नई दिल्ली/देहरादूनः दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दिल्ली के साकेत कोर्ट में पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत नारायण दत तिवारी के बेटे रोहित शेखर की मौत के मामले में चार्जशीट दाखिल की है. चार्जशीट में रोहित शेखर की पत्नी अपूर्वा को मुख्य आरोपी बनाया गया है. क्राइम ब्रांच ने चार्जशीट में घर में मौजूद लोगों के बयान और घर में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को साक्ष्य के रूप में पेश किया है.
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बता दें कि क्राइम ब्रांच ने 518 पेजों की चार्जशीट दाखिल की है. पुलिस के मुताबिक अपूर्वा को अपने पति पर शक था कि उसका शादी से अलग एक बच्चा है, जिसको भविष्य में जायदाद का बड़ा हिस्सा मिल सकता है. साथ ही क्राइम ब्रांच ने चार्ज शीट में बताया कि अपूर्वा अपने पति के रवैये से परेशान थी. अपूर्वा ने शादी के कुछ दिन बाद ही रोहित का घर छोड़ दिया था. लेकिन कुछ दिनों के बाद जब दोनों में बातचीत हुई तो वो वापस लौट आई थी. वापस लौटने के बावजूद रोहित और अपूर्वा के बीच मनमुटाव बढ़ता ही गया.
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बता दें कि रोहित शेखर की मौत 15 और 16 अप्रैल की दरम्यानी रात को हुई थी. उनकी पत्नी अपूर्वा सुप्रीम कोर्ट में वकील हैं. दिल्ली पुलिस ने अपूर्वा को 24 अप्रैल को गिरफ्तार किया था. जिसके बाद से ही लगातार पूछताछ चल रही है. रोहित शेखर ने अपने पिता एनडी तिवारी को अपना जैविक पिता साबित करने के लिए कानूनी लड़ाई भी लड़ी थी.
रोहित और अपूर्वा का ऐसा रहा साथ
- मई 2018 में अपूर्वा और रोहित शेखर का विवाह हुआ था. जिसके बाद दोनों ने अस्पताल में भर्ती पिता एनडी तिवारी से आशीर्वाद लिया था.
- हालांकि, रोहित शेखर और अपूर्वा के बीच शादी के बाद प्रेम संबंध ज्यादा दिनों तक सही नहीं रह पाए. बात-बात पर लड़ाई और आपसी विवाद के बाद एक वक्त आया जब दोनों एक दूसरे के साथ रहना बर्दाश्त के बाहर समझने लगे. हालांकि, इसके बाद भी एक छत के नीचे पति पत्नी की लड़ाई जारी रही.
- रोहित शेखर और अपूर्वा की पारिवारिक लड़ाई के बीच हाल ही में 17वीं लोकसभा के लिए वोट डालने 11 अप्रैल को रोहित शेखर अपनी मां के साथ उत्तराखंड आए और हल्द्वानी पहुंचकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया. इस दौरान रोहित अपनी मां के साथ मंदिर में भी दिखे और पूजा अर्चना करते हुए रोहित शेखर की तस्वीरें काफी वायरल भी हुईं. 15 अप्रैल को रोहित हल्द्वानी से दिल्ली रवाना हुए. क्या पता था कि ये रोहित की आखिरी उत्तराखंड यात्रा होगी.
- 15 अप्रैल को रोहित उत्तराखंड से दिल्ली पहुंच गये. यहां उनके डिफेंस कॉलोनी स्थित आवास पर 15 अप्रैल की रात लगभग 10 बजे काठगोदाम से रोहित उसके रिश्तेदार और उनकी मां पहुंचीं. कुछ देर बातचीत करने के बाद रोहित की मां और रिश्तेदार चले गए. रात लगभग 11 बजे रोहित ने अकेले खाना खाया और फिर अपने कमरे में सोने चला गया. उधर सभी नौकर सोने चले गए लेकिन रोहित की पत्नी अपूर्वा जागती रही. अपूर्वा ने लगभग 12 बजे अकेले खाना खाया और फिर कुछ देर टीवी देखने के बाद सोने चली गई. रात के समय क्या हुआ किसी को खबर नहीं. बस अगले दिन दोपहर तक रोहित नहीं जागा.
