देहरादून: इस बार दीपावली में बाजारों में ग्रीन पटाखों की धूम रही. प्रदूषण और पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए इस बार लोग दीपावली में ग्रीन पटाखों के इस्तेमाल कर रहे हैं. जिसके कारण पटाखों के व्यापार में कमी आई है. इसके अलावा इस बार कम हुई बिक्री के कारण व्यापारियों के चेहरे मुरझा गये हैं. व्यापारियों का कहना है कि इस बार की दीपावली, दीपावली जैसी नहीं लग रही है.
दीपावली को लेकर जहां एक और पूरे देश में धूम है तो वहीं इस दीपावली देहरादून के बाजार के बाजारों में बहुत कुछ बदला हुआ है. देहरादून के बाजार में जहां शासन-प्रशासन की सख्ती के बाद इस बार पटाखों की बिक्री पर लगाम लगी है तो वहीं इसके चलते बाजारों में ग्रीन पटाखों ने अपनी मजबूती बनाई है. दीपावली में होने वाले प्रदूषण को लेकर लगातार उठ रही आवाजों के बाद प्रदूषण मुक्त ग्रीन पटाखों को अतिशबाजी के लिए अच्छे विकल्प के रूप में देखा जा रहा है.
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पटाखा व्यपारी महेश प्रसाद ने बताया कि इस बार बाजार में ग्रीन पटाखों की ज्यादा मांग है. बाजार में पटाखा खरीदने आये आशुतोष डिमरी का भी कहना है कि दीपावली भी मन जाए और प्रदूषण भी न ही इसके लिए ग्रीन पटाखा एक बेहतर विकल्प है.
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वहीं इसके अलावा इस बार व्यापारियों की एक और पीड़ा भी है जो रह रहकर उन्हे कचोट रही है. व्यपारियों का कहना है कि इस बार की दीपावली बिल्कुल भी दीपावली जैसी नहीं लग रही है. व्यापारी महेश प्रसाद का कहना है कि बाजारों में भीड़ तो है, लेकिन इस बार सेल बिल्कुल गिरी हुई है. व्यापारियों का कहना है कि सरकार की नीतियों ने बाजार की कमर तोड़ दी है.