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सीएम त्रिवेंद्र ने शुरू की विकास कार्यों की समीक्षा, अधिकारियों को दिया 15 दिन का वक्त - त्रिवेंद्र की अधिकारियों के साथ बैठक

सचिवालय में हुई समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अधिकारियों को विकास कार्यों में तेजी लाने की निर्देश दिये. सीएम ने कहा कि विकास कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही और शिकायत पर संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की जायेगी.

सीएम ने शुरू की विकासकार्यों की समीक्षा.
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Published : Aug 1, 2019, 9:07 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में अब विकास कार्यों की विभागवार समीक्षा शुरू हो गई है. गुरुवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सचिवालय में अधिकारियों के साथ लोक निर्माण विभाग और तकनीकी शिक्षा की समीक्षा की. मुख्यमंत्री ने विकास कार्यों की रफ्तार बढ़ाने के उद्देश्य से दोनों विभागों के अधिकारियों के साथ घंटों तक मंथन किया.

विभागीय समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से न सिर्फ विभाग के कार्यों का फीडबैक लिया बल्कि जनहित के लिहाज से विकास के कार्य में तेजी लाने के सख्त निर्देश भी दिए. इसके साथ ही अधिकारियों को भी 15 दिनों में एक बार धरातल पर जाकर कार्य प्रगति व गुणवत्ता के निरीक्षण के निर्देश दिये गये.

सीएम ने शुरू की विकासकार्यों की समीक्षा.

सचिवालय में हुई समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अधिकारियों को विकास कार्यों में तेजी लाने की निर्देश दिये. सीएम ने कहा कि विकास कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही और शिकायत पर संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की जायेगी. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि कार्यों की गुणवत्ता और समयबद्धता का विशेष ध्यान रखा जाय.

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सीएम ने आउटकम बेस्ड डिलिवरी परर्फोमेंस पर जोर देने की बात कही. सीएम ने कहा कि विभागों को कार्य पूर्ण करने का जो लक्ष्य मिला है, उन्हें समयबद्धता के साथ पूरा किया जाए. उन्होंने क्षेत्रीय स्तर पर कार्यों की प्रगति की समीक्षा के लिए विभागाध्यक्षों को वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से अनुश्रवण करने के भी निर्देश दिए.

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मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने लोक निर्माण विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों, चारधाम यात्रा के अन्तर्गत मोटर मार्गों के नवनिर्माण और पुननिर्माण, सेतु निर्माण, राष्ट्रीय राजमार्ग के पुनर्निर्माण एवं सुधारीकरण, चौड़ीकरण व डोबरा चांठी भारी वाहन झूला सेतु निर्माण के कार्यों की समीक्षा की. मुख्यमंत्री ने बताया कि यह सुनिश्चित किया जाय कि जिन कार्यदाई संस्थाओं द्वारा कार्य किया जा रहा है, उनका भुगतान भी समय पर हो.

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डोबरा चांठी पुल के निर्माण को लेकर भी सीएम ने सख्त निर्देश दिये. सीएम ने मार्च 2020 तक इसका निर्माण कार्य पूरे करने की बात कही. साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में जितने भी पॉलिटेक्निक कॉलेज हैं उन सबकी जानकारी भी उपलब्ध कराई जाए. सीएम ने कहा कि ऐसे पॉलिटेक्निक कॉलेजों की सूची भी उपलब्ध कराई जाय, जहां से पढ़ाई कर सबसे अधिक छात्रों को रोजगार मिला है. सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि साथ ही ऐसे सेक्टरों का भी आंकलन किया जाय, जिनमें भविष्य में रोजगार सृजन की अधिक संभावनाएं हों.

देहरादून: उत्तराखंड में अब विकास कार्यों की विभागवार समीक्षा शुरू हो गई है. गुरुवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सचिवालय में अधिकारियों के साथ लोक निर्माण विभाग और तकनीकी शिक्षा की समीक्षा की. मुख्यमंत्री ने विकास कार्यों की रफ्तार बढ़ाने के उद्देश्य से दोनों विभागों के अधिकारियों के साथ घंटों तक मंथन किया.

विभागीय समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से न सिर्फ विभाग के कार्यों का फीडबैक लिया बल्कि जनहित के लिहाज से विकास के कार्य में तेजी लाने के सख्त निर्देश भी दिए. इसके साथ ही अधिकारियों को भी 15 दिनों में एक बार धरातल पर जाकर कार्य प्रगति व गुणवत्ता के निरीक्षण के निर्देश दिये गये.

सीएम ने शुरू की विकासकार्यों की समीक्षा.

सचिवालय में हुई समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अधिकारियों को विकास कार्यों में तेजी लाने की निर्देश दिये. सीएम ने कहा कि विकास कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही और शिकायत पर संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की जायेगी. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि कार्यों की गुणवत्ता और समयबद्धता का विशेष ध्यान रखा जाय.

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सीएम ने आउटकम बेस्ड डिलिवरी परर्फोमेंस पर जोर देने की बात कही. सीएम ने कहा कि विभागों को कार्य पूर्ण करने का जो लक्ष्य मिला है, उन्हें समयबद्धता के साथ पूरा किया जाए. उन्होंने क्षेत्रीय स्तर पर कार्यों की प्रगति की समीक्षा के लिए विभागाध्यक्षों को वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से अनुश्रवण करने के भी निर्देश दिए.

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मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने लोक निर्माण विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों, चारधाम यात्रा के अन्तर्गत मोटर मार्गों के नवनिर्माण और पुननिर्माण, सेतु निर्माण, राष्ट्रीय राजमार्ग के पुनर्निर्माण एवं सुधारीकरण, चौड़ीकरण व डोबरा चांठी भारी वाहन झूला सेतु निर्माण के कार्यों की समीक्षा की. मुख्यमंत्री ने बताया कि यह सुनिश्चित किया जाय कि जिन कार्यदाई संस्थाओं द्वारा कार्य किया जा रहा है, उनका भुगतान भी समय पर हो.

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डोबरा चांठी पुल के निर्माण को लेकर भी सीएम ने सख्त निर्देश दिये. सीएम ने मार्च 2020 तक इसका निर्माण कार्य पूरे करने की बात कही. साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में जितने भी पॉलिटेक्निक कॉलेज हैं उन सबकी जानकारी भी उपलब्ध कराई जाए. सीएम ने कहा कि ऐसे पॉलिटेक्निक कॉलेजों की सूची भी उपलब्ध कराई जाय, जहां से पढ़ाई कर सबसे अधिक छात्रों को रोजगार मिला है. सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि साथ ही ऐसे सेक्टरों का भी आंकलन किया जाय, जिनमें भविष्य में रोजगार सृजन की अधिक संभावनाएं हों.

Intro:उत्तराखंड में अब विकास कार्यों की विभागवार समीक्षा शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सचिवालय में अधिकारियों के साथ लोक निर्माण विभाग और तकनीकी शिक्षा की समीक्षा की। वही मुख्यमंत्री ने विकास कार्यो की रफ्तार बढ़ाने के उद्देश्य से आज दो विभागों के अधिकारियों के साथ घंटों तक मंथन किया, विभागीय समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से न सिर्फ विभाग के कार्यों का फीडबैक लिया बल्कि जनहित के लिहाज से विकास के कार्य को तेज गति से बढ़ाए जाने के सख्त निर्देश भी दिए। इसके साथ ही निर्देश दिया की जो भी कार्य धरातल पर चल रहे वहा जनपद स्तर पर अधीक्षण अभियन्ता व चीफ इंजीनियर प्रत्येक 15 दिनों में कार्यस्थल पर जाकर कार्य प्रगति व गुणवत्ता का निरीक्षण करें।


Body:उत्तराखंड सचिवालय में हुई समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अधिकारियों को विकास कार्यों में तेजी लाने की निर्देश दिये। सीएम ने कहा कि जो भी कार्य धरातल पर चल रहे हैं, उनका समय-समय पर अधिकारी निरीक्षण करें। सीएम ने कहा कि किसी भी प्रकार की लापरवाही और शिकायत पर संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की जायेगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि कार्यों की गुणवत्ता और समयबद्धता का विशेष ध्यान रखा जाय। आउटकम बेस्ड डिलिवरी परर्फोमेंस पर बल दिया जाय। विभागों को कार्य पूर्ण करने का जो लक्ष्य मिला है, उन्हें समयबद्धता के साथ पूर्ण किया जाय। क्षेत्रीय स्तर पर कार्यों की प्रगति का विभागाध्यक्षों को सीएम त्रिवेंद्र ने वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से अनुश्रवण करने के निर्देश भी दिये।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने लोक निर्माण विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों, चारधाम यात्रा के अन्तर्गत मोटर मार्गों के नवनिर्माण और पुननिर्माण, सेतु निर्माण, राष्ट्रीय राजमार्ग के पुनर्निर्माण एवं सुधारीकरण, चौड़ीकरण व डोबरा चांठी भारी वाहन झूला सेतु निर्माण के कार्यों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने बताया कि यह सुनिश्चित किया जाय कि जिन कार्यदाई संस्थाओं द्वारा कार्य किया जा रहा है, उनका भुगतान भी समय पर हो। उन्होंने सड़क सुरक्षा के दृष्टिगत कार्ययोजना बनाने को कहा, ताकि दुर्घटनाओं को रोका जा सके।  


उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि डोबरा चांठी पुल का निर्माण कार्य मार्च 2020 तक पूर्ण कर लिया जाय। 440 मीटर लम्बाई के डोबरा चांठी झूला पुल का 70 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाय कि जिन कार्यदाई संस्थाओं द्वारा कार्य किया जा रहा है, उनका भुगतान भी समय पर हो। उन्होंने सड़क सुरक्षा के दृष्टिगत कार्ययोजना बनाने को कहा, ताकि दुर्घटनाओं को रोका जा सके। बैठक में जानकारी दी गई कि चारधाम प्रोजक्ट के तहत 11700 करोड़ रूपये के प्रस्तावित कार्यों में कार्य गतिमान है। 


साथ ही मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश जितने भी पॉलिटेक्निक कॉलेज हैं। उनमें कितने ट्रेड हैं, कितनी छात्र व अध्यापक संख्या है एवं जिस स्थान के लिए कॉलेज खोलने की स्वीकृति हुई थी, क्या वे वहीं चल रहे हैं। उसकी पूरी जानकारी उपलब्ध कराई जाय। ऐसे पॉलिटेक्निक कॉलेजों की सूची भी उपलब्ध कराई जाय, जहां से पढ़ाई कर सबसे अधिक छात्रों को रोजगार मिला है। तकनीकि के ऐसे विभिन्न क्षेत्रों को भी चिन्हित किया जाय, जिनमें युवाओं को अधिक रोजगार के अवसर प्राप्त हुए हों। साथ ही ऐसे सेक्टरों का भी आंकलन किया जाय, जिनमें भविष्य में रोजगार सृजन की अधिक संभावनाएं हों।  

बाइट - त्रिवेंद्र सिंह रावत, सीएम, उत्तराखण्ड




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