देहरादून: दून मेडिकल कॉलेज में आये दिन होते विवादों के बीच नया मामला छात्रों के विरोध और प्रबंधन की कार्रवाई से जुड़ा है. दून मेडिकल कॉलेज में पिछले दिनों आयी रैगिंग की शिकायत के बाद अब 5 मेडिकल छात्रों को हॉस्टल से निष्कासित कर दिया गया है. खास बात ये है कि इन छात्रों के निष्कासन को देखते हुए कॉलेज में दूसरे कई छात्रों ने अपनी आपत्ति दर्ज कराई है.
दून मेडिकल कॉलेज में मेडिकल छात्रों का फीस बढ़ोत्तरी को लेकर विरोध एक बार फिर तेज हो गया है. सोमवार को एक बार फिर छात्रों को मेडिकल कॉलेज प्रबंधन की तरफ से समझाया गया.
आपको बता दें कि एमबीबीएस की फीस को घटाने के लिए साल 2019 और 20 बैच के छात्र अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं. माना जा रहा है कि इन्हीं छात्रों में से एक रहे 5 छात्रों को मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से निष्काषित किया गया है. खास बात यह है कि हॉस्टल के अंदर की तरफ से मेडिकल कॉलेज परिसर में विरोध प्रदर्शन को लेकर सख्ती भी शुरू कर दी गई है.
उधर छात्रों के निष्कासन से नाराज कुछ छात्रों ने प्रबंधन के सामने भी अपना विरोध दर्ज कराया है. हालांकि अब प्रबंधन ने बुधवार को विरोध कर रहे छात्रों के परिजनों को बुलाया है. ताकि छात्रों पर कुछ दबाव बनाया जा सके. ईटीवी भारत से बात करते हुए मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ आशुतोष सयाना ने कहा कि अभिभावकों से एडमिशन के दौरान साइन किए गए बॉन्ड के बारे में बात की जाएगी. इस विरोध प्रदर्शन को खत्म करवाया जाएगा.
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वैसे आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही एक गुमनाम पत्र के जरिए मेडिकल कॉलेज में रैगिंग की शिकायत हुई थी. उसके बाद एक कमेटी भी गठित की गई थी. हालांकि इस मामले में कुछ खास नहीं निकल पाया. लेकिन अब 5 छात्रों को अधिकारियों की बात दबाने और वॉर्डन को डराने धमकाने की शिकायत के साथ निष्कासित कर दिया गया है.