ETV Bharat / business

BUDGET 2019: केंद्र की ओर लगी उत्तराखंड की निगाहें, बड़ी योजनाओं के लिए बड़ी उम्मीद

2019 के इस आम बजट में उत्तराखंड को केंद्र से विशेष पैेकेज बजट मिलने की उम्मीद है. जिससे प्रदेश में बिजली, पानी, कृषि, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसे बुनियादी जरूरतों को विकसित करने में मदद मिलेगी. 5 जुलाई को केंद्र सरकार अपना पहला बजट पेश करेगा.

BUDGET 2019
author img

By

Published : Jul 1, 2019, 6:53 AM IST

Updated : Jul 1, 2019, 7:13 AM IST

देहरादून: मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट 5 जुलाई को पेश होगा. जिसे इस बार वित्त मंत्री के रूप में निर्मला सीतारमण संसद में पेश करेंगी. इस बजट में विशेष पैकेज के लिए उत्तराखंड को केंद्र से काफी उम्मीदें हैं. बिजली, पानी, कृषि, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसे बुनियादी जरूरतों में तेजी लाने के लिए प्रदेश को एक बड़ी धनराशि की जरूरत है.

आम बजट 2019 से उत्तराखंड को उम्मीद

इस बार उत्तराखंड में पर्यटन के लिए एक बड़े बजट की दरकार है. सभी जिलों में पर्यटन स्थलों को स्थापित करने के लिए और पुरानी स्वीकृत योजनाओं के लिए धन आवंटन की भी केंद्रीय बजट से उम्मीदें हैं. केंद्रीय बजट में शिक्षा के हालातों को सुधारने के लिए राज्य को करीब 1500 करोड़ की जरूरत होगी. जिसको लेकर कुछ प्रस्ताव उत्तराखंड सरकार की तरफ से केंद्र को भेजा जा चुका है. इसमें स्कूली व्यवस्था के आधारभूत ढांचे को भी बदलने की जरूरत है.

पढे़ं- Budget 2019: वित्त मंत्री से क्या है घर की 'वित्त मंत्री' को उम्मीद, काफी खास होगा मोदी 2.0 का बजट

उत्तराखंड में स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी एक बड़े बजट की जरूरत है. जिसको बिना केंद्र की मदद के पूरा नहीं किया जा सकता. राज्य में जिला स्तर पर अस्पतालों की सुदृढ़ व्यवस्था करने साथ ही केंद्रीय योजनाओं के बजट में भी बढ़ोतरी करने की जरूरत है. जिसमें करीब 1000 करोड़ से ज्यादा की जरूरत राज्य को होगी.

उत्तराखंड के ऊर्जा विभाग से जुड़े कामों को भी केंद्र से मदद की दरकार है. इस क्षेत्र में जल विद्युत परियोजनाओं से जुड़े कामों में तेजी लाने के लिए केंद्र से बजट की उम्मीद लगाई जा रही है सड़कों को बेहतर करने के लिए भी उत्तराखंड को केंद्र से मदद की खासा जरूरत है, इसमें करीब 3300 करोड़ रुपए के जरिए राज्य की विभिन्न सड़कों को सुधारा जा सकता है. साथ ही कुछ नए प्रस्तावों पर भी तेजी लाई जा सकती है.

उत्तराखंड के लिए स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट एक बड़ा प्रोजेक्ट है. जिसमें केंद्र की भूमिका को बढ़ाया जाना बेहद जरूरी है. फिलहाल 50-50 प्रतिशत की आर्थिक रूप से भागीदारी को उत्तराखंड वहन नहीं कर सकता. जिसके लिए केंद्र द्वारा 90% भुगतान किए जाने के बाद राज्य को राहत मिल सकती है.

नमामि गंगे योजना के तहत स्वीकृत विभिन्न 21 परियोजनाओं के लिए भी बजट के प्रावधान की जरूरत है. साथ ही कुछ नई योजनाओं को भी जल्द शुरू करने की दरकार है. इसमें सीवरेज सिस्टम को बेहतर करने के लिए भी केंद्रीय बजट में कोई सौगात मिलने की उम्मीद लगाई जा रही है.

राजधानी देहरादून में मेट्रो प्रोजेक्ट पर लंबे समय से काम चल रहा है. हालांकि पहले ही इस योजना के लिए अंतरराष्ट्रीय संस्थानों समेत केंद्र की मदद ली जा रही है. लेकिन उत्तराखंड पर वित्तीय भार को कम किए जाने की जरूरत है. ऋषिकेश कर्णप्रयाग समेत दूसरी रेल लाइनों के विकास कार्यों में भी तेजी लाने की जरूरत है.

इसी तरह कृषि सेक्टर में भी केंद्र को विशेष ध्यान देने की जरूरत है. मौजूदा बजट में उत्तराखंड में कृषि को बढ़ावा देने के लिए एक खास पैकेज दिए जाने की उम्मीद जताई जा रही है. राज्य कृषि विकास के लिए करीब 1500 करोड़ रुपए तक की जरूरत है. जिनके लिए प्रस्ताव भी भेजे जा चुके हैं.

उत्तराखंड कृषि मंत्री बताते हैं कि राज्य में आर्थिक संसाधन बेहद कम हैं. ऐसे में केंद्र से एक विशेष पैकेज की जरूरत है. सरकार भी इस बार बजट में उत्तराखंड को एक बड़ा विशेष पैकेज मिलने की उम्मीद पाल रही है. जिससे उत्तराखंड की आर्थिकी को मजबूत किया जा सके.

देहरादून: मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट 5 जुलाई को पेश होगा. जिसे इस बार वित्त मंत्री के रूप में निर्मला सीतारमण संसद में पेश करेंगी. इस बजट में विशेष पैकेज के लिए उत्तराखंड को केंद्र से काफी उम्मीदें हैं. बिजली, पानी, कृषि, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसे बुनियादी जरूरतों में तेजी लाने के लिए प्रदेश को एक बड़ी धनराशि की जरूरत है.

आम बजट 2019 से उत्तराखंड को उम्मीद

इस बार उत्तराखंड में पर्यटन के लिए एक बड़े बजट की दरकार है. सभी जिलों में पर्यटन स्थलों को स्थापित करने के लिए और पुरानी स्वीकृत योजनाओं के लिए धन आवंटन की भी केंद्रीय बजट से उम्मीदें हैं. केंद्रीय बजट में शिक्षा के हालातों को सुधारने के लिए राज्य को करीब 1500 करोड़ की जरूरत होगी. जिसको लेकर कुछ प्रस्ताव उत्तराखंड सरकार की तरफ से केंद्र को भेजा जा चुका है. इसमें स्कूली व्यवस्था के आधारभूत ढांचे को भी बदलने की जरूरत है.

पढे़ं- Budget 2019: वित्त मंत्री से क्या है घर की 'वित्त मंत्री' को उम्मीद, काफी खास होगा मोदी 2.0 का बजट

उत्तराखंड में स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी एक बड़े बजट की जरूरत है. जिसको बिना केंद्र की मदद के पूरा नहीं किया जा सकता. राज्य में जिला स्तर पर अस्पतालों की सुदृढ़ व्यवस्था करने साथ ही केंद्रीय योजनाओं के बजट में भी बढ़ोतरी करने की जरूरत है. जिसमें करीब 1000 करोड़ से ज्यादा की जरूरत राज्य को होगी.

उत्तराखंड के ऊर्जा विभाग से जुड़े कामों को भी केंद्र से मदद की दरकार है. इस क्षेत्र में जल विद्युत परियोजनाओं से जुड़े कामों में तेजी लाने के लिए केंद्र से बजट की उम्मीद लगाई जा रही है सड़कों को बेहतर करने के लिए भी उत्तराखंड को केंद्र से मदद की खासा जरूरत है, इसमें करीब 3300 करोड़ रुपए के जरिए राज्य की विभिन्न सड़कों को सुधारा जा सकता है. साथ ही कुछ नए प्रस्तावों पर भी तेजी लाई जा सकती है.

उत्तराखंड के लिए स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट एक बड़ा प्रोजेक्ट है. जिसमें केंद्र की भूमिका को बढ़ाया जाना बेहद जरूरी है. फिलहाल 50-50 प्रतिशत की आर्थिक रूप से भागीदारी को उत्तराखंड वहन नहीं कर सकता. जिसके लिए केंद्र द्वारा 90% भुगतान किए जाने के बाद राज्य को राहत मिल सकती है.

नमामि गंगे योजना के तहत स्वीकृत विभिन्न 21 परियोजनाओं के लिए भी बजट के प्रावधान की जरूरत है. साथ ही कुछ नई योजनाओं को भी जल्द शुरू करने की दरकार है. इसमें सीवरेज सिस्टम को बेहतर करने के लिए भी केंद्रीय बजट में कोई सौगात मिलने की उम्मीद लगाई जा रही है.

राजधानी देहरादून में मेट्रो प्रोजेक्ट पर लंबे समय से काम चल रहा है. हालांकि पहले ही इस योजना के लिए अंतरराष्ट्रीय संस्थानों समेत केंद्र की मदद ली जा रही है. लेकिन उत्तराखंड पर वित्तीय भार को कम किए जाने की जरूरत है. ऋषिकेश कर्णप्रयाग समेत दूसरी रेल लाइनों के विकास कार्यों में भी तेजी लाने की जरूरत है.

इसी तरह कृषि सेक्टर में भी केंद्र को विशेष ध्यान देने की जरूरत है. मौजूदा बजट में उत्तराखंड में कृषि को बढ़ावा देने के लिए एक खास पैकेज दिए जाने की उम्मीद जताई जा रही है. राज्य कृषि विकास के लिए करीब 1500 करोड़ रुपए तक की जरूरत है. जिनके लिए प्रस्ताव भी भेजे जा चुके हैं.

उत्तराखंड कृषि मंत्री बताते हैं कि राज्य में आर्थिक संसाधन बेहद कम हैं. ऐसे में केंद्र से एक विशेष पैकेज की जरूरत है. सरकार भी इस बार बजट में उत्तराखंड को एक बड़ा विशेष पैकेज मिलने की उम्मीद पाल रही है. जिससे उत्तराखंड की आर्थिकी को मजबूत किया जा सके.

Intro:summary- उत्तराखंड सरकार को केंद्रीय बजट से एक बड़े पैकेज की दरकार है... वित्तीय संसाधनों की कमी से जूझते उत्तराखंड में एक बड़ा पैकेज यहां की मूलभूत सुविधाओं समेत भविष्य की विकास योजनाओं की राह को भी आगे बढ़ा सकता है....

केंद्रीय बजट का इंतजार उत्तराखंड को बेसब्री से है उत्तराखंड को उम्मीद है कि इस बार केंद्र से एक स्पेशल पैकेज राज्य को मिल सकेगा ताकि यहां की शिक्षा स्वास्थ्य कृषि रोजगार समेत तमाम दूसरी जरूरतों को पूरा किया जा सके...


Body:मोदी सरकार में दूसरे कार्यकाल का पहला बजट उत्तराखंड के लिए बेहद उम्मीदों भरा है। इस बार बतौर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करने जा रही है... ऐसे में उत्तराखंड को उम्मीद है ऑल वेदर रोड के दायरे में प्रदेश की दूसरी सड़कों को शामिल करने, ऋषिकेश कर्णप्रयाग समेत दूसरी रेल लाइनों के कामों और केंद्रीय योजनाओं के बजट में बढ़ोतरी जैसी पुरानी जरूरतों के साथ एक बड़ा स्पेशल पैकेज भी मिल पाएगा। उत्तराखंड के लिहाज से देखा जाए तो मौजूदा समय में ढांचागत विकास सबसे पहली जरूरत है और इसमें बिजली पानी कृषि सड़क स्वास्थ्य शिक्षा जैसे बुनियादी जरूरतों में तेजी से विकास के लिए आर्थिक रूप से एक बड़े पैकेज की जरूरत है।

बाइट सुशील कुमार सिंह, वरिष्ठ स्तंभकार


उत्तराखंड का बजट 48600 करोड़ तक पहुंच गया है...लेकिन आर्थिक संसाधनों के क्षेत्र में राज्य की कुल राजस्व प्राप्तिया कुल 38900 करोड़ के करीब है... इसमें भी राज्य के खुद के स्रोतों से आने वाला राजस्व करीब 18900 करोड़ है। जबकि उत्तराखंड राज्य वेतन भत्तों और पेंशन देने में ही करीब 19000 करोड़ से ज्यादा का भुगतान करता है।

यदि विभाग बार भी कुछ बड़े विभागों की जरूरतों पर नजर दौड़ाई तो उत्तराखंड में पर्यटन के लिए ही एक बड़े बजट की दरकार है... खास तौर पर सभी जिलों में पर्यटन स्थलों को स्थापित करने के लिए साथ ही पर्यटन को लेकर पुरानी स्वीकृत योजनाओं के लिए धन आवंटन की भी इस केंद्रीय बजट से उम्मीदें हैं।

केंद्रीय बजट में शिक्षा के हालातों को सुधारने के लिए राज्यों करीब 1500 करोड़ की जरूरत होगी इसको लेकर कुछ प्रस्ताव उत्तराखंड सरकार की तरफ से केंद्र को भेजी जा चुके हैं इसमें स्कूली व्यवस्था के आधारभूत ढांचे को भी बदलने की जरूरत है।

उत्तराखंड में स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी एक बड़े बजट की जरूरत है जिसको बिना केंद्र की मदद के पूरा नहीं किया जा सकता। राज्य में जिला स्तर पर अस्पतालों की सुदृढ़ व्यवस्था करने साथ ही केंद्रीय योजनाओं के बजट में भी बढ़ोतरी करने की जरूरत है। इसमें भी करीब 1000 करोड़ से ज्यादा की जरूरत राज्य को होगी।

उत्तराखंड के ऊर्जा विभाग से जुड़े कामों को भी केंद्र की मदद की दरकार है यहां 2000 करोड़ के बजट से तमाम लिए गए नीतिगत फैसलों पूरा किया जा सकता है। इस क्षेत्र में जल विद्युत परियोजनाओं से जुड़े कामों में तेजी लाने समेत केंद्र की योजनाओं में बजट का ज्यादा प्रावधान करने की उम्मीद भी इस बजट से लगाई जा रही है।

उत्तराखंड की सड़कों को बेहतर करने के लिए भी उत्तराखंड को केंद्र की ही मदद की जरूरत है इसमें करीब 3300 करोड़ रुपए के जरिए राज्य की विभिन्न सड़कों को सुधारा जा सकता है साथ ही कुछ नए प्रस्तावों पर भी तेजी लाई जा सकती है।

उत्तराखंड के लिए स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट एक बड़ा प्रोजेक्ट है जिसमें केंद्र की भूमिका को बढ़ाया जाना बेहद जरूरी है फिलहाल 50-50 प्रतिशत की आर्थिक रूप से भागीदारी को उत्तराखंड वहन नहीं कर सकता इसलिए केंद्र द्वारा 90% भुगतान किए जाने के बाद राज्य को राहत मिल सकती है यही नहीं कुछ नए शहरों को भी स्मार्ट सिटी में जोड़कर केंद्र से आर्थिक रूप से मदद की भी बजट से उम्मीद होगी।

नमामि गंगे योजना के तहत स्वीकृत विभिन्न 21 परियोजनाओं के लिए भी बजट के प्रावधान की जरूरत है साथ ही कुछ नई योजनाओं को भी जल्द शुरू करने की दरकार है इसमें सीवरेज सिस्टम को बेहतर करने के लिए भी कुछ नए प्रस्ताव पर केंद्र से मुहर लगने की जरूरत है और इसके लिए केंद्रीय बजट में कोई सौगात मिलने की भी उम्मीद लगाई जा रही है।

राजधानी देहरादून में मेट्रो प्रोजेक्ट पर लंबे समय से काम चल रहा है... हालांकि पहले ही इस योजना के लिए अंतरराष्ट्रीय संस्थानों समेत केंद्र की मदद ली जा रही है लेकिन इसके बावजूद उत्तराखंड पर वित्तीय भार को और कम किए जाने की जरूरत है साथ ही हर व्यक्ति को घर दिए जाने की प्रधानमंत्री की योजना में उत्तराखंड को और भी ज्यादा तवज्जो दिए जाने की जरूरत है।

इसी तरह कृषि सेक्टर में भी केंद्र को विशेष ध्यान देने की जरूरत है और मौजूदा बजट में उत्तराखंड की कृषि को बढ़ावा देने के लिए एक खास पैकेज को दिए जाने की उम्मीद जताई जा रही है यहां कृषि विकास के लिए करीब 1500 करोड़ रुपए तक की जरूरत है जिनके लिए प्रस्ताव भी भेजे जा चुके हैं।

उत्तराखंड कृषि मंत्री बताते हैं कि राज्य में आर्थिक संसाधन बेहद कम है और ऐसे में केंद्र से एक विशेष पैकेज की जरूरत बनी हुई है और सरकार भी उम्मीद लगा रही है कि इस बार बजट में उत्तराखंड को एक बड़ा विशेष पैकेज मिल पाएगा ताकि उत्तराखंड की आर्थिकी और यहां की मूलभूत जरूरतों से जुड़े सेक्टर्स में विकास की गति को तेज किया जा सके

बाइट सुबोध उनियाल कैबिनेट मंत्री उत्तराखंड



Conclusion:मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में जब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पहली बार अपना बजट पेश करेंगी तो उत्तराखंड की निगाहें इस बात पर होंगी की वह उत्तराखंड के लिए कितना बड़ा बजट दे पाती है। निर्मला सीतारमण के पिटारे में उत्तराखंड के लिए क्या है यह तो बजट आने के बाद ही पता चलेगा लेकिन फिलहाल राज्य की मौजूदा आर्थिक खराब हालातों को देखते हुए राज्य को विशेष प्राथमिकता मिलने की उम्मीद है।
Last Updated : Jul 1, 2019, 7:13 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.