कोटद्वारः विभिन्न मांगों को लेकर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इसी कड़ी में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने तहसील परिसर पहुंचकर जमकर नारेबाजी की. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार और स्थानीय विधायक पर आरोप लगाते हुए कहा कि 2017 के चुनाव में जनता से किए वादे अभी तक पूरे नहीं किए गए हैं. जिसके चलते स्थानीय जनता खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही है.
कांग्रेस कार्यकर्ता अपने 11 सूत्रीय मांगों को लेकर शुक्रवार को तहसील परिसर पहुंचे. जहां पर उन्होंने राज्य सरकार और स्थानीय विधायक के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान कांग्रेस नेता प्रवेश रावत ने कहा कि चुनाव से पहले बीजेपी सरकार ने जनता से कई वादे किए थे, लेकिन अभी तक उसे पूरा नहीं किया गया है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कोटद्वार को जिला बनाने और लालढांग-चिल्लरखाल मोटर मार्ग का निर्माण, हाउस टैक्स माफ करने समेत तमाम मुद्दों को लेकर एक ज्ञापन सौंपा है. साथ ही आरोप लगाते हुए कहा कि उपजिलाधिकारी ने ज्ञापन को लेने से मना कर दिया. ऐसे में उन्होंने ज्ञापन को नोटिस बोर्ड पर चस्पा किया है.
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उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि हरक सिंह रावत कोटद्वार विधानसभा में ब्यूटी कंपटीशन चलाने के बजाय जल्द जनता के लिए काम करेंगे. जिससे कोटद्वार विकास के पथ पर अग्रसर हो सके. इतना ही नहीं उन्होंने विधायक को चेतावनी देते हुए कहा कि जनहित के मुद्दों का अनदेखा किया जाएगा तो वो उन्हें कोटद्वार की सीमा में प्रवेश करने नहीं दिया जाएगा.
वहीं, पूर्व राज्य मंत्री जसवीर राणा ने कहा कि राज्य में कांग्रेस सरकार ने इंदिरा अम्मा भोजनालय की शुरुआत की थी, लेकिन त्रिवेंद्र सरकार ने उसे बंद कर दिया है. ऐसे में 11 सूत्रीय मांगों को लेकर एक ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेजा गया है.