देहरादून: उत्तराखंड में प्रादेशिक कोऑपरेटिव यूनियन का गठन किया गया है. इस मौके पर सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने नवनिर्वाचित प्रादेशिक कोऑपरेटिव यूनियन लिमिटेड के चेयरमैन, उपाध्यक्ष व निदेशकों को पुष्पगुच्छ देकर बधाईयां दी.
यूनियन के चेयरमैन रामकृष्ण मेहरोत्रा की अध्यक्षता में बोर्ड की बैठक हुई, जिसमें उत्तराखंड राज्य से मिट्टी के बर्तनों में गंगाजल का निर्यात करने पर मुहर लगी. इंस्टीट्यूट ऑफ कोआपरेटिव एंड कार्पोरेट मैनेजमेंट, रिसर्च एण्ड ट्रेनिंग सेंटर (आईसीसीएमआरटी) देहरादून में जल्द खोला जाएगा, जिसमें कोऑपरेटिव सर्विसेस से संबंधित पाठ्यक्रम पढ़ाए जाएंगे, जिसमें कोऑपरेटिव बैंकों के लोगों को विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षित किया जाएगा.
बोर्ड की बैठक में यह भी निर्णय हुआ कि यूनियन अपनी गृह पत्रिका प्रति माह नियमित रूप से प्रकाशित करेगा, जिसमें कोऑपरेटिव से संबंधित प्रगति रिपोर्ट आलेख होंगे. इसके लिए यूनियन का छापाखाना लगाने पर विचार हुआ. यूनियन की बैठक में नेशनल कॉपरेटिव यूनियन ऑफ इंडिया (एनसीयूआई) के लिये राज्य से निदेशक प्रदीप चौधरी का नाम चयनित किया गया है.
इस मौके पर सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि यूनियन सहकारिता के प्रशिक्षण के मामले में तेजी लाएं और ट्रेनिंग सेंटर स्थापित करें. उन्होंने नवनिर्वाचित बोर्ड को भरोसा दिया कि सरकार उनके कामों को सहयोग प्रदान करेगी. इसके अलावा रावत ने कहा इस विधानसभा सत्र में सहकारिता समिति अधिनियम, सहकारिता समिति कर्मचारी सेवा नियमावली लाई जायेगी और सहकारिता का ढांचा बनाया जाएगा.
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डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि पर्वतीय क्षेत्रों से मंडुआ, झंगोरा, सोयाबीन, राजमा आदि उत्पादों को किसानों से उचित मूल्य पर लेने के लिए राज्य सहकारी संघ को निर्देशित किया, जिससे किसानों की आय 2022 में दोगुनी हो सके तथा राज्य सहकारी संघ को बाजार मिल सके.