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नए अवतार में वोडाफोन आइडिया, अब Vi नाम से जानी जाएगी कंपनी

टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया ने सोमवार को कंपनी के रिब्रांडिंग की घोषणा की. कंपनी अब नए ब्रांड नेम 'Vi' से जानी जाएगी. कंपनी के मुताबिक इसे हम 'We' के रूप में पढ़ सकते हैं.

नए अवतार में वोडाफोन आइडिया, अब Vi नाम से जानी जाएगी कंपनी
नए अवतार में वोडाफोन आइडिया, अब Vi नाम से जानी जाएगी कंपनी
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Published : Sep 7, 2020, 12:57 PM IST

Updated : Sep 7, 2020, 1:03 PM IST

हैदराबाद: वोडाफोन आइडिया ने 7 सितंबर ने रीब्रांडिंग करते हुए एक नया ब्रांड लॉन्च किया है. इसे Vi नाम से जाना जाएगा. इसमें V वोडाफोन और i आइडिया के लिए है. वोडाफोन और आईडिया का अगस्त 2018 में विलय हुआ था. आज एक नई ब्रांडिंग का ऐलान करते हुए कंपनी ने कहा कि इन दो ब्रांड का विलय दुनिया का अब तक सबसे बड़ा टेलीकॉम इंट्रीग्रेशन है.

इस ऐलान से पहले आज सुबह के कारोबार में वोडाफोन आइडिया के शेयर में 10 फीसदी का तक उछाल देखने को मिला था. हालांकि ऐलान के बाद इसके शेयर 3.72 फीसदी ऊपर 12.50 रुपए पर ट्रेड कर रहे थे.

ये भी पढ़ें- ट्रंप सरकार ने अर्थव्यवस्था को संभालने के लिये झोंके तीन हजार अरब डॉलर: म्नूचिन

सुप्रीम कोर्ट ने कुछ दिनों पहले अपने फैसले में एजीआर बकाया भुगतान किश्तों में 10 साल में करने की मंजूरी दी थी. इसके बाद वोडाफोन आइडिया भारतीय बाजार में टिके रहने की पुरजोर कोशिश कर रही है.

देश के बेहद प्रतिस्पर्धी दूरसंचार बाजार में वोडाफोन आइिडया तीसरी सबसे बड़ी ऑपरेटर है. जियो 2016 में इस बाजार में उतरी थी. उसने ग्राहकों को मुफ्त कॉल और सस्ते डेटा की पेशकश की थी. जियो के प्रवेश के बाद कई दूरसंचार कंपनियों को या तो कारोबार से बाहर निकलना पड़ा, या उनका अधिग्रहण या विलय हो गया.

उल्लेखनीय है कि वोडाफोन आइडिया पर एजीआर का कुल बकाया 58,000 करोड़ रुपये से अधिक है. कंपनी इसमें से 7,854 करोड़ रुपये दूरसंचार विभाग को अदा कर चुकी है.

वोडाफोन आइडिया के बोर्ड ने 4 सितंबर को 25,000 करोड़ रुपये के जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.

हैदराबाद: वोडाफोन आइडिया ने 7 सितंबर ने रीब्रांडिंग करते हुए एक नया ब्रांड लॉन्च किया है. इसे Vi नाम से जाना जाएगा. इसमें V वोडाफोन और i आइडिया के लिए है. वोडाफोन और आईडिया का अगस्त 2018 में विलय हुआ था. आज एक नई ब्रांडिंग का ऐलान करते हुए कंपनी ने कहा कि इन दो ब्रांड का विलय दुनिया का अब तक सबसे बड़ा टेलीकॉम इंट्रीग्रेशन है.

इस ऐलान से पहले आज सुबह के कारोबार में वोडाफोन आइडिया के शेयर में 10 फीसदी का तक उछाल देखने को मिला था. हालांकि ऐलान के बाद इसके शेयर 3.72 फीसदी ऊपर 12.50 रुपए पर ट्रेड कर रहे थे.

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सुप्रीम कोर्ट ने कुछ दिनों पहले अपने फैसले में एजीआर बकाया भुगतान किश्तों में 10 साल में करने की मंजूरी दी थी. इसके बाद वोडाफोन आइडिया भारतीय बाजार में टिके रहने की पुरजोर कोशिश कर रही है.

देश के बेहद प्रतिस्पर्धी दूरसंचार बाजार में वोडाफोन आइिडया तीसरी सबसे बड़ी ऑपरेटर है. जियो 2016 में इस बाजार में उतरी थी. उसने ग्राहकों को मुफ्त कॉल और सस्ते डेटा की पेशकश की थी. जियो के प्रवेश के बाद कई दूरसंचार कंपनियों को या तो कारोबार से बाहर निकलना पड़ा, या उनका अधिग्रहण या विलय हो गया.

उल्लेखनीय है कि वोडाफोन आइडिया पर एजीआर का कुल बकाया 58,000 करोड़ रुपये से अधिक है. कंपनी इसमें से 7,854 करोड़ रुपये दूरसंचार विभाग को अदा कर चुकी है.

वोडाफोन आइडिया के बोर्ड ने 4 सितंबर को 25,000 करोड़ रुपये के जुटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.

Last Updated : Sep 7, 2020, 1:03 PM IST
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