देहरादून: राजधानी में हुई जहरीली शराब की घटना ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है. पुलिस और आबकारी विभाग जहरीली शराब से हुई मौतों के मामले पर जवाब नहीं दे पा रहे हैं. वहीं, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने देहरादून पहुंचते ही जहरीली शराब से हुई मौत के मामले पर अधिकारियों को तलब किया और जमकर क्लास लगाई.
मुख्यमंत्री ने पुलिस और आबकारी विभाग के अधिकारियों से पूछा कि शहर में ऐसी घटना कैसे हो गई, लेकिन इस सवाल का अधिकारियों के पास कोई जवाब नहीं था. साथ ही इस मामले के मुख्य आरोपी के फरार होने और उसके पिछले रिकॉर्ड के बावजूद उसपर कोई काईरवाई न होने पर भी मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को जमकर लताड़ा लगाई.
पढ़ें: RLSP और HAM को उपचुनाव से रहना पड़ सकता है दूर!
वहीं, सीएम त्रिवेंद्र ने कहा कि जब मामले के आरोपी पर गुंडा एक्ट लगाया जा चुका था तो फिर क्यों नहीं जिला बदर की कार्रवाई समय से की गई. सीएम ने अधिकारियों को बैठक में साफ संकेत दे दिए कि यदि भविष्य में ऐसी कोई घटना दोबारा हुई तो उसका अंजाम वे खुद सोच लें. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि मामले का दोषी किसी भी हाल में सलाखों के पीछे होना चाहिए.