ETV Bharat / briefs

आटा चक्की कनेक्शन देने के एवज में जेई ने मांगे 20 हजार, विजिलेंस ने किया गिरफ्तार - Udham Singh Nagar News

दरअसल बिजली विभाग में गोपीपुरा चांदपुर गांव के रहने वाले हेमेंद्र श्रेष्ट ने आटा चक्की लगाने के लिए 8 किलोवाट के कनेक्शन के लिए विभाग में आवेदन किया था. जिसके बाद आरोपी जेई राजेंद्र कुमार आवेदक को बरगला कर ऑनलाइन फॉर्म भरने की बात कही. हेमेंद्र श्रेष्ट ने बताया कि फॉर्म भरने में परेशानी होने से उन्होंने फिर राजेंद्र कुमार से संपर्क किया.

विजिलेंस टीम ने आरोपी जेई को किया गिरफ्तार.
author img

By

Published : Apr 19, 2019, 3:32 PM IST

Updated : Apr 19, 2019, 5:51 PM IST

काशीपुर: विजिलेंस टीम ने विद्धुत विभाग के एक जेई को 19 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि आटा चक्की लगाने के एवज में विद्युत विभाग का जेई एक व्यक्ति से लगातार पैसे की मांग कर रहा था. जिससे तंग आकर पीड़ित ने अपनी शिकायत विजिलेंस विभाग से की थी. फिलहाल विजिलेंस टीम आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ में जुटी हुई है.

आटा चक्की कनेक्शन देने के एवज में जेई ने मांगे 20 हजार.

दरअसल, बिजली विभाग में गोपीपुरा चांदपुर गांव के रहने वाले हेमेंद्र श्रेष्ट ने आटा चक्की लगाने के लिए 8 किलोवाट के कनेक्शन के लिए विभाग में आवेदन किया था. जिसके बाद आरोपी जेई राजेंद्र कुमार आवेदक को बरगला कर ऑनलाइन फॉर्म भरने की बात कही. हेमेंद्र श्रेष्ट ने बताया कि फॉर्म भरने में परेशानी होने से उन्होंने फिर राजेंद्र कुमार से संपर्क किया. जिसके बाद मौके का फायदा उठाते हुए जेई राजेंद्र कुमार ने आवेदक हेमेंद्र श्रेष्ठ से 39000 रुपये की मांग की.

जिसकी सरकारी फीस 9000 रुपये थी. लेकिन बिजली विभाग में जेई के पद पर कार्यरत राजेंद्र कुमार ने हेमेंद्र से कुल 39 हजार रुपए की मांग की गई. जिसमें से 9000 सरकारी फीस बताई गई और बाकी 30000 रुपये रिश्वत के तौर पर मांगा गया. पीड़ित ने झांसे में आकर 20000 की पहली किस्त आरोपी को दे दी. दूसरी किस्त 19000 रुपये के लिए आरोपी ने हेमेंद्र को बुलाया था. ससे तंग आकर हेमेंद्र ने इसकी शिकायत हल्द्वानी स्थित एसपी विजिलेंस कार्यालय में की.

जिसके बाद एसपी विजिलेंस अमित श्रीवास्तव के निर्देशन में एक टीम इंस्पेक्टर विजिलेंस अरुण कुमार के नेतृत्व गठित की गई. जिसने कई दिनों तक मामले की गोपनीय जांच की. जांच में सभी तथ्य सही पाए जाने के बाद शुक्रवार को सीओ विजिलेंस अरविंद डंगवाल के नेतृत्व में विजिलेंस की टीम ने पूरी रणनीति के तहत आरोपी जेई को ऑफिस बुलवाया, जहां आरोपी जेई को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया.

काशीपुर: विजिलेंस टीम ने विद्धुत विभाग के एक जेई को 19 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि आटा चक्की लगाने के एवज में विद्युत विभाग का जेई एक व्यक्ति से लगातार पैसे की मांग कर रहा था. जिससे तंग आकर पीड़ित ने अपनी शिकायत विजिलेंस विभाग से की थी. फिलहाल विजिलेंस टीम आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ में जुटी हुई है.

आटा चक्की कनेक्शन देने के एवज में जेई ने मांगे 20 हजार.