- जब मां उज्ज्वला ने पूछा तो बताया गया कि वो सो रहे हैं लेकिन शाम 4 बजे अपूर्वा ने नौकर भोलू को रोहित को जगाने भेजा तो नौकर ने देखा कि रोहित की नाक से खून निकल रहा था. रोहित को तुरंत साकेत मैक्स अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही रोहित की सांसें थम चुकी थीं.
- पहले तो यही बात सामने आई कि हार्ट अटैक या ब्रेन हैमरेज के कारण रोहित की मौत हुई है लेकिन गले पर पड़े निशानों के कारण पुलिस को कुछ शक हुआ. 17 अप्रैल को एम्स ट्रामा सेंटर में पोस्टमार्टम होने के बाद मौत की पूरी कहानी लट गई. जिसे पहले सामान्य मौत माना जा रहा था वह अप्राकृतिक मौत बन चुकी थी. रोहित की मां उज्ज्वला शर्मा ने भी जल्द ही कई खुलासे करने की बात कही. महज 48 घंटे के भीतर पोस्टमार्टम करने वाले पांच डॉक्टरों के पैनल में इसे हत्या बता दिया. पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर इसकी जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी.
- 19 अप्रैल से लेकर 23 अप्रैल तक चली क्राइम ब्रांच की तफ्तीश. डिफेंस कालोनी स्थित घर में पांच दिनों तक सुबह से लेकर शाम तक अलग-अलग कर नौकर भोलू, अखिलेश और अपूर्वा से पूछताछ की गई. इससे एक बात तो साफ हो गई कि हत्यारा घर के बाहर से नहीं आया था. इसलिए लगातार इनसे ही पूछताछ चलती रही और हत्या की कई कड़ियां जोड़ने में पुलिस को कामयाबी मिली.
- 24 अप्रैल को सात दिन की तफ्तीश के बाद आखिरकार क्राइम ब्रांच ने अपूर्वा को हत्या का गुनाह कबूल करने पर मजबूर कर दिया. पुलिस ने उसके सामने जब साक्ष्य रखे तो वह अपने ही बयानों में उलझती चली गई. दरअसल, अपूर्वा को लग रहा था कि रोहित शेखर उसे तलाक देने वाला है. ऐसे में उसके हाथ कोई प्रॉपर्टी नहीं लगने वाली थी. दूसरी तरफ रोहित शेखर के किसी महिला रिश्तेदार से भी नजदीकी संबंध थे, जिससे वह नाराज थी.
- अपूर्वा ने पुलिस को बताया कि 15 अप्रैल की रात उसने सबसे आखिर में खाना खाया. इसके बाद वह कुछ देर तक टीवी देखती रही. रात 12:45 बजे अपूर्वा पहली मंजिल पर कमरे में सो रहे रोहित के पास गई. वहां दोनों के बीच रोहित की महिला रिश्तेदार को लेकर झगड़ा शुरू हुआ. इस झगड़े में अपूर्वा ने रोहित का मुंह और गला दबाकर उसकी हत्या कर दी थी. हत्या करने के बाद अपूर्वा अपने कमरे में चली गई.
- उत्तराखंड से एक खुशनुमा याद के साथ जब रोहित दिल्ली पहुंचा तो किसी को इस बात का इल्म भी नहीं था कि वो उसकी आखिरी यात्रा होगी. बहरहाल, अब पत्नी अपूर्वा रोहित की हत्या के आरोप में पुलिस जांच के घेरे में फंस चुकी है. गुस्से और शक ने एक प्रेम कहानी का फिर से दर्दनाक अंत किया है. प्यार से शुरू हुई इस कहानी का अंत मौत और जेल की सलाखों के साथ हुआ है.
- जो भी घटित हुआ वो बेहद दुखद था लेकिन रोहित की मौत के साथ ही उज्ज्वला शर्मा ने अपना इकलौता सहारा भी खो दिया. दर्द से शुरू हुई ये कहानी एक दर्दनाक अंत पर खत्म हुई.