देहरादून: सूबे की त्रिवेंद्र रावत सरकार एक ऑडियो क्लिप के कारण भ्रष्टाचार के आरोपों में घिर गई है. वायरल हो रही ऑडियो क्लिप की कड़ी शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे और उनके कार्यालय से जुड़ रही है. जिसमें एक निजी स्कूल की मान्यता के लिए एनओसी पर पैसों की लेन-देन की बात चल रही है. हालांकि फिलहाल ऑडियो की सत्यता की जांच होना बाकी है लेकिन फिर भी गाहे बगाहे इस ऑडियो क्लिप को लेकर राजनीति तेज हो गई. जिससे जीरो टॉलरेंस की सरकार एक बार फिर से सावलों के घेरे में है.
शिक्षा विभाग से जुड़े एक वायरल ऑडियो ने प्रदेश में हड़कंप मचा दिया है. इस वायरल ऑडियो में एक शख्स अपने निजी स्कूल की मान्यता को एनओसी दिलवाने की बात कह रहा है, जबकि दूसरा शख्स एनओसी दिलवाने के नाम पर पैसों के लेनदेन की बात कर रहा है. ऑडियो क्लिप की खास बात यह है कि इसमें सचिवालय में तैनात शिक्षा मंत्री के निजी सचिव सोमपाल का नाम भी लिया जा रहा है. पैसों की मांग करने वाला ये शख्स बातचीत से सचिवालय में शिक्षा अनुभाग में कार्यरत लग रहा है. आइये आपको सुनाते हैं वायरल हो रहे इस ऑडियो में किस तरह से एनओसी के नाम पर पैसों के लेनदेन की बात चल रही है.
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सवालों के घेरे में सरकार
वहीं वायरल ऑडियो के सामने आने के बाद से जीरो टॉलरेंस की सरकार पर सवाल खड़े होने लगे हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि वायरल ऑडियो में सीधे तौर पर शिक्षा मंत्री के कार्यालय को ही घूस देने जैसी बातें कही जा रही हैं.ऑडियो के वायरल होने के बाद शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे सीधे तौर पर निशाने पर आ गये हैं.
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ऑडियो की होगी जांच-सीएम
ईटीवी भारत ने जब वायरल हो रहे ऑडियो के बारे में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे को जानकारी दी तो वे इस मामले पर हमें ही समझाने की कोशिश करते दिखे. इस दौरान शिक्षा मंत्री ने कहा के वे इस पर कार्रवाई करेंगे. वहीं इसी मामले पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा ये मामला गंभीर है इसकी जांच होगी. हालांकि, इस ऑडियो की जांच कब और कैसे होगी इस मामले पर सीएम ने कुछ नहीं कहा.