दरअसल, बिजली विभाग में गोपीपुरा चांदपुर गांव के रहने वाले हेमेंद्र श्रेष्ट ने आटा चक्की लगाने के लिए 8 किलोवाट के कनेक्शन के लिए विभाग में आवेदन किया था. जिसके बाद आरोपी जेई राजेंद्र कुमार आवेदक को बरगला कर ऑनलाइन फॉर्म भरने की बात कही. हेमेंद्र श्रेष्ट ने बताया कि फॉर्म भरने में परेशानी होने से उन्होंने फिर राजेंद्र कुमार से संपर्क किया. जिसके बाद मौके का फायदा उठाते हुए जेई राजेंद्र कुमार ने आवेदक हेमेंद्र श्रेष्ठ से 39000 रुपये की मांग की.

जिसकी सरकारी फीस 9000 रुपये थी. लेकिन बिजली विभाग में जेई के पद पर कार्यरत राजेंद्र कुमार ने हेमेंद्र से कुल 39 हजार रुपए की मांग की गई. जिसमें से 9000 सरकारी फीस बताई गई और बाकी 30000 रुपये रिश्वत के तौर पर मांगा गया. पीड़ित ने झांसे में आकर 20000 की पहली किस्त आरोपी को दे दी. दूसरी किस्त 19000 रुपये के लिए आरोपी ने हेमेंद्र को बुलाया था. ससे तंग आकर हेमेंद्र ने इसकी शिकायत हल्द्वानी स्थित एसपी विजिलेंस कार्यालय में की.

जिसके बाद एसपी विजिलेंस अमित श्रीवास्तव के निर्देशन में एक टीम इंस्पेक्टर विजिलेंस अरुण कुमार के नेतृत्व गठित की गई. जिसने कई दिनों तक मामले की गोपनीय जांच की. जांच में सभी तथ्य सही पाए जाने के बाद शुक्रवार को सीओ विजिलेंस अरविंद डंगवाल के नेतृत्व में विजिलेंस की टीम ने पूरी रणनीति के तहत आरोपी जेई को ऑफिस बुलवाया, जहां आरोपी जेई को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया.

Intro:काशीपुर में बिजली विभाग के दफ्तर में छुट्टी के बावजूद 20,000 की रिश्वत लेने पहुंचे जी को बिजनेस की टीम ने रंगे हाथों पकड़ लिया आरोपी जेईई का नाम राजेंद्र कुमार है चौकी रामनगर रोड स्थित प्रतापपुर गांव मैं बिजली विभाग का जेई है।


Body:दरअसल बिजली विभाग में रामनगर रोड स्थित प्रतापपुर के पास गोपीपुरा चांदपुर गांव के रहने वाले हेमेंद्र श्रेष्ट ने आटा चक्की लगाने के लिए 8 किलो वाट का कनेक्शन लेने के लिए बिजली विभाग में आवेदन किया। जिसके बाद आरोपी जेई ने आवेदक को बरगला कर ऑनलाइन फॉर्म भरने की बात कही गयी। जिसके बाद आवेदक द्वारा ऑनलाइन फॉर्म भरने की प्रक्रिया में काफी दिक्कतें आई और उसने पुनः राजेंद्र कुमार से संपर्क किया तब जेई राजेंद्र कुमार ने आवेदक हेमेंद्र श्रेष्ठ से ₹39000 की मांग की। जिसकी सरकारी फीस ₹9000 थी लेकिन बिजली विभाग में जेई के पद पर कार्यरत राजेंद्र कुमार ने हेमेंद्र से कुल ₹39 हज़ार रुपए की मांग की गई जिसमें से ₹9000 सरकारी फीस बताई गई तथा बाकी ₹30000 की रिश्वत के तौर पर नजराना मांगा गया। जिसमें से ₹20000 की पहली किस्त पीड़ित के द्वारा आरोपी को दे दी गई। उसके बाद इसकी शिकायत हेमेंद्र ने हल्द्वानी स्थित एसपी विजिलेंस कार्यालय में की जिसके बाद एसपी विजिलेंस अमित श्रीवास्तव के निर्देशन में एक टीम इंस्पेक्टर विजिलेंस अरुण कुमार के नेतृत्व गठित की गई जिसकी कई दिनों तक मामले की गोपनीय जांच की गयी। जांच में सभी तथ्य सही पाए जाने के बाद आज सीओ विजिलेंस अरविंद डंगवाल के नेतृत्व में विजिलेंस की टीम ने पूरी रणनीति के तहत आरोपी जेई को दफ्तर बुलवाया। जहां आरोपी जेई को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया गया।


Conclusion:
Last Updated : Apr 19, 2019, 5:51 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.