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जहरीली शराब मामले को लेकर सीएम ने अधिकारियों को किया तलब, जमकर लगाई लताड़

जहरीली शराब मामले को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने देहरादून पहुंचते ही अधिकारियों की खूब क्लास लगाई. वहीं, सीएम ने कहा कि मामले में दोषी किसी भी हाल में सलाखों के पीछे होने चाहिए.

सीएम ने अधिकारियों को किया तलब.
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Published : Sep 22, 2019, 11:02 PM IST

देहरादून: राजधानी में हुई जहरीली शराब की घटना ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है. पुलिस और आबकारी विभाग जहरीली शराब से हुई मौतों के मामले पर जवाब नहीं दे पा रहे हैं. वहीं, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने देहरादून पहुंचते ही जहरीली शराब से हुई मौत के मामले पर अधिकारियों को तलब किया और जमकर क्लास लगाई.

सीएम ने अधिकारियों को किया तलब.

मुख्यमंत्री ने पुलिस और आबकारी विभाग के अधिकारियों से पूछा कि शहर में ऐसी घटना कैसे हो गई, लेकिन इस सवाल का अधिकारियों के पास कोई जवाब नहीं था. साथ ही इस मामले के मुख्य आरोपी के फरार होने और उसके पिछले रिकॉर्ड के बावजूद उसपर कोई काईरवाई न होने पर भी मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को जमकर लताड़ा लगाई.

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वहीं, सीएम त्रिवेंद्र ने कहा कि जब मामले के आरोपी पर गुंडा एक्ट लगाया जा चुका था तो फिर क्यों नहीं जिला बदर की कार्रवाई समय से की गई. सीएम ने अधिकारियों को बैठक में साफ संकेत दे दिए कि यदि भविष्य में ऐसी कोई घटना दोबारा हुई तो उसका अंजाम वे खुद सोच लें. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि मामले का दोषी किसी भी हाल में सलाखों के पीछे होना चाहिए.

देहरादून: राजधानी में हुई जहरीली शराब की घटना ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है. पुलिस और आबकारी विभाग जहरीली शराब से हुई मौतों के मामले पर जवाब नहीं दे पा रहे हैं. वहीं, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने देहरादून पहुंचते ही जहरीली शराब से हुई मौत के मामले पर अधिकारियों को तलब किया और जमकर क्लास लगाई.

सीएम ने अधिकारियों को किया तलब.

मुख्यमंत्री ने पुलिस और आबकारी विभाग के अधिकारियों से पूछा कि शहर में ऐसी घटना कैसे हो गई, लेकिन इस सवाल का अधिकारियों के पास कोई जवाब नहीं था. साथ ही इस मामले के मुख्य आरोपी के फरार होने और उसके पिछले रिकॉर्ड के बावजूद उसपर कोई काईरवाई न होने पर भी मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को जमकर लताड़ा लगाई.

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वहीं, सीएम त्रिवेंद्र ने कहा कि जब मामले के आरोपी पर गुंडा एक्ट लगाया जा चुका था तो फिर क्यों नहीं जिला बदर की कार्रवाई समय से की गई. सीएम ने अधिकारियों को बैठक में साफ संकेत दे दिए कि यदि भविष्य में ऐसी कोई घटना दोबारा हुई तो उसका अंजाम वे खुद सोच लें. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि मामले का दोषी किसी भी हाल में सलाखों के पीछे होना चाहिए.

Intro:summary- जहरीली शराब मामले पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने देहरादून पहुंचते ही अधिकारियों की खूब क्लास लगाई... मुख्यमंत्री ने शहर के बीचो बीच हुई घटना का जवाब मांगा तो अधिकारियों को जवाब देते नहीं बना... आखिरकार मुख्यमंत्री को कहना पड़ा, फिर ऐसी घटना हुई तो खुद सोच लेना...


Body:राजधानी में शहर के बीचोबीच हुई घटना ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को सवालों के घेरे में ला खड़ा किया है... पुलिस और आबकारी विभाग जहरीली शराब से हुई मौतों के मामले पर जवाब नहीं दे पा रहे हैं.... मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने देहरादून पहुंचते ही जहरीली शराब से हुई मौत मामले पर अधिकारियों को तलब किया... और उनकी जमकर क्लास लगाई... मुख्यमंत्री ने जब पुलिस और आबकारी विभाग के अधिकारियों से पूछा कि शहर के बीचोबीच ऐसी घटना कैसे हो गई... तो अधिकारियों के पास इसका कोई जवाब नहीं था... यहां तक कि मामले के मुख्य आरोपी के फरार होने और उसके पिछले रिकॉर्ड के बावजूद उस पर कोई कार्यवाही नहीं होने पर भी मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को खूब लताड़ा.... मुख्यमंत्री ने कहा कि जब मामले के आरोपी पर गुंडा एक्ट लगाया जा चुका था तो फिर क्यों नहीं जिला बदर की कार्रवाई समय से की गई... सीएम ने अधिकारियों को बैठक में साफ संकेत दे दिए कि यदि भविष्य में ऐसी कोई दोबारा घटना हुई तो उसका अंजाम वो खुद सोच ले... यही नहीं मुख्यमंत्री ने कहा कि मामले के दोषी चाहे पाताल में हों या आसमान में, या पानी के नीचे मुझे वह हर हाल में सलाखों के पीछे चाहिए।।।


मुख्यमंत्री का अधिकारियों को लताड़ लगाता हुआ विजुअल


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