देहरादूनः मुख्य सचिव की बैठक में 18 सितंबर से चारधाम यात्रा शुरू करने का निर्णय लिया गया है. मुख्यसचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक इसका निर्णय लिया गया है. वहीं, उत्तराखंड चारधाम यात्रा को संचालित किए जाने को लेकर नैनीताल हाईकोर्ट से राहत मिलने के बाद राज्य सरकार व्यवस्थाओं को मुकम्मल करने में जुट गई है. इसी क्रम में मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधू की अध्यक्षता में चारधाम यात्रा के सुरक्षित, व्यवस्थित और कुशल संचालन के संबंध में संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित हुई. बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने चारों धामों से डीएम के साथ ही पौड़ी डीएम को भी विभिन्न व्यवस्थाओं को मुकम्मल करने के निर्देश दिए.
मुख्य सचिव ने संबंधित जिलाधिकारियों को चारधाम यात्रा रूट पर सड़क सुरक्षा, साफ-सफाई, क्राउड मैनेजमेंट, यातायात व्यवस्था, टेस्टिंग तथा कोविड-19 के नियमों का अनुपालन करवाते हुए विभिन्न व्यवस्थाओं को व्यवस्थित करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि यात्रा रूट के संवेदनशील क्षेत्रों में जहां पर भी सड़क सुधारीकरण के कार्य किए जाने हैं उनको लोक निर्माण विभाग, राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधीकरण और सड़क सीमा संगठन से युद्धस्तर पर तत्काल पूरा करें. साथ ही जिन पैदल मार्ग से लोग यात्रा करते हैं, वो मार्ग भी साफ-सुथरा और सुरक्षित बनाने के निर्देश दिए. इसके अलावा मार्गों पर पेयजल, शौचालय आदि की समुचित व्यवस्था करने के भी आदेश दिए.
मुख्य सचिव ने संबंधित जिलाधिकारियों को चारधामों में आने वाले श्रद्धालुओं की टेस्टिंग करवाने, कोविड-19 के एसओपी का अनुपालन, अच्छे श्रद्धालु के व्यवहार, आपात स्थिति में कन्ट्रोल रूम के संपर्क, सोशल डिस्टेंसिंग इत्यादि से संबंधित सूचनाओं को अनाउंसमेंट के माध्यम से प्रसारित करने के भी निर्देश दिए.
मुख्य सचिव ने यात्रा रूट पर आवश्यकतानुसार चिकित्सकों की तैनाती करने, आपात स्थिति में स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने, वाहनों की फिटनेस, लोगों के पंजीकरण, ऑनलाइन ही लोगों को व्हाट्सएप और मैसेज के माध्यम से जरूरी सूचना प्रेषित करने, खानपान की रेट लिस्ट, लोगों को महत्वपूर्ण सूचना प्रदान करने हेतु मुख्य-मुख्य स्थलों, चौराहों, स्टे स्थलों, दुकानों में बोर्ड पर प्रदर्शित करने के संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए.
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सीएस ने स्वास्थ्य विभाग को विभिन्न रूट पर आवश्यकतानुसार चिकित्सकों-एम्बुलेंस की व्यवस्था करने, पुलिस विभाग को रूट पर सुरक्षा, यातायात और क्राउड मैनेजमेंट, विद्युत विभाग को चारधाम में विद्युत आपूर्ति बनाये रखने, जल संस्थान और पेयजल निगम को रूट पर पेयजल की व्यवस्था सुचारू रखने के निर्देश दिए. इसके अतिरिक्त उन्होंने बाहर से आने वाले पर्यटकों के पंजीकरण से लेकर कमर्शियल वाहनों के ग्रीन कार्ड जारी करने इत्यादि सभी कार्य व्यवस्थित तरीके से पूर्ण करने के अधिकारियों को निर्देश दिए.
वहीं, चारधाम यात्रा पर लगी रोक हटने के बाद पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि नैनीताल हाईकोर्ट ने बहुत अच्छा निर्णय लिया है. हालांकि, अपने निर्णय में हाईकोर्ट ने इस बात का जिक्र किया है कि चारधाम यात्रा के दौरान एयर एंबुलेंस की व्यवस्था करनी होगी. इसके साथ ही कोविड-19 संबंधी दिशा निर्देशों का पालन करना होगा. लिहाजा, नैनीताल हाईकोर्ट ने चारधाम यात्रा संबंधित जो भी निर्देश दिए हैं उन सभी निर्देशों का पूर्ण रुप से पालन किया जाएगा. साथ ही कहा कि चारधाम यात्रा के संचालित होने से राज्य की आर्थिकी बढ़ेगी, साथ ही पर्यटन गतिविधियों से जुड़े व्यवसायियों को भी इसका फायदा मिलेगा.