देहरादून: राजधानी देहरादून के परेड ग्राउंड में युवा उत्तराखंड उद्यमिता एवं रोजगार कार्यक्रम में मंच पर जगह नहीं मिलने से मेयर सुनील उनियाल गामा और राजपुर विधायक खजान दास नाराज़ हो गए. गुस्से में दोनों कार्यक्रम छोड़ कर वापस चले गए. हालांकि इस दौरान सरकार के तमाम कैबिनेट मंत्री और लोकसभा सांसद माला राज्यलक्ष्मी शाह मंच पर मौजूद थीं.
बता दें कि परेड ग्राउंड में 2 दिवसीय युवा उत्तराखंड उद्यमिता एवं रोजगार कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. कार्यक्रम में वित्त मंत्री प्रकाश पंत, कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत, मदन कौशिक, सुबोध उनियाल, उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत, राज्यमंत्री रेखा आर्य, टिहरी सांसद माला राज्लयक्ष्मी शाह पहुंचीं थीं.
वहीं देहरादून मेयर सुनील उनियाल गामा और राजपुर विधायक खजान दास भी कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे, लेकिन जब दोनों कार्यक्रम में पहुंचे तो मंच पर बैठने के लिए जगह ही नहीं थी. गौरतलब हो कि परेड ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम राजपुर विधानसभा के अंतर्गत आता है. इसी बात से नाराज होकर मेयर सुनील गामा और राजपुर विधायक खजान दास कार्यक्रम से चले गए.
इसके बाद वो सीधे नगर निगम पहुंचे. यहां उन्होंने मीडिया के सामने अपनी भड़ास निकाली. उन्होंने पूछा कि क्या स्थानीय विधायक और मेयर को मंच पर स्थान मिलना चाहिए था या नहीं?
वहीं राजपुर विधायक खजानदास ने नाराजगी जताते हुए कहा कि ये काफी चिंताजनक विषय है. विधानसभा में विधायक का प्रमुख रोल होता है. सीएम और प्रधानमंत्री का कार्यक्रम कितना भी बड़ा हो, लेकिन प्रोटोकॉल के तहत क्षेत्रीय विधायक को तवज्जो दी जाती है. इस प्रोटोकॉल का मंत्री ने उल्लंघन किया है. ये गलत है यह कार्यक्रम की व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह लगता है. जिस कारण हमने कार्यक्रम का बहिष्कार किया है. हम लोगों को दूरभाष के माध्यम से सूचना दी गई थी. तभी हम वहां गए. लेकिन उन्हें वहां मंच पर बैठने के लिए स्थान नहीं इसलिए वो वापस आ गए.