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राष्ट्रीय डाक सप्ताह: डाक टिकटों पर खूब दिखी उत्तराखंड की छाप, जानें इतिहास

भारतीय डाक विभाग ने देश की तमाम बड़ी हस्तियों, स्मारकों आदि का चित्रों को डाक टिकट पर छापा है. उत्तराखंड राज्य की भी कई बड़ी हस्तियों को भी डाक टिकट पर जगह मिली हैं.जिसमे सबसे पहले साल 1965 में भारत रत्न उपाधि से सम्मानित पंडित बल्लभ पंत का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.

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Published : Oct 15, 2019, 5:44 PM IST

Updated : Oct 15, 2019, 6:16 PM IST

राष्ट्रीय डाक सप्ताह.

देहरादून: देश के सबसे पुराने विभागों में शामिल भारतीय डाक विभाग हर साल 9 अक्टूबर से 7 दिनों का राष्ट्रीय डाक सप्ताह मानता है. जिसका मकसद जनता को डाक विभाग की योजनाओं के प्रति जागरूक करना होता है. ईटीवी भारत भी एक जिम्मेदार मीडिया होने के नाते अपने पाठकों तक डाक विभाग से जुड़ी जानकारियां और रोचक तथ्य पहुंचाता रहता है. आज हम आपको डाक टिकट और उत्तराखंड के जुड़ाव के बारे में बताएंगे.उत्तराखंड के कुछ बड़ी हस्तियां, स्मारक, संस्थान ऐसी भी हैं जिनके चित्र को डाक विभाग पर छापा गया है. देखिए ईटीवी भारत की स्पेशल रिपोर्ट...

हालांकि वर्तमान समय में डिजिटल भारत की बात करें तो डाक टिकट का वर्चस्व अब मात्र सरकारी विभागों तक ही सीमित रह गया है. भारतीय डाक विभाग में स्पीड पोस्ट से भी डाक टिकट पूरी तरह गायब हो गया है. अब प्राइवेट कंपनियां, सरकारी कोरियर की जगह ले चुकी हैं. लिहाजा डाक विभाग द्वारा डाक टिकटें तो जारी की जाती हैं लेकिन अब डाक टिकटों का उपयोग मात्र सरकारी कामों तक ही सिमट कर रह गया है.

पढ़ें-छात्रवृत्ति घोटाला: हाई कोर्ट ने सरकार और SIT को जांच की प्रगति रिपोर्ट पेश करने के दिए आदेश

भारतीय डाक विभाग ने देश की तमाम बड़ी हस्तियों, स्मारकों आदि का चित्रों को डाक टिकट पर छापा है. उत्तराखंड राज्य की भी कई बड़ी हस्तियों को भी डाक टिकट पर जगह मिली हैं.जिसमे सबसे पहले साल 1965 में भारत रत्न उपाधि से सम्मानित पंडित बल्लभ पंत का चित्र डाक टिकट पर छापा गया. यही नहीं तमाम केंद्रीय संस्थान, देहरादून रेलवे, धार्मिक स्थलों के चित्र को भी डाक टिकट छापा गया है.

उत्तराखंड से जुड़े लोगों और स्थानों के चित्र जो छापे डाक टिकट पर

  • 1965 में भारत रत्न से विभूषित पंडित गोविन्द बल्लभ पन्त का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 1966 में स्वामी रामतीर्थ का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 1967 में भारतीय सर्वेक्षण विभाग के 200 साल पूरे करने पर भारतीय सर्वेक्षण विभाग का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था.
  • 1970 में स्वामी श्रद्धानंद का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था.
  • 1975 में राज्य पक्षी मोनाल का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 1976 में जिम कॉर्बेट पार्क का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 1977 में राज्य वृक्ष बुरांश का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 1982 में स्वर्ण जयंती वर्ष के अवसर पर भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था.
  • 1982 में राज्य पुष्प ब्रह्मकमल का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 1983 में गोमुख का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 1986 में कॉर्बेट नेशनल पार्क का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 1989 में बदरीनाथ धाम के संस्थापक आदि गुरु शंकराचार्य का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 1991 में शांतिकुंज, हरिद्वार के संस्थापक श्रीराम शर्मा आचार्य का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 1993 में राहुल सांकृत्यायन का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 23 अप्रैल 1994 में पेशावर कांड के सेनानी वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था.
  • 1997 में राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज को 75 वर्ष पूर्ण करने पर राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 1997 में रुड़की विश्वविद्यालय का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 2000 में देहरादून रेल को 100 वर्ष पूर्ण होने पर देहरादून रेल का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 2001 में विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 2002 में गुरुकुल कांगड़ी के 100 साल पूरे होने पर गुरुकुल कांगड़ी का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था.
  • 2003 में देश के चारों धामों में सर्वश्रेष्ठ धाम, बदरीनाथ धाम का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 2003 में राज्य के प्रमुख पर्यटक स्थलों में सुमार कैम्पटी फॉल का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 2006 में पंडित नैन सिंह रावत का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 2006 में चमोली के रूपकुंड झील का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 2014 में नन्दा देवी का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 2015 में सुमित्रानंदन पंत का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 2016 में गढ़वाल राइफल्स बटालियन नंबर 3 का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 2017 में कुमाऊं रेजीमेंट बटालियन नंबर 3 का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 2018 में हेमवती नंदन बहुगुणा का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.

देहरादून: देश के सबसे पुराने विभागों में शामिल भारतीय डाक विभाग हर साल 9 अक्टूबर से 7 दिनों का राष्ट्रीय डाक सप्ताह मानता है. जिसका मकसद जनता को डाक विभाग की योजनाओं के प्रति जागरूक करना होता है. ईटीवी भारत भी एक जिम्मेदार मीडिया होने के नाते अपने पाठकों तक डाक विभाग से जुड़ी जानकारियां और रोचक तथ्य पहुंचाता रहता है. आज हम आपको डाक टिकट और उत्तराखंड के जुड़ाव के बारे में बताएंगे.उत्तराखंड के कुछ बड़ी हस्तियां, स्मारक, संस्थान ऐसी भी हैं जिनके चित्र को डाक विभाग पर छापा गया है. देखिए ईटीवी भारत की स्पेशल रिपोर्ट...

हालांकि वर्तमान समय में डिजिटल भारत की बात करें तो डाक टिकट का वर्चस्व अब मात्र सरकारी विभागों तक ही सीमित रह गया है. भारतीय डाक विभाग में स्पीड पोस्ट से भी डाक टिकट पूरी तरह गायब हो गया है. अब प्राइवेट कंपनियां, सरकारी कोरियर की जगह ले चुकी हैं. लिहाजा डाक विभाग द्वारा डाक टिकटें तो जारी की जाती हैं लेकिन अब डाक टिकटों का उपयोग मात्र सरकारी कामों तक ही सिमट कर रह गया है.

पढ़ें-छात्रवृत्ति घोटाला: हाई कोर्ट ने सरकार और SIT को जांच की प्रगति रिपोर्ट पेश करने के दिए आदेश

भारतीय डाक विभाग ने देश की तमाम बड़ी हस्तियों, स्मारकों आदि का चित्रों को डाक टिकट पर छापा है. उत्तराखंड राज्य की भी कई बड़ी हस्तियों को भी डाक टिकट पर जगह मिली हैं.जिसमे सबसे पहले साल 1965 में भारत रत्न उपाधि से सम्मानित पंडित बल्लभ पंत का चित्र डाक टिकट पर छापा गया. यही नहीं तमाम केंद्रीय संस्थान, देहरादून रेलवे, धार्मिक स्थलों के चित्र को भी डाक टिकट छापा गया है.

उत्तराखंड से जुड़े लोगों और स्थानों के चित्र जो छापे डाक टिकट पर

  • 1965 में भारत रत्न से विभूषित पंडित गोविन्द बल्लभ पन्त का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 1966 में स्वामी रामतीर्थ का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 1967 में भारतीय सर्वेक्षण विभाग के 200 साल पूरे करने पर भारतीय सर्वेक्षण विभाग का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था.
  • 1970 में स्वामी श्रद्धानंद का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था.
  • 1975 में राज्य पक्षी मोनाल का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 1976 में जिम कॉर्बेट पार्क का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 1977 में राज्य वृक्ष बुरांश का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 1982 में स्वर्ण जयंती वर्ष के अवसर पर भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था.
  • 1982 में राज्य पुष्प ब्रह्मकमल का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 1983 में गोमुख का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 1986 में कॉर्बेट नेशनल पार्क का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 1989 में बदरीनाथ धाम के संस्थापक आदि गुरु शंकराचार्य का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 1991 में शांतिकुंज, हरिद्वार के संस्थापक श्रीराम शर्मा आचार्य का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 1993 में राहुल सांकृत्यायन का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 23 अप्रैल 1994 में पेशावर कांड के सेनानी वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था.
  • 1997 में राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज को 75 वर्ष पूर्ण करने पर राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 1997 में रुड़की विश्वविद्यालय का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 2000 में देहरादून रेल को 100 वर्ष पूर्ण होने पर देहरादून रेल का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 2001 में विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 2002 में गुरुकुल कांगड़ी के 100 साल पूरे होने पर गुरुकुल कांगड़ी का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था.
  • 2003 में देश के चारों धामों में सर्वश्रेष्ठ धाम, बदरीनाथ धाम का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 2003 में राज्य के प्रमुख पर्यटक स्थलों में सुमार कैम्पटी फॉल का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 2006 में पंडित नैन सिंह रावत का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 2006 में चमोली के रूपकुंड झील का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 2014 में नन्दा देवी का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 2015 में सुमित्रानंदन पंत का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 2016 में गढ़वाल राइफल्स बटालियन नंबर 3 का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 2017 में कुमाऊं रेजीमेंट बटालियन नंबर 3 का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
  • 2018 में हेमवती नंदन बहुगुणा का चित्र डाक टिकट पर छापा गया.
Intro:नोट - विसुअल्स ftp से भेजी गई है.....
uk_deh_04_national_postal_week_vis_7205803

देश के सबसे पुराने विभागों में शामिल भारतीय डाक विभाग हर साल 9 अक्टूबर से 7 दिनों का राष्ट्रीय डाक सप्ताह मानता है। जिसका मकसद जनता को डाक विभाग की योजनाओं के प्रति जागरूक करना है। हालांकि डाक टिकट पर देश की बड़ी हस्तियां, बड़े नेता स्मारक समेत तमाम जगहों के चित्र डाक टिकट पर छापे होने के बारे में तो लगभग सभी ने सुना और देखा होगा। लेकिन उत्तराखंड के कुछ बड़ी हस्तियां, स्मारक, संस्थान ऐसी भी है जिनके चित्र को डाक विभाग पर छापा गया है। देखिए ईटीवी भारत की स्पेशल रिपोर्ट....





Body:हालांकि वर्तमान समय मे डिजिटल भारत की बात करे तो डाक टिकट का वर्चस्व अब मात्र सरकारी विभागों तक ही सीमित रह गया है। क्योंकि भारतीय डाक विभाग में स्पीड पोस्ट पर भी डाक टिकट पूरी तरह गायब है। और अब प्राइवेट कंपनियां, सरकारी कोरियर की जगह ले चुकी हैं। लिहाजा डाक विभाग द्वारा डाक टिकटें तो जारी की जाती है लेकिन अब डाक टिकटों का उपयोग मात्र सरकारी काम के लिए ही रह गया है।


भारतीय डाक विभाग ने देश की तमाम बड़ी हस्तियों, स्मारक आदि का चित्र पर छापा है यही नही उत्तराखंड राज्य के भी कई बड़ी हस्तियों को भी डाक टिकट पर जगह मिली हैं। जिसमे सबसे पहले साल 1965 में भारत रत्न उपाधि से सम्मानित पंडित बल्लभ पंत का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था। यही नही तमाम केंद्रीय संस्थान, देहरादून रेलवे, धार्मिक स्थलो के चित्र को भी डाक टिकट छापा गया है। 


.......उत्तराखंड से जुड़े लोगो और स्थानों के चित्र जो छापे डाक टिकट पर.........

- साल 1965 में भारत रत्न उपाधि से विभूषित पंडित गोविन्द बल्लभ पन्त का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था। 

- साल 1966 में स्वामी रामतीर्थ का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था। 

- साल 1967 में भारतीय सर्वेक्षण विभाग को 200 वर्ष पूर्ण करने पर भारतीय सर्वेक्षण विभाग का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था। 

- साल 1970 में स्वामी श्रद्धानंद का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था। 

- साल 1975 में राज्य पक्षी मोनाल का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था। 

- साल 1976 में जिम कार्बेट पार्क का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था।

- साल 1977 में राज्य वृक्ष बुरांश का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था।

- साल 1982 में स्वर्ण जयंती वर्ष के अवसर पर भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था। 

- साल 1982 में राज्य पुष्प ब्रह्मकमल का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था। 

- साल 1983 में गोमुख का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था। 

- साल 1986 में कार्बेट नेशनल पार्क का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था। 

- साल 1989 में बद्रीनाथ धाम के संस्थापक आदि गुरु शंकराचार्य का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था। 

- साल 1991 में शांतिकुंज, हरिद्वार के संस्थापक श्रीराम शर्मा आचार्य का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था। 

- साल 1993 में राहुल सांकृत्यायन का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था। 

- 23 अप्रैल 1994 में पेशावर कांड के सेनानी वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था।

- साल 1997 में राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज को 75 वर्ष पूर्ण करने पर राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था। 

- साल 1997 में रुड़की विश्वविद्यालय का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था।

- साल 2000 में देहरादून रेल को 100 वर्ष पूर्ण होने पर देहरादून रेल का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था। 

- साल 2001 में विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था। 

- साल 2002 में गुरुकुल कांगड़ी को 100 साल पूर्ण होने पर गुरुकुल कांगड़ी, हरिद्वार का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था। 

- साल 2003 में देश के चारों धामो में सर्वश्रेष्ठ धाम, बद्रीनाथ धाम का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था।

- साल 2003 में राज्य के प्रमुख पर्यटक स्थलों में सुमार कैम्पटी जल प्रपात का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था। 

- साल 2006 में पंडित नैन सिंह रावत का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था। 

- साल 2006 में चमोली स्तिथ रूपकुण्ड झील का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था। 

- साल 2014 में नन्दा देवी का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था। 

- साल 2015 में सुमित्रानंदन पंत का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था।

- साल 2016 में गढ़वाल राइफल्स बटालियन नंबर 3 का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था।

- साल 2017 में कुमांऊँ रेजीमेंट बटालियन नंबर 3 का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था। 

- साल 2018 में हेमवती नंदन बहुगुणा का चित्र डाक टिकट पर छापा गया था।








Conclusion:
Last Updated : Oct 15, 2019, 6:16 PM IST
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