देहरादून: 5 जुलाई को संसद में 2019-20 का आम बजट पेश किया जाएगा. जिसे लेकर हर बार की तरह इस बार भी आम जनता को बजट से कई तरह की उम्मीद है. मोदी 2.0 सरकार का ये बजट इस बार कई मायनों में खास होने वाला है. इस बजट की खास बात ये है कि इस बार निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी. वे देश की पहली महिला स्वतंत्र वित्त मंत्री हैं. जिसके कारण आम महिलाओं और गृहणियों को इस बजट से खासी उम्मीदें हैं.
5 जुलाई को पेश होने जा रहे आम बजट को लेकर ईटीवी भारत ने राजधानी देहरादून कि गृहणियों से खास बातचीत की. बजट को लेकर अपनी उम्मीदें साझा करते हुए गृहणियों ने कहा कि इस बार एक महिला वित्त मंत्री बजट पेश कर रहीं हैं. ऐसे में उन्हें उम्मीद है कि इस बार आम बजट में रोजमर्रा की जरूरत की चीजें जैसे आटा, दाल, चावल और रसोई गैस की कीमतों पर ध्यान दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वित्त मंत्री महिलाओं की जरूरतों का जरूर ख्याल रखेंगी.
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इसके साथ ही गृहिणियों ने कहा कि इस बार के आम बजट में दवाइयों के साथ ही मेडिकल सेवाओं को भी सस्ता किया जाना चाहिए. जिससे कि गरीब तबके के लोग भी आसानी से उचित इलाज करा सकें. वहीं दूसरी तरफ शिक्षा के क्षेत्र में किये जाने वाले परिवर्तनों पर महिलाओं ने कहा कि इस बार के आम बजट में देश की शिक्षा व्यवस्था में सुधार लाने के लिए भी कुछ फैसला लिया जाना चाहिए. विशेषकर निजी स्कूलों द्वारा वसूली जाने वाली मोटी फीस पर लगाम लगनी चाहिए. गृहणियों ने कहा अगर हो सके तो सरकार को निजी स्कूलों के लिए फीस निर्धारित कर देनी चाहिए. जिससे हर एक व्यक्ति अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा दे सके.
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बहरहाल, देश के हर एक नागरिक की आम बजट से काफी उम्मीदें हैं. ऐसे में केंद्र सरकार और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जनता की उम्मीदों पर कितना खरा उतर पाती हैं ये तो आने वाला बजट ही बताएगा.