देहरादून: हर साल 8 अक्टूबर को भारतीय वायु सेना दिवस मनाया जाता है. दरअसल 8 अक्टूबर 1932 को भारतीय वायु सेना की स्थापना की गई थी. इस साल भारतीय वायु सेना अपना 87वां स्थापना दिवस मनाएगा. इस बार की वायु सेना की परेड में पहली बार अपाचे अटैक चॉपर और चीनूक हैवी लिफ्ट हेलीकॉप्टर को भी शामिल किया जा रहा है. इसके अलावा 54 अन्य एयरक्राफ्ट भी परेड का हिस्सा होंगे.
बता दें कि आजादी से पहले वायु सेना को रॉयल इंडियन एयरफोर्स के नाम से जाना जाता था. आजादी के बाद रॉयल इंडियन एयरफोर्स से रॉयल शब्द को हटाकर इसे इंडियन एयरफोर्स (IAF) नाम दे दिया गया. द्वितीय विश्वयुद्ध में भी भारतीय वायु सेना ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. इसके अलावा भी जब कभी भी देश किसी मुश्किल दौर से गुजरा है तब वायु सेना के जवानों ने हमेशा ही आगे बढ़कर देशवासियों तक मदद पहुंचाई है और देश की रक्षा की है.
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उत्तराखंड में साल 2013 में केदारघाटी में आई भीषण आपदा में भी वायु सेना के जवानों ने अहम भूमिका निभाई थी. इस दौरान वायु सेना ने केदार घाटी में फंसे लगभग 25000 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया था. यह देश का अब तक का सबसे बढ़ा रेस्क्यू आपरेशन है. जिसमें वायु सेना का एक mi-17 हेलीकॉप्टर क्रेश भी हुआ था और इस हादसे में वायु सेना के 9 जवानों ने अपनी जान भी गवाई थी.