उत्तरकाशीः नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (NIM) की ओर से पर्वतारोहियों के प्रशिक्षण का पहला चरण पूरा हो गया है. इससे पहले पर्वतारोहियों ने पहलगाम में प्रशिक्षण लिया और उसके बाद 5720 मीटर ऊंची द्रोपदी के डांडा चोटी का आरोहण किया. अब दूसरे चरण में पर्वतारोही 7,075 मीटर ऊंची सतोपंथ चोटी का आरोहण करेंगे. जिसके बाद एवरेस्ट की चार चोटियों के आरोहण के लिए अंतिम 35 पर्वतारोहियों का चयन होगा.
बता दें कि इन पर्वतारोहियों में देश के 52 युवक-युवतियां शामिल हैं. जिनकी उम्र 21 से लेकर 52 साल के बीच है. युवा कल्याण एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार और इंडियन माउंटेन फेडरेशन की ओर से नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) को इसकी जिम्मेदारी दी है. जिसमें देश के 35 युवक-युवतियां एक साथ माउंट एवरेस्ट समेत उसकी अन्य चोटियों माउंट ल्होत्से, माउंट नुप्तसे, माउंट पुमोरी का आरोहण करेंगे. जो कि मई 2020 में माउंट एवरेस्ट की चार चोटियों का आरोहण एक साथ कर विश्व रिकॉर्ड स्थापित करेंगे.
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इससे पहले इन पर्वतारोहियों ने जम्मू कश्मीर के पहलगाम में प्रशिक्षण लिया था. जिसके बाद पर्वतारोहियों ने द्रौपदी के डांडा चोटी का आरोहण किया. अब दूसरे चरण में सतोपंथ चोटी के आरोहण की तैयारी में हैं. सतोपंथ के आरोहण के बाद अंतिम 35 युवक-युवतियों का चयन किया जाएगा. वहीं इस आरोहण को लेकर देश के विभिन्न राज्यों से चयनित पर्वतारोही काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं.
नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) के प्रधानाचार्य कर्नल अमित बिष्ट ने बताया कि अंतिम में चयनित 35 युवक-युवतियों को लेह में प्रशिक्षण दिया जाएगा. जितने भी युवक-युवतियां चयनित हुए हैं, उन्होंने कभी कोई बड़ी चोटी का आरोहण नहीं किया है. ऐसे में सबके लिए एक अलग अनुभव होगा. साथ ही कहा कि ये टीम चार चोटियों का एक साथ आरोहण करेंगे. पूरे भारत का प्रतिनिधित्व कर एक नया विश्व रिकॉर्ड हासिल करेंगे.