय स्कीईंग प्रतियोगिता होता है, उससे खेल को प्रोत्साहन मिलता है। साथ ही उस गंतव्य स्थान का भी प्रचार प्रसार होता है। और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता कराने का मकशद होता है कि उस स्थान को स्थानीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक्सपोज़र दे सकें। हालांकि विभाग अंतरराष्ट्रीय स्कीईंग प्रतियोगिता की तैयारियों में जुट हुआ है। 

बाइट - दिलीप जावलकर, सचिव, पर्यटन
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