देहरादून: धनौल्टी से विधायक प्रीतम पंवार बीजेपी का दामन थाम चुके हैं. दिल्ली दरबार से लौटे प्रीतम पंवार ने बीजेपी में ENTRY के बाद ही कांग्रेस से किनारा कर लिया है. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए प्रीतम सिंह पंवार ने कहा कांग्रेस से उनकी विचारधारा कभी भी मैच नहीं हुई. वे हमेशा से ही बीजेपी विचारधारा के व्यक्ति रहे हैं. विधानसभा सीट के दावेदारी के सवाल पर प्रीतम पंवार ने कहा वह बिना किसी शर्त के बीजेपी में शामिल हुए हैं. उन्होंने शीर्ष नेतृत्व पर भरोसा है.
पिछले कई चुनाव अपने दम पर जीतने वाले विधायक प्रीतम पंवार ने पहले यूकेडी और बाद में निर्दलीय विधायक के तौर पर अपनी पारी की शुरुआत की. अब हाल ही में प्रीतम सिंह पंवार ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. बीजेपी में शामिल होने के बाद ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए प्रीतम सिंह पंवार ने कहा वे लंबे समय से प्रदेश की राजनीति में सक्रिय हैं. राज्य गठन के बाद वे चार बार विधायक का चुनाव लड़ चुके हैं.
अब उन्हें एक ऐसे दल के साथ जुड़ना था, जो प्रदेश में विकास को लेकर बेहतर कार्य कर रहा हो, जिसमें उन्हें बीजेपी ही एक बेहतर विकल्प के रूप में नजर आई. यही वजह है कि उन्होंने बीजेपी की नीतियों को देखते हुए उसके साथ चलने का फैसला किया. वे कहते हैं कि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यशैली से प्रभावित होते हुए उन्होंने भाजपा का साथ चुना.
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कांग्रेस से कभी मैच नहीं हुई विचारधारा: प्रीतम सिंह पंवार इससे पहले कांग्रेस की सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. वह यूकेडी से भी चुनाव जीत चुके हैं. कांग्रेस सरकार में मंत्री रह चुके प्रीतम सिंह पंवार ने कहा उनकी विचारधारा कभी भी कांग्रेस ने मैच नहीं हुई. उन्होंने कहा वे भले ही कांग्रेस सरकार में मंत्री थे. लेकिन वे हमेशा से बीजेपी विचारधारा के व्यक्ति रहे हैं.
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भाजपा में जाने की कोई शर्त नहीं, शीर्ष नेतृत्व पर भरोसा: धनौल्टी विधायक प्रीतम पंवार की विधानसभा में भाजपा के भी कई कद्दावर नेता हैं, जो कि लंबे समय से चुनाव की तैयारियां कर रहे हैं. प्रीतम सिंह पंवार के भाजपा में आने के बाद धनौल्टी विधानसभा में मौजूद भाजपा के नेता परेशानी में हैं. विधानसभा सीट के दावेदारी के सवाल पर प्रीतम पंवार ने कहा वह किसी भी शर्त पर बीजेपी में शामिल नहीं हुए हैं. उन्होंने कहा जब हम किसी परिवार में शामिल होते हैं तो वहां के जो वरिष्ठ होते हैं, उन पर हमें भरोसा करना होता है. साफ तौर से प्रीतम सिंह पंवार ने इस ओर इशारा किया है कि केंद्रीय नेतृत्व से उन्हें कुछ आश्वासन जरूर दिया है. जिससे वे निश्चित दिखाई दे रहे हैं.
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केंद्रीय नेतृत्व का प्रीतम पंवार को मिला आशीर्वाद: निर्दलीय विधायक प्रीतम सिंह पंवार को दिल्ली में भाजपा की सदस्यता दिलाई गई. जिसके बाद उन्होंने दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात की. जिसके बारे में प्रीतम सिंह पंवार ने बताया कि यह एक औपचारिक शिष्टाचार भेंट थी. भाजपा के परिवार में शामिल होने पर शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात कर उन्होंने अपने क्षेत्र और राजनीति के बारे में चर्चा की. प्रीतम सिंह पंवार ने बताया केंद्रीय नेतृत्व का उन्हें आशीर्वाद दिया है. जिसका वह तहे दिल से आभार व्यक्त करते हैं.
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बलूनी से नजदीकी ले गयी भाजपा के कुनबे में: धनौल्टी विधायक प्रीतम सिंह पंवार ने जब भाजपा की सदस्यता ली तो उस वक्त अनिल बलूनी उनके साथ मौजूद थे. इस दौरान इस बात की चर्चाएं थी कि प्रीतम सिंह पंवार कि भाजपा ज्वाइनिंग में अनिल बलूनी ने बड़ी भूमिका निभाई है. जब इस बारे में प्रीतम सिंह पंवार से सवाल किया गया तो उन्होंने बताया कि अनिल बलूनी से उनकी पुरानी करीबी है. वे लगातार क्षेत्र से संबंधित समस्याओं को लेकर उनकी अनिल बलूनी से बात करते रहे हैं. लिहाजा, साफ है कि अनिल बलूनी से करीबी दोस्ती ही प्रीतम को बीजेपी के दरवाजे तक ले गई. जिसके बाद भाजपा की रीति-नीति और पीएम मोदी की कार्यशैली से प्रभावित होकर प्रीतम सिंह पंवार ने भाजपा का दामन थामा.