देहरादूनः उत्तराखंड में भाजपा समेत कांग्रेस के कई विधायक हैं, जो चुनाव से पहले विधायक निधि खर्च करने में फिसड्डी साबित हो रहे हैं. ऐसे भी भाजपा संगठन ने इसका संज्ञान लेते हुए पार्टी के विधायकों के इस रवैया पर मुख्यमंत्री से बात करने का फैसला लिया है.
भाजपा चुनाव से पहले किसी भी तरह का कोई जोखिम नहीं उठाना चाहती है, जिससे विपक्ष बीजेपी को चुनाव में पटखनी दें. ऐसे में बीजेपी ने अब विधायक निधि में फिसड्डी साबित हुए विधायकों को भी अपनी परफॉर्मेंस सुधारने का सुझाव दिया है. बता दें कि प्रदेश में 70 विधायक में से 12 विधायकों की 70% से कम विधायक निधि खर्च हुई है. जबकि एक विधायक ऐसे हैं, जिनकी 50% विधायक निधि ही खर्च हो पाई है. हालांकि सबसे कम विधायक निधि खर्च करने वाले कांग्रेस के विधायक मनोज रावत हैं, जिन्होंने 50% ही विधायक निधि खर्च की है.
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लेकिन भाजपा की नजर उन भाजपाई विधायकों पर है, जिन्होंने कम विधायक निधि खर्च की है और चुनाव से पहले वे जनता के सामने ज्यादा विधायक निधि खर्च कर अपने कामों को लेकर संतोषजनक जवाब दे सकते हैं. ऐसे विधायकों में भाजपा के महेश नेगी, सुरेंद्र सिंह नेगी, सहदेव पुंडीर शामिल हैं. भाजपा के संगठन महामंत्री कुलदीप कुमार का कहना है कि विधायकों को अपनी विधायक निधि खर्च करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि इस संबंध में संगठन मुख्यमंत्री से भी बात कर विधायकों को इस संबंध में तेजी दिखाने का सुझाव देगा